भोजपुर: जिले के पीरो प्रखंड के जितौरा जंगल महाल पंचायत अंर्तगत बिहिया नहर की उड़ाही में अनियमितता का मामला सामने आया है. जल-जीवन हरियाली योजना के अंतर्गत बिहिया नहर से नहर संख्या-8 की उड़ाही में जैसे-तैसे खानापूर्ति कर काम को निपटाने का आरोप स्थानीय लोगों ने संवेदक पर लगाया है.
स्थानीय लोगों का आरोप है कि संवदेक की ओर से नहर की उड़ाही में अनियमितता बरती गई है. जिसके कारण किसानों की समस्याएं बढ़ गई है. लोगों के अनुसार उड़ाही के नाम पर 2 से 3 फीट गड्ढा खोदा गया है. साथ ही नहर के बगल से गुजरने वाली बाहा को बंद कर दिया गया है. इससे आने वाले खरीफ फसल के उत्पादन में पटवन कार्य प्रभावित होगा. इसको लेकर किसानों में गुस्सा है. रामयाद टोला पुल नहर संख्या-8 और जानटोला से विजन टोला नहर संख्या-9 से निकलन वाली निगरैन और पटवन बाहा को बंद कर दिया गया है. इससे गोकुल टोला सहित आस-पास के गांवो के किसानों की करीब 200 एकड़ खेतों का पटवन प्रभावित होगा. किसानों के अनुसार काम ठीक से नहीं किया गया तो वे आन्दोलन के लिए बाध्य होंगे.
डीएम से सीएम तक होगी शिकायत
वहीं, किसानों की शिकायत पर भाजपा जिला मंत्री मदन स्नेही ने कहा कि प्रखंड में जल-जीवन हरियाली योजना के तहत आहर, तालाब सहित अन्य जल संचय स्त्रोतों की साफ-सफाई की जा रही है. यहां मजदूर से कार्य नहीं कराकर मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा है. साथ ही कार्य एजेंसी का कहीं भी बोर्ड नहीं लगा है. जिससे ग्रामीणों को न तो प्राक्कलन का पता चल रहा है और ना हीं कितना कार्य किया जाना है, इसका पता चल पा रहा है. उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री तक इसकी शिकायत की जाएगी.