ETV Bharat / state

पिता करा रहा था मजदूरी, भागकर मासूम पहुंची कोर्ट, स्थानीय लोगों ने किया चाइल्ड लाइन के हवाले - Child labor in Bhagalpur

भागलपुर व्यवहार न्यायालय में 10 साल की छोटी बच्ची को कुछ लोगों ने रोते हुए देखा. जिसके बाद पूछताछ की. बाद में स्थानीय लोगों ने चाइल्ड लाइन को फोन कर जानकारी दी.

भागलपुर
भागलपुर में बाल मजदूरी
author img

By

Published : Jan 21, 2021, 1:05 PM IST

भागलपुर: देश में बाल मजदूरी जुर्म है. लेकिन आज भी कई ऐसे उदाहरण देखने को मिल जाते हैं. जहां बच्चों के हाथों से किताबें छिनकर उन्हें किसी घर में चौका-बर्तन धोने को मजबूर किया जाता है. कुछ ऐसा ही मामला भागलपुर के सबौर में देखने को मिला. सपनों की उड़ान को रोककर एक पिता ने अपने बेटी को महज महीने के चंद सौ रुपयों के लिए चौका-बर्तन का काम थमा दिया. जिससे आजीज आकर बच्ची उक्त मालिक का घर छोड़ कर बुधवार को भागलपुर व्यवहार न्यायालय परिसर पहुंच गई.

देखें रिपोर्ट

दरअसल, कचहरी चौक पर 10 साल की बच्ची को रोता हुआ देखकर स्थानीय लोगों ने पूछताछ की. बच्ची के स्पष्ट जबाव नहीं देने पर चाइल्ड लाइन के टोल फ्री नंबर पर सूचना दी गई. सूचना मिलते ही चाइल्डलाइन की टीम कचहरी चौक पहुंची और बच्ची को अपने साथ ले गई. वहीं, बच्ची को फिलहाल बालिका गृह भेज दिया गया.

यह भी पढ़ें: Republic Day 2021: यहां का बना तिरंगा बिहार के साथ अन्य राज्यों में भी लहराएगा

पिता करा रहा था मासूम से बाल मजदूरी
वहीं, बच्ची की पहचान सबौर थाना क्षेत्र के रहने वाले शब्बीर आलम की दस वर्षीय बेटी निशा कुमारी के रूप में हुई. जो बीते एक महीने से खानपट्टी के रहने वाले परवीन खान के घर काम कर रही थी. मकान मालिक ने मारपीट कर उसे घर से भगा दिया. जिसके बाद वह वहां से भागकर कोर्ट पहुंच गई. बच्ची को रोते हुए देख स्थानीय लोगों ने चाइल्ड लाइन को सूचना दी. बच्ची ने चाइल्डलाइन के कर्मियों को कहा कि उसके पिता ने उसे सबौर में बाल मजदूरी पर लगाया था. वो कहती है कि, अगर वह घर जाएगी तो उसके पिता मारेंगे. उसने कहा कि वह पढ़ना चाहती है. लेकिन उसके पिता उससे मजदूरी करवाते थे.

यह भी पढ़ें: भागलपुर: DRM ने किया विंडो निरीक्षण, जमालपुर सुरंग का काम जल्द ही पूरा होगा

चाइल्ड लाइन कोऑर्डिनेटर ने कानूनी कार्रवाई की कही बात
चाइल्ड लाइन के कोऑर्डिनेटर त्रिभुवन कुमार ने बताया कि टोल फ्री नंबर पर सूचना दिया कि कचहरी चौक के समाहरणालय के पास एक बच्ची खड़ी मिली. जिसके बाद हम लोग पहुंचे और बच्ची से पूछताछ किया तो बच्ची ने बताया कि वे तिलकामांझी भट्टा रोड में परवीन खान नाम के एक घर में काम करती थी. जहां से बुधवार को उसे निकाल दिया. उन्होंने बताया कि बच्ची सबौर के रहने वाले शब्बीर आलम की बेटी निशा है. उन्होंने बताया कि बच्ची घर नहीं जाना चाहती थी. इसलिए बच्ची के बारे में लोकल थाने में सूचना देकर आवश्यक कागजी कार्रवाई कर अपने साथ बालिका गृह भेज दिया गया. वहीं, माता- पिता और जिस घर में बच्ची बाल मजदूरी करती थी उनके उपर बाल मजदूरी कानून के तहत मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.

भागलपुर: देश में बाल मजदूरी जुर्म है. लेकिन आज भी कई ऐसे उदाहरण देखने को मिल जाते हैं. जहां बच्चों के हाथों से किताबें छिनकर उन्हें किसी घर में चौका-बर्तन धोने को मजबूर किया जाता है. कुछ ऐसा ही मामला भागलपुर के सबौर में देखने को मिला. सपनों की उड़ान को रोककर एक पिता ने अपने बेटी को महज महीने के चंद सौ रुपयों के लिए चौका-बर्तन का काम थमा दिया. जिससे आजीज आकर बच्ची उक्त मालिक का घर छोड़ कर बुधवार को भागलपुर व्यवहार न्यायालय परिसर पहुंच गई.

देखें रिपोर्ट

दरअसल, कचहरी चौक पर 10 साल की बच्ची को रोता हुआ देखकर स्थानीय लोगों ने पूछताछ की. बच्ची के स्पष्ट जबाव नहीं देने पर चाइल्ड लाइन के टोल फ्री नंबर पर सूचना दी गई. सूचना मिलते ही चाइल्डलाइन की टीम कचहरी चौक पहुंची और बच्ची को अपने साथ ले गई. वहीं, बच्ची को फिलहाल बालिका गृह भेज दिया गया.

यह भी पढ़ें: Republic Day 2021: यहां का बना तिरंगा बिहार के साथ अन्य राज्यों में भी लहराएगा

पिता करा रहा था मासूम से बाल मजदूरी
वहीं, बच्ची की पहचान सबौर थाना क्षेत्र के रहने वाले शब्बीर आलम की दस वर्षीय बेटी निशा कुमारी के रूप में हुई. जो बीते एक महीने से खानपट्टी के रहने वाले परवीन खान के घर काम कर रही थी. मकान मालिक ने मारपीट कर उसे घर से भगा दिया. जिसके बाद वह वहां से भागकर कोर्ट पहुंच गई. बच्ची को रोते हुए देख स्थानीय लोगों ने चाइल्ड लाइन को सूचना दी. बच्ची ने चाइल्डलाइन के कर्मियों को कहा कि उसके पिता ने उसे सबौर में बाल मजदूरी पर लगाया था. वो कहती है कि, अगर वह घर जाएगी तो उसके पिता मारेंगे. उसने कहा कि वह पढ़ना चाहती है. लेकिन उसके पिता उससे मजदूरी करवाते थे.

यह भी पढ़ें: भागलपुर: DRM ने किया विंडो निरीक्षण, जमालपुर सुरंग का काम जल्द ही पूरा होगा

चाइल्ड लाइन कोऑर्डिनेटर ने कानूनी कार्रवाई की कही बात
चाइल्ड लाइन के कोऑर्डिनेटर त्रिभुवन कुमार ने बताया कि टोल फ्री नंबर पर सूचना दिया कि कचहरी चौक के समाहरणालय के पास एक बच्ची खड़ी मिली. जिसके बाद हम लोग पहुंचे और बच्ची से पूछताछ किया तो बच्ची ने बताया कि वे तिलकामांझी भट्टा रोड में परवीन खान नाम के एक घर में काम करती थी. जहां से बुधवार को उसे निकाल दिया. उन्होंने बताया कि बच्ची सबौर के रहने वाले शब्बीर आलम की बेटी निशा है. उन्होंने बताया कि बच्ची घर नहीं जाना चाहती थी. इसलिए बच्ची के बारे में लोकल थाने में सूचना देकर आवश्यक कागजी कार्रवाई कर अपने साथ बालिका गृह भेज दिया गया. वहीं, माता- पिता और जिस घर में बच्ची बाल मजदूरी करती थी उनके उपर बाल मजदूरी कानून के तहत मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.