'भागलपुर : बिहार के भागलपुर स्थित सुल्तानगंज में कांवरियों की भीड़ शुरू हो गई है. सावन महीने की मंगलवार से शुरुआत हो चुकी है और इसके साथ ही सुल्तानगंज अजगैबीनाथ धाम की धरती भगवामय हो गई है. सुल्तानगंज में श्रावणी मेला को लेकर गंगा जल उठाने के लिए कांवरियों का जत्था पहुंचने लगा है. इसके साथ ही सैकड़ों कांवरियां यहां से जल उठाकर रवाना भी हो चुके हैं. वैसे तो सावन शुरू होने से पहले ही हजारों कांवरिया सुल्तानगंज पहुंच जाते हैं. क्योंकि सावन के पहले दिन ही कई श्रद्धालुओं को उत्तरवाहिनी गंगा से जल लेकर बाबा बैद्यनाथ पर चढ़ाना होता है.
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पूरे देश से पहुंच रहे श्रद्धालु : उत्तरवाहिनी गंगा से जल उठाने के लिए देश के अलग अलग हिस्सों से श्रद्धालुओं का जत्था सुल्तानगंज के अजगैबीनाथ धाम पहुंच रहा है. कांवरिये यहां से जल लेकर बैद्यनाथ धाम के लिए रवाना हो रहे हैं. श्रद्धालु 105 किलोमीटर की दूरी पैदल तय करते हुए दो दिनों में देवघर पहुंचेंगे और वहां बाबा बैद्यनाथ पर जलाभिषेक करेंगे. इस बार कांवरियों में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है. वहीं सुल्तानगंज में नमामि गंगे घाट अभी ही श्रद्धालुओं से खचाखच भर गया है.
105 किलाेमीटर लंबा है सुल्तानगंज से बाबाधाम तक का सफर : सुल्तानंगज से देवघर तक 105 किलोमीटर लंबे कांवरिया पथ पर बोल बम का जयकारा सुनाई देने लगा है. पूरा कांवरिया पथ केसरिया मय पहो गया है. कांवरिया पथ पर जगह-जगह श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए स्वास्थ्य शिविर, खाने-पीने के स्टाॅल, रात्रि विश्राम के लिए धर्मशाला और अन्य तरह की सुविधाएं उपलब्ध है. इसके साथ ही जगह-जगह कांवरियों के मनोरंजन के लिए जागरण और भजन कीर्तन का आोयजन भी शिविरों में किया जा रहा है.
"मैं पिछले सात साल से यहां से गंगाजल उठाकर बाबा धाम जा रहा हूं. इस बार भी बहुत उत्साह है. बहुत आनंद आता है कांवर यात्रा करने में. मैं चित्रकूट से यहां हर साल आता हूं" - शिवचंत्र त्रिपाठी, कांवरिया, चित्रकूट
इस बार दो महीने का होगा सावन : इस बार श्रावणी मेला की खास बात यह है कि सावन दो महीने का होगा. चूंकि इस साल मलेमास लगा है. इसलिए सावन दो महीने का होगा. इस लिए इस वर्ष दो महीने में लाखों श्रद्धालु कांवर यात्रा करेंगे. साथ ही सावन के बाद भादो में भी सैकड़ों श्रद्धालु सुल्तानगंज से जल उठाते हैं. परंपरा है कि भादो में अधिकतर किसान श्रद्धालु खेती बारी का काम निपटाकर उत्तरवाहिनी गंगा से जल उठाकर बाबा धाम जाते हैं. इसलिए इस बार श्रावणी मेला काफी लंबा होगा.