भागलपुर: गुजरात के सूरत से 75 कांवड़ियों का जत्था बैद्यनाथ धाम रामेश्वर महादेव के जलाभिषेक के लिए सुल्तानगंज पहुंचा है. इन कांवड़ियों में कोई डॉक्टर तो कोई इंजीनियर है. यह जत्था सुल्तानगंज के उत्तर वाहिनी गंगा तट से गंगाजल भरकर भगवान के दर निकलेगा.
मालूम हो कि इन कांवड़ियो में हर उम्र के लोग शामिल हैं. इसमें शामिल कई लोग विदेशों से भी भगवान के दर्शन के लिए पहुंचे हैं. इस जत्थे में शामिल बुजुर्ग कांवड़ियों में खासा उत्साह है. उन्होंने कहा कि वह बीते 43 वर्षों से जलाभिषेक करने के लिए पहुंचते हैं.
यह है इन कांवड़ियों की खास बात:
- ये कांवड़िए यात्रा के दौरान बोल बम मंत्र का उच्चारण नहीं करते
- कांवड़िए डेढ़ लाख मंत्र का जाप करते हैं और अपनी कांवड़ यात्रा पूरी करते हैं
- यात्रा के दौरान कोई भी कांवड़िया आपस में बात नहीं करते
- इस जत्थे में शामिल कुछ कांवड़िए लगातार 43 सालों से आ रहे हैं
- वहीं, कुछ बीते 25 सालों से लगातार सुल्तानगंज आ रहे हैं
'दर्शन मात्र से पूरी होती है हर मनोकामना'
बता दें कि इस बार सुल्तानगंज पहुंचे कांवड़िए व्यवस्था को लेकर काफी संतुष्ट दिखे. उन्होंने सरकार की ओर से की गई व्यवस्था की जमकर तारीफ भी की. लगातार 20 वर्षों से आ रहे एक कांवड़िया ने कहा कि उनके पूर्वज यहां आते थे. माता, पिता, दादाजी के कारण उनके अंदर भी भक्तिभाव जागी. जिसके बाद वो भी आने लगे. उन्होंने कहा कि यहां आने से उनकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.
सालों भर करते हैं श्रावण मास का इंतजार
भक्त सालों भर इस श्रावण मास की प्रतीक्षा करते हैं. भक्तों का विश्वास है कि बाबा बैद्यनाथ धाम में रावणेश्वर महादेव को जलाभिषेक करने के बाद भगवान शिव उनकी सालभर रक्षा करते हैं. उन्हें किसी भी तरह की विपत्ति नहीं आती है, ना ही कोई रोग होता है.
'नीतीश जी ने पूरे रास्ते को चमन बना दिया'
व्यवस्था को लेकर कांवड़ियों में इसबार सरकार के प्रति काफी संतोष देखने को मिला. उन्होंने कहा कि बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने काफी अच्छी व्यवस्था की है. उन्होंने पूरे रास्ते को चमन बना दिया. व्यवस्था से संतुष्टि व्यक्त करते हुए एक कांवड़िए ने कहा कि पहले सुईया पहाड़ में पैरों में छाले हो जाते थे. अभी एक कंकड़ भी नहीं मिलता है. पूरी यात्रा बहुत ही सुलभ तरीके से पूरी होती है.