भोजपुरः सरकार भले ही अस्पतालों को हाई टेक बनाने का दावा करती हो, लेकिन हकीकत कुछ और ही बयां करती है है. लाखों की आबादी वाले इस जिले के अगिआंव प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की हालत काफी दयनीय है. अस्पताल में कमरों की दिक्कत है. जिससे मरीजों को इलाज कराने में काफी परेशानियां होती है.
अस्पताल की हालत दयनीय
वहीं, स्थानीय बताते हैं कि कई वर्षों से ये अस्पताल ऐसे ही चल रहा है. अस्पताल में डॉक्टरों की कमी के कारण स्थानीय लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. वहीं 6 बेड वाले अस्पताल में मात्र 4 बेड से ही काम चलाना पड़ता है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है.
मरीजों को होती है परेशानी
अस्पताल प्रबंधक बताते हैं कि कई सालों से 4 बेड पर ही ये अस्पताल चल रहा है. जबकि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 6 बेड होना चाहिए. पर हमारे यहां जगह के अभाव के कारण और बेड हम नहीं लगा रहें है. इसके साथ ही जगह के कमी के कारण चारो बेड को बरामदे में ही लगा दिया गया है. इससे भी परेशानी बढ़ गई है. वहीं इस अस्पताल में डॉक्टरों की कमी के साथ-साथ फार्मासिस्ट नहीं होने के कारण परेशनियां ज्यादा बढ़ गई है. प्रबंधक ने कहा कि कई बार इसकी शिकायत की गई, पर आज तक कुछ नहीं हो सका. वहीं अस्पताल में सुविधाओं के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति की जाती है.
अस्पताल में बेडों की कमी
वहीं स्थानीय लोगों की माने तो जनप्रतिनिधी सिर्फ चुनाव के समय ही नजर आते हैं, पर अस्पताल की ये हालत उन्हें दिखाई नहीं देती. अब चुनाव का समय है ऐसे में अब जनप्रतिनिधी सामने आएंगे. पर जो हमारे अस्पताल में सुविधाएं मुहैया कराएंगे, उन्हें ही हम जिताएंगे.