भागलपुर: देश में नई-नई चिकित्सा पद्धति का विकास हो रहा है. वहीं, प्राचीन चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद को भी काफी ज्यादा अपनाया जा रहा है. इसी के मद्देनजर भागलपुर के डीवीसी कॉलोनी में डॉक्टर विनोद कुमार सिंह के आयुर्वेद चिकित्सा केंद्र का उद्घाटन आचार्य ज्ञानजनानंद ने फीता काटकर किया. आचार्य ने कहा कि 'भारत में आयुर्वेद को ब्रिटिश हुकूमत एवं साजिश के तहत नहीं पनपने दिया गया'. इस मौके पर आनंद मार्ग के आचार्य ज्ञानजनानंद अवदुत समेत कई संत मौजूद रहे.
![Bhagalpur](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/bh-bgp-02-anand-marg-saint-innaugrated-ayurved-chikitsa-kendra-in-bhagalpur-avb-bh10051_26012021233447_2601f_03804_41.jpg)
आयुर्वेदिक चिकित्सा कोई साइड इफेक्ट नहीं
आचार्य ज्ञानजनानंद अवधूत ने कहा सबसे प्राचीन एवं अद्भुत है. आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति नहीं है ना ही कोई साइड इफेक्ट होता है. आयुर्वेद भारतीय संस्कृति की एक चिकित्सा पद्धति है. जिससे असाध्य रोग भी ठीक हो जाते हैं और इन दिनों लोगों के द्वारा आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को काफी ज्यादा पसंद किया जा रहा है.
आयुर्वेदिक चिकित्सा अपनाने को लेकर लोगों से किया अपील
मैं भी लोगों से यह अपील करूंगा कि लोग भारत के प्राचीन चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद पर पूर्ण रूप से भरोसा कर गंभीर बीमारियों का इलाज करवा सकते हैं. इसलिए आयुर्वेद पर भरोसा कर इस चिकित्सा पद्धति को लोगों को अपनाने की जरूरत है. इस चिकित्सा पद्धति में कोई भी तरह का साइड इफेक्ट नहीं होता और असाध्य बीमारियां ठीक हो जाती हैं.
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