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भागलपुरः मोहर्रम की 10वीं नहीं 11वीं को हुआ शिया समुदाय का ताजिया पहलाम - bhagalpur latest news

प्रशासनिक स्तर पर मोहर्रम में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए काफी पुख्ता इंतजाम किए गए थे. सशस्त्र बल एवं पुलिस बल समेत भागलपुर में कई रैपिड एक्शन बालों की टुकड़ी मौजूद थी.

मातम करते हुए शिया समुदाय के लोग
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Published : Sep 12, 2019, 9:45 AM IST

भागलपुरः वैसे तो सामान्य तौर पर मोहर्रम 10 सितंबर को ही खत्म हो गया. लेकिन शिया समुदाय के लोगों ने ताजिया का पहलाम 1 दिन बाद यानी 11 सितंबर को किया. ये परंपरा काफी सालों से चली आ रही है. भागलपुर में शिया समुदाय के मुसलमानों की आबादी काफी कम है. इसलिए आपसी तालमेल कर वो 1 दिन बाद अपना जुलूस निकाल कर स्थानीय कर्बला जाते हैं. रास्ते भर इमाम हुसैन की शहादत पर मातम करते हुए अपने पूरे शरीर को जंजीरों से मारकर लहूलुहान कर देते हैं.

ताजिया पहलाम के दौरान मातम करते हुए शिया समुदाय के लोग

जुलूस के साथ-साथ थे पुलिस के जवान
मोहर्रम का लाइसेंस करीब 100 से ज्यादा अखाड़ों को दिया गया था. सभी जगह से जुलूस निकालकर भारी हुजूम के साथ लोग कर्बला के मैदान में पहुंचे. इस दौरान प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए और मुहर्रम को काफी शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराया. पुलिस के जवान जुलूस के साथ-साथ चल रहे थे, ताकि शांतिपूर्ण तरीके से यह जुलूस कर्बला मैदान तक पहुंचाया जा सके.

bhagalpur
मौके पर तैनात पुलिस अधिकारी और जवान

इमाम हुसैन ने इस्लाम के लिए दी कुर्बानी
इस मौके पर शिया समुदाय के लोग मातम और नौहेखानी करते हुए शांतिपूर्ण तरीके से कर्बला पहुंचे. जुलूस में शामिल एक बुजुर्ग दिलदार हाशमी ने बताया कि मोहम्मद के दीन को बचाने के लिए उनके नवासे इमाम हुसैन ने जो अपनी और अपने घर वालों की कुर्बानी दी, उसी की याद में हम मोहर्रम मनाते हैं. उन पर जो जुल्म हुआ उसका अहसास करने के लिए उनके गम में हम लोग जंजीरों से मातम करते हैं.

bhagalpur
बयान देते बुजुर्ग

शांतिपूर्ण तरीके से मोहर्रम हुआ संपन्न
वहीं, इस दौरान प्रशासनिक स्तर पर मोहर्रम में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए काफी पुख्ता इंतजाम किए गए थे. सशस्त्र बल एवं पुलिस बल समेत भागलपुर में कई रैपिड एक्शन बालों की टुकड़ी मौजूद थी. शिया समुदाय के मुसलमान के ग्यारहवीं के पहलाम साथ ही भागलपुर का मोहर्रम संपन्न हो गया है. अब 40 दिनों के बाद आखिरी पहलाम चेहल्लुम का होगा.

nawada
घायल युवक और परिजन

पहलाम के दौरान छत का छज्जा गिरने से दो घायल
उधर, नवादा में ताजीया पहलाम देखने के लिए घर की छत पर चढ़ी महिलाओं के भार से छत का छज्जा गिर गया. इससे दो युवक गंभीर रूप से जख्मी हो गए. घटना जिले के थाना क्षेत्र के हिसुआ नगर के वार्ड न. 3 की है. बताया जाता है कि महिलाओं के अत्याधिक दबाव के कारण नवनिर्मित रेलिंग टूटकर वहां खड़े खनखनापुर निवासी मोहम्मद गुलजार पर गिर गया. जिससे गुलजार के हाथ और पैर में गंभीर रूप से चोट आई. वहीं, नरहट निवासी एक युवक के सिर पर ईंट गिरने से इसका सिर फट गया. पुलिस और स्थानीय युवकों की सहायता से दोनों युवकों को चिकित्सा के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंन्द्र भेजा गया.

भागलपुरः वैसे तो सामान्य तौर पर मोहर्रम 10 सितंबर को ही खत्म हो गया. लेकिन शिया समुदाय के लोगों ने ताजिया का पहलाम 1 दिन बाद यानी 11 सितंबर को किया. ये परंपरा काफी सालों से चली आ रही है. भागलपुर में शिया समुदाय के मुसलमानों की आबादी काफी कम है. इसलिए आपसी तालमेल कर वो 1 दिन बाद अपना जुलूस निकाल कर स्थानीय कर्बला जाते हैं. रास्ते भर इमाम हुसैन की शहादत पर मातम करते हुए अपने पूरे शरीर को जंजीरों से मारकर लहूलुहान कर देते हैं.

ताजिया पहलाम के दौरान मातम करते हुए शिया समुदाय के लोग

जुलूस के साथ-साथ थे पुलिस के जवान
मोहर्रम का लाइसेंस करीब 100 से ज्यादा अखाड़ों को दिया गया था. सभी जगह से जुलूस निकालकर भारी हुजूम के साथ लोग कर्बला के मैदान में पहुंचे. इस दौरान प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए और मुहर्रम को काफी शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराया. पुलिस के जवान जुलूस के साथ-साथ चल रहे थे, ताकि शांतिपूर्ण तरीके से यह जुलूस कर्बला मैदान तक पहुंचाया जा सके.

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मौके पर तैनात पुलिस अधिकारी और जवान

इमाम हुसैन ने इस्लाम के लिए दी कुर्बानी
इस मौके पर शिया समुदाय के लोग मातम और नौहेखानी करते हुए शांतिपूर्ण तरीके से कर्बला पहुंचे. जुलूस में शामिल एक बुजुर्ग दिलदार हाशमी ने बताया कि मोहम्मद के दीन को बचाने के लिए उनके नवासे इमाम हुसैन ने जो अपनी और अपने घर वालों की कुर्बानी दी, उसी की याद में हम मोहर्रम मनाते हैं. उन पर जो जुल्म हुआ उसका अहसास करने के लिए उनके गम में हम लोग जंजीरों से मातम करते हैं.

bhagalpur
बयान देते बुजुर्ग

शांतिपूर्ण तरीके से मोहर्रम हुआ संपन्न
वहीं, इस दौरान प्रशासनिक स्तर पर मोहर्रम में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए काफी पुख्ता इंतजाम किए गए थे. सशस्त्र बल एवं पुलिस बल समेत भागलपुर में कई रैपिड एक्शन बालों की टुकड़ी मौजूद थी. शिया समुदाय के मुसलमान के ग्यारहवीं के पहलाम साथ ही भागलपुर का मोहर्रम संपन्न हो गया है. अब 40 दिनों के बाद आखिरी पहलाम चेहल्लुम का होगा.

nawada
घायल युवक और परिजन

पहलाम के दौरान छत का छज्जा गिरने से दो घायल
उधर, नवादा में ताजीया पहलाम देखने के लिए घर की छत पर चढ़ी महिलाओं के भार से छत का छज्जा गिर गया. इससे दो युवक गंभीर रूप से जख्मी हो गए. घटना जिले के थाना क्षेत्र के हिसुआ नगर के वार्ड न. 3 की है. बताया जाता है कि महिलाओं के अत्याधिक दबाव के कारण नवनिर्मित रेलिंग टूटकर वहां खड़े खनखनापुर निवासी मोहम्मद गुलजार पर गिर गया. जिससे गुलजार के हाथ और पैर में गंभीर रूप से चोट आई. वहीं, नरहट निवासी एक युवक के सिर पर ईंट गिरने से इसका सिर फट गया. पुलिस और स्थानीय युवकों की सहायता से दोनों युवकों को चिकित्सा के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंन्द्र भेजा गया.

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वैसे तो सामान्य तौर पर मुहर्रम कल ही खत्म हो गया लेकिन शिया समुदाय के द्वारा आज मुहर्रम का पहला निकालकर मातम मनाया गया भागलपुर में शिया समुदाय के मुसलमानों की आबादी काफी कम है इसलिए वह आपसी तालमेल कर शिया समुदाय के मुसलमान 1 दिन के बाद अपना पहलाम का जुलूस निकाल कर कर्बला के मैदान में जाते हैं रास्ते भर में इमाम हुसैन की शहादत पर मातम मनाते हुए अपने पूरे शरीर पर जंजीरी से मार-मार कर पूरे शरीर को लहूलुहान कर देते हैं या वर्षों प्राचीन परंपरा है की इमाम हुसैन की शहादत पर लोग मातम मनाते हैं आशानंदपुर के ऐतिहासिक एवं प्राचीन अखाड़े से आज शिया समुदाय के लोगों ने अपना पहलाम का जुलूस निकालकर कर्बला के मैदान में दफन किया ।


Body:वैसे तो मुहर्रम का लाइसेंस करीब 100 से ज्यादा अखाड़ों को दिया गया था और सभी जगह जगह से जुलूस निकालकर भारी हुजूम के साथ मातम मनाते हुए लोग कर्बला के मैदान में पहुंच रहे थे प्रशासन ने सुरक्षा के काफी पुख्ता इंतजाम कर मुहर्रम को काफी शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न करा दिया है आज भी शिया मुसलमानों के मुहर्रम में पुलिस बलों की तैनाती मौजूद थी जो पहलाम के जुलूस के साथ साथ चल रहे थे ताकि शांतिपूर्ण तरीके से पहलाम का जुलूस कर्बला मैदान तक पहुंचाया जा सके ।


Conclusion:भागलपुर में प्रशासनिक स्तर पर मुहर्रम में शांति व्यवस्था को बाहर रखने के लिए काफी पुख्ता इंतजाम किए गए थे जिसकी वजह से मुहर्रम को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराया जा सका जीरा सशस्त्र बल एवं पुलिस बल के समेत भागलपुर में कई रैपिड एक्शन बालों की टुकड़ी मौजूद थी जिसको लेकर पहले भी फ्लैग मार्च किया गया था ताकि मुहर्रम को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराया जा सके आज शिया समुदाय के मुसलमान के ग्यारहवीं के पहलाम साथ भागलपुर का मोहर्रम संपन्न हो गया है अब 40 दिनों के बाद आख़िरी पहलाम चेहल्लुम का होगा , भागलपुर के पुलिस पदाधिकारी की चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के बेहतर इंतजाम की वजह से कहीं भी किसी तरह की अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली थी भागलपुर जिले में पूरी तरह से शांतिपूर्ण तरीके से मुहर्रम को संपन्न करा दिया गया है ।

बाइट सैय्यद रियाजुल इस्लाम कोलकाता( काले कपड़े में)
बाइट प्रोफेसर सज्जाद जैदी भागलपुर (चश्मे एवं हरे शर्ट में)
बाइट दिलदार हाशमी (बुजुर्ग)
बाइट राजवंश सिंह सिटी डीएसपी भागलपुर

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