भागलपुर: जिले के नवगछिया के दियारा इलाके में अपराधियों का अपना साम्राज्य चलता है. लेकिन पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर लॉकडाउन के समय में नवगछिया जिला पुलिस की ओर से लगातार दियारा इलाके में अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. इन तीन महीनों के दौरान नवगछिया पुलिस ने इलाके के गंगा और कोसी के अलग-अलग क्षेत्रों से डेढ दर्जन अपराधियों की गिरफ्तारी की. इसके साथ ही भारी मात्रा में हथियार और कारतूस भी बरामद किये गए.
अपराधियों के खिलाफ छापेमारी अभियान जारी
एसपी निधि रानी ने बताया कि पुलिस ने दियारा के आतंकियों की गिरफ्तारी को चुनौती के रूप में लिया था और आगे भी उनके खिलाफ अभियान जारी रहेगा. 24 हथियार के साथ 171 कारतूस और 11 खोखा की बरामदगी और कुख्यात दिनेश मुनि का इनकाउंटर में मारे जाने को एसपी ने उपलब्धि करार दिया. उन्होंने नवगछिया एसडीपीओ प्रवेन्द्र भारती के नेतृत्व में गठित एसआईटी के सूचना पर सक्रियता को अभियान की सफलता के लिए विशेष बताया. लॉकडाउन के दौरान इनामी अपराधी समेत विभिन्न गिरोहों के 23 कुख्यात अपराधियों की गिरफ्तारी जिले के विभिन्न थाना क्षेत्र में की गयी है. रेगुलर और ऑटोमेटिक कारबाइन समेत 24 की संख्या में राइफल, बंदूक, पिस्टल, देसी कट्टा और भारी मात्रा में कारतूस की बरामदगी जिला पुलिस की उपलब्धि रही.
नवगछिया पुलिस की बड़ी उपलब्धि
एसपी ने कहा कि लॉकडाउन में अभियान के दौरान पुलिस ने कुख्यात अपराधी छोटू यादव, वरूणजय ठाकुर, राजेश यादव, मौसम यादव, पप्पू शर्मा, मनोहर यादव, राजा कुमार, रामप्रकाश कुंवर, मो.एकलाख, नागो पंडित, तूफानी यादव, दिलीप यादव, पप्पू यादव, अभिमन्यु यादव, टुन्ना सिंह, कन्हैया साहनी, रविन्द्र चौधरी, मनीष कुमार, चंदन कुंवर, सुरेश कुमार, गोपाल चौधरी जैसे अपराधियों को जेल के सलाखों के भीतर पहुंचाया है. नवगछिया और खगड़िया के दियारा इलाके के पसराहा थानेदार आशीष सिंह हत्याकांड के मुख्य आरोपी दिनेश मुनि का इनकाउंटर में मारा जाना नवगछिया पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि रही है. पुलिस की ओर से अपराधियों के खिलाफ लगातार हो रही कार्रवाई से दियारा के किसानों में पुलिस के प्रति विश्वास बढा है.