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कोइलवर स्टेशन पर नहीं बना फुट ओवर ब्रिज, जान-जोखिम में डालकर यात्री करते हैं स्टेशन पार - Son River

लोग एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर जाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं. वहीं यात्रियों की माने तो कोइलवर स्टेशन पर मूलभूत सुविधाएं लोगों को नहीं मिल रही है. जिससे यात्रियों को भारी परेशानी होती है.

Koilwar Station
Koilwar Station
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Published : Jan 21, 2020, 7:35 PM IST

आरा: दानापुर रेल मंडल के कोइलवर सोन नदी पर बने अब्दुल बारी पुल के साथ इस कोइलवर स्टेशन से रेलवे को हर महीने लाखों का राजस्व प्राप्त होता है. बावजूद इसके कोइलवर स्टेशन पर फुट ओवरब्रिज नहीं बन सका है. इसके कारण आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती है. अक्सर ट्रैक पार करने के दौरान ट्रेन की चपेट में आने से कई लोगों की मौत हो जाती है तो कई घायल हो जाते हैं.

हर वक्त बना होता है खतरा
कोईलवर स्टेशन की बात करें तो बिहार का इकलौता मानसिक आरोग्यशाला, सीआरपीएफ 47 बटालियन का मुख्यालय, गीधा औद्योगिक क्षेत्र, गौरया घाट स्थित बाबा दिनेश्वर नाथ धाम, बखोरापुर मां काली मंदिर जाने का ये एकलौता स्टेशन है. यहां से उतरकर लोग इन जगहों पर आते-जाते हैं. इसके साथ ही भाड़ी संख्या में बच्चे भी पढ़ाई के लिए आरा और पटना आते जाते हैं. वही पटना सचिवालय में काम करने वाले कर्मी भी रोजाना ट्रेन से आवाजाही करते हैं. बावजूद इसके कोईलवर स्टेशन पर फुट ओवर ब्रिज नहीं है. इससे हर वक्त खतरा बना होता है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

स्टेशन पर मूलभूत सुविधाओं का है अभाव
जब डाउन और अप लाइन पर गाड़ियां एक साथ आ जाती है,उस वक्त लोगों की मुसीबत और ज्यादा बढ़ जाती है. इससे लोग एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर जाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं. वहीं यात्रियों की माने तो कोइलवर स्टेशन पर मूलभूत सुविधाएं लोगों को नहीं मिल रही है. न स्टेशन पर शौचालय की व्यवस्था है न ही अच्छे पानी की. लाखों का राजस्व देने वाला कोइलवर का यह स्टेशन अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. इस बारे में स्टेशन पर तैनात बुकिंग क्लर्क से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने ऑन कैमरा कुछ भी कहने से इंकार किया.

आरा: दानापुर रेल मंडल के कोइलवर सोन नदी पर बने अब्दुल बारी पुल के साथ इस कोइलवर स्टेशन से रेलवे को हर महीने लाखों का राजस्व प्राप्त होता है. बावजूद इसके कोइलवर स्टेशन पर फुट ओवरब्रिज नहीं बन सका है. इसके कारण आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती है. अक्सर ट्रैक पार करने के दौरान ट्रेन की चपेट में आने से कई लोगों की मौत हो जाती है तो कई घायल हो जाते हैं.

हर वक्त बना होता है खतरा
कोईलवर स्टेशन की बात करें तो बिहार का इकलौता मानसिक आरोग्यशाला, सीआरपीएफ 47 बटालियन का मुख्यालय, गीधा औद्योगिक क्षेत्र, गौरया घाट स्थित बाबा दिनेश्वर नाथ धाम, बखोरापुर मां काली मंदिर जाने का ये एकलौता स्टेशन है. यहां से उतरकर लोग इन जगहों पर आते-जाते हैं. इसके साथ ही भाड़ी संख्या में बच्चे भी पढ़ाई के लिए आरा और पटना आते जाते हैं. वही पटना सचिवालय में काम करने वाले कर्मी भी रोजाना ट्रेन से आवाजाही करते हैं. बावजूद इसके कोईलवर स्टेशन पर फुट ओवर ब्रिज नहीं है. इससे हर वक्त खतरा बना होता है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

स्टेशन पर मूलभूत सुविधाओं का है अभाव
जब डाउन और अप लाइन पर गाड़ियां एक साथ आ जाती है,उस वक्त लोगों की मुसीबत और ज्यादा बढ़ जाती है. इससे लोग एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर जाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं. वहीं यात्रियों की माने तो कोइलवर स्टेशन पर मूलभूत सुविधाएं लोगों को नहीं मिल रही है. न स्टेशन पर शौचालय की व्यवस्था है न ही अच्छे पानी की. लाखों का राजस्व देने वाला कोइलवर का यह स्टेशन अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. इस बारे में स्टेशन पर तैनात बुकिंग क्लर्क से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने ऑन कैमरा कुछ भी कहने से इंकार किया.

Intro:फुट ओवर ब्रिज नहीं होने से होती है दुर्घनाएं

स्पेशल

भोजपुर।

दानापुर रेल मंडल के कोइलवर सोन नदी पर बने अब्दुल बारी पुल के साथ इस कोइलवर स्टेशन से रेलवे को हर महीने लाखों का राजस्व प्राप्त होता है. बावजूद इसके कोइलवर स्टेशन पर फुट ओवरब्रिज नहीं होने के कारण आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती है. आए दिन ट्रैक पार करने के दौरान ट्रेन की चपेट में आने से कइयों की मौत तो कई घायल हो जाते है.


Body:कोईलवर स्टेशन की बात करें बिहार का इकलौता मानसिक आरोग्यशाला, सीआरपीएफ 47 बटालियन का मुख्यालय, गीधा औद्योगिक क्षेत्र, गौरया घाट स्थित बाबा दिनेश्वर नाथ धाम, बखोरापुर माँ काली मंदिर जाने का एक मात्र कोइलवर स्टेशन है.जहां से उतरकर लोग इन स्थानों पर आते जाते हैं.इसके साथ ही भाड़ी संख्या में बच्चे पढ़ाई के लिए आरा और पटना आते जाते हैं. वही पटना सचिवालय में काम करने वाले कर्मी भी प्रतिदिन ट्रेन से आना जाना करते हैं.बावजूद इसके कोईलवर स्टेशन पर फुट ओवर ब्रिज न होना कही न कही चिंता का विषय है.लोगो की मुसीबत उस समय ज्यादा बढ़ जाती है जब डाउन और अप लाइन पर गाड़ियां एक साथ आ जाती है इससे लोगों को एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर जाने के लिए यात्री जान जोखिम में डालते हैं.वहीं यात्रियों की माने तो कोइलवर स्टेशन पर मूलभूत सुविधाएं लोगों को नहीं मिल रही है. ना स्टेशन पर शौचालय की व्यवस्था है ना ही अच्छे पानी की जिस कारण लाखों का राजस्व देने वाला कोइलवर का यह स्टेशन अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. वही जब इस संबंध में स्टेशन पर तैनात बुकिंग क्लर्क से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने ऑन कैमरा कुछ भी करने से इंकार कर दिया हालांकि ऑफ कैमरा उन्होंने यह जरूर कहा कि स्टेशन पर फुट ओवरब्रिज होना अति आवश्यक है साथ ही कर्मियों के लिए शौचालय नहीं होने के कारण वो सोन नदी में शौच के लिए जाते हैं जिससे उन्हें काफी परेशानी होती है.


Conclusion:बहरहाल अब देखने वाली बात होगी कि लाखों का राजस्व देने वाला कोइलवर स्टेशन पर फुट ओवरब्रिज के साथ साथ कब तक मूलभूत सुविधाएं यात्रियों को मिल पाती है.

बाइट-अभिषेक विश्कर्मा (यात्री)
बाइट-चंदन (यात्री)
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