भोजपुर: कोरोना काल में लगे लॉकडाउन में ज्यादातर लोग अपने घरों में ही कैद हैं. तो वहीं, कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें अपने जरूरी कामों को लेकर घरों से बाहर निकलना पड़ रहा है. लेकिन जब वो जरूरी काम को लेकर घर से बाहर निकले और वो काम ही पूरा ना हो तो जरा सोचिए कैसा लगता होगा.
दरअसल, भोजपुर जिले के गड़हनी प्रखंड में दर्जनों लोग अपने जरूरी काम को लेकर प्रखंड और अंचल कार्यालय पहुंचते हैं, लेकिन अंचलाधिकारी और प्रखंड विकास पदाधिकारी के समय से ऑफिस नहीं पहुंचने के कारण दर्जनों ग्रामीणों को उनके आने का घंटों इंतजार करना पड़ रहा है.
टाइम पर कार्यालय नहीं पहुंच रहे अधिकारी
बता दें कि सरकारी कार्यालयों के खुलने और बंद होने के लिए सरकार के स्तर से प्रावधान बनाया गया है, लेकिन आज भी अधिकारी व कर्मियों को इस प्रावधान की कोई चिंता नहीं रहती है, यही वजह है कि गड़हनी प्रखंड में अंचल विभाग के अधिकारी 12 बजे के पहले कभी ऑफिस नहीं आते है. लगातार मिल रही सूचना के बाद जब ईटीवी भारत की टीम गड़हनी पहुंची तो करीब 12:30 बजे तक कार्यालय के बाहर दर्जनों महिलाएं बैठी हुई मिली, लेकिन ना तो सीओ ऑफिस में मिले और ना ही बीडीओ.
अधिकारियों की लेट लतीफी से जनता हो रही परेशान
वहीं, कार्यालय के बाहर अधिकारियों का इंतजार कर रही बुजुर्ग महिला चंकाली देवी ने कहा कि सुबह से यहां अधाकारी का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन 12:30 बजे तक भी अधिकारी नहीं आये हैं. उन्होंने बताया कि अधिकारी 1 या 2 बजे आते हैं. वहीं, जब स्थानीय बीडीओ से फोन पर बात की गई तो उन्होंने क्षेत्र में काम का बहाना बता कर बात को टाल दिया, साथ ही जब सीओ से बात की गई तो उन्होंने कहा कि कल कार्यालय आकर मुलाकात करिए. अधिकारियों की इस लेट लतीफी से ग्रामीण जनता परेशान हो रही है पर उन्हें जरा भी इनकी फिक्र नहीं है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है.