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भागलपुर में करोड़ों की लागत से बना रिंग बांध बहा, कई गांव में बाढ़ जैसे हालात - एसडीआरएफ टीम

भागलपुर के नवगछिया में करोड़ों की लागत से बना रिंग बांध 200 मीटर तक ध्वस्त हो गया है. एसडीआरएफ की टीम ने आसपास के इलाके में अलर्ट जारी कर दी है.

बांध
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Published : Aug 17, 2021, 11:28 AM IST

भागलपुर: बिहार के भागलपुर के नवगछिया में करोड़ों की लागत से बना रिंग बांध (Ring Dam) ध्वस्त हो गया है. गंगा नदी की तेज धारा की वजह से 200 मीटर तक बांध बह गया है. जिसके कारण कई गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. हालांकि एसडीआरएफ (SDRF) की टीम रेस्क्यू कर लोगों को ऊंचे स्थानों और तटबंधों पर ले जा रही है.

इसे भी पढ़ें: बाढ़ में सरकारी मदद भूल जाओ.. छप्पर पर बसेरा.. कहीं छत पर ठिकाना.. ऐसा मंजर देखा है?

गंगा नदी के जलस्तर में अभी भी वृद्धि देखी जा रही है. इसे देखते हुए एसडीआरएफ की टीम ने आसपास के इलाकों में अलर्ट जारी कर दी है. लेकिन जिस रफ्तार से पानी बढ़ रहा है, उससे जमींदारी बांध पर खतरा बना हुआ है. साथ ही नवगछिया के एनएच-31 पर भी आवाजाही अवरुद्ध होने की संभावना बढ़ती जा रही है. फिलहाल नवगछिया और भागलपुर प्रशासन पूरे प्रकरण पर नजर बनाए हुए है.

ये भी पढ़ें: भागलपुर: सामुदायिक किचन का संचालन कर बाढ़ पीड़ितों को खिलाया जा रहा भोजन, 750 परिवार लिए हुए हैं शरण

बाढ़ की स्थिति को देखते हुए जिलाधिकारी सुब्रत सेन, कमिश्नर प्रेम सिंह मीणा और डीआईजी सुजीत कुमार फ्लड डिवीजन के साथ कैम्प कर रहे हैं. इस दौरान प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि नवगछिया क्षेत्र अंतर्गत बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव और राहत के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. राहत और बचाव कार्य में एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की पांच टीम संलग्न हैं.

प्रमंडलीय आयुक्त ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सामुदायिक किचन (Community Kitchen) का भी संचालन किया जा रहा है. जिसके माध्यम से नि:शुल्क भोजन मुहैया कराई जा रही है. सामुदायिक किचन में प्रतिदिन लगभग 30 हजार व्यक्ति खाना खा रहे हैं. जिलाधिकारी ने बताया कि आगामी तीन दिनों में आपदा प्रबंधन के विधि प्रावधानों के तहत जीआर की राशि बैंक खाता के माध्यम से भुगतान कर दी जायेगी. इसके साथ ही कृषि क्षति का आकलन कार्य पूरा होते ही नियमानुसार अनुदान का भुगतान भी कर दिया जायेगा.

बता दें कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 25 से अधिक सामुदायिक रसोई संचालित किए जा रहे हैं. आपदा प्रबंधन विभाग के मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार नि:शुल्क भोजन की व्यवस्था कराई गई है. बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा तटबंधों की सतत निगरानी जा रही है.

बाढ़ की विभीषिका को देखते हुए मंगलवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी नवगछिया अनुमंडल में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण लेंगे. इसके साथ ही साथ राहत और बचाव कार्यों का भी जायजा लेंगे. मुख्यमंत्री के पहुंचने से पहले भागलपुर प्रमंडलीय आयुक्त प्रेम सिंह मीणा और जिला पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन अपने दल-बल के साथ स्थिति का जायजा ले चुके हैं.

भागलपुर: बिहार के भागलपुर के नवगछिया में करोड़ों की लागत से बना रिंग बांध (Ring Dam) ध्वस्त हो गया है. गंगा नदी की तेज धारा की वजह से 200 मीटर तक बांध बह गया है. जिसके कारण कई गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. हालांकि एसडीआरएफ (SDRF) की टीम रेस्क्यू कर लोगों को ऊंचे स्थानों और तटबंधों पर ले जा रही है.

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गंगा नदी के जलस्तर में अभी भी वृद्धि देखी जा रही है. इसे देखते हुए एसडीआरएफ की टीम ने आसपास के इलाकों में अलर्ट जारी कर दी है. लेकिन जिस रफ्तार से पानी बढ़ रहा है, उससे जमींदारी बांध पर खतरा बना हुआ है. साथ ही नवगछिया के एनएच-31 पर भी आवाजाही अवरुद्ध होने की संभावना बढ़ती जा रही है. फिलहाल नवगछिया और भागलपुर प्रशासन पूरे प्रकरण पर नजर बनाए हुए है.

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बाढ़ की स्थिति को देखते हुए जिलाधिकारी सुब्रत सेन, कमिश्नर प्रेम सिंह मीणा और डीआईजी सुजीत कुमार फ्लड डिवीजन के साथ कैम्प कर रहे हैं. इस दौरान प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि नवगछिया क्षेत्र अंतर्गत बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव और राहत के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. राहत और बचाव कार्य में एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की पांच टीम संलग्न हैं.

प्रमंडलीय आयुक्त ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सामुदायिक किचन (Community Kitchen) का भी संचालन किया जा रहा है. जिसके माध्यम से नि:शुल्क भोजन मुहैया कराई जा रही है. सामुदायिक किचन में प्रतिदिन लगभग 30 हजार व्यक्ति खाना खा रहे हैं. जिलाधिकारी ने बताया कि आगामी तीन दिनों में आपदा प्रबंधन के विधि प्रावधानों के तहत जीआर की राशि बैंक खाता के माध्यम से भुगतान कर दी जायेगी. इसके साथ ही कृषि क्षति का आकलन कार्य पूरा होते ही नियमानुसार अनुदान का भुगतान भी कर दिया जायेगा.

बता दें कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 25 से अधिक सामुदायिक रसोई संचालित किए जा रहे हैं. आपदा प्रबंधन विभाग के मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार नि:शुल्क भोजन की व्यवस्था कराई गई है. बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा तटबंधों की सतत निगरानी जा रही है.

बाढ़ की विभीषिका को देखते हुए मंगलवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी नवगछिया अनुमंडल में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण लेंगे. इसके साथ ही साथ राहत और बचाव कार्यों का भी जायजा लेंगे. मुख्यमंत्री के पहुंचने से पहले भागलपुर प्रमंडलीय आयुक्त प्रेम सिंह मीणा और जिला पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन अपने दल-बल के साथ स्थिति का जायजा ले चुके हैं.

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