भागलपुर: दूसरे राज्यों से छात्र और मजदूरों को लाने का सिलसिला लगातार जारी है. इसी क्रम में शनिवार को अंबाला से श्रमिक एक्सप्रेस 1264 श्रमिकों को लेकर भागलपुर पहुंची. यहां पर प्रशासन ने काफी बेहतर इंतजाम किया था. स्टेशन परिसर में बैलूंस और सोशल डिस्टेंसिंग को मेंटेन करने के लिए 6 मीटर की दूरी पर सर्किल बनाए गए थे.
ताली बजाकर किया गया स्वागत
ये ट्रेन भागलपुर स्टेशन पहुंचने वाली तीसरी ट्रेन है. ट्रेन जैसे ही भागलपुर प्लेटफार्म में दाखिल हुई सभी प्रशासनिक पदाधिकारियों ने ताली बजाकर सभी श्रमिकों का स्वागत किया और हौसला बढ़ाया. श्रमिक एक्सप्रेस अपने निश्चित समय से कुछ देर पहले ही पहुंच गई थी, जिसमें भारी संख्या में श्रमिक थे. ज्यादातर श्रमिक बेतिया जिले से जुड़े हुए थे और कुछ मुंगेर से भी थे. जैसे ही ट्रेन स्टेशन पर पहुंची तो भागलपुर पुलिस राजकीय रेल पुलिस एवं आरपीएफ ने सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से चारों तरफ बैरिकेडिंग कर दी थी.
सभी को क्वॉरेंटाइन सेंटर भेजा गया
50 से 60 बसों से सभी श्रमिकों को स्थाई एवं अस्थाई क्वॉरेंटाइन सेंटर भेजा गया. अस्थाई क्वॉरेंटाइन सेंटर में उन श्रमिकों को रखा गया जिन्हें वहां से फिर बसों के द्वारा अपने-अपने गंतव्य जिले के लिए रवाना करना था. स्थाई क्वॉरेंटाइन सेंटर भागलपुर शहर में राजकीय पॉलिटेक्निक एवं अल्पसंख्यक छात्रावास और कई अन्य जगहों पर बनाया गया है. यहां पर भागलपुर जिले के आसपास के लोगों को क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है.
श्रमिकों को किया गया सैनेटाइज
श्रमिकों को स्वास्थ्य जांच करने के बाद एक-एक कर स्टेशन से बसों पर चढ़ने के लिए भेजा जा रहा था. उस क्रम में सभी श्रमिकों को सैनेटाइज भी किया जा रहा था और सभी को पीने का मिनरल वाटर, फूड पैकेट एवं मास्क दिया जा रहा था. इसके साथ ही साथ सभी लोगों से क्वॉरेंटाइन सेंटर में रहने को कहा जा रहा था.
अब तक 3 हजार लोग पहुंचे
कुल मिलाकर भागलपुर में अभी तक तीन श्रमिक एक्सप्रेस आ चुकी है, जिसमें लगभग 3 हजार से ज्यादा लोग भागलपुर पहुंचे हैं. इसमें भागलपुर के अलावा कई आसपास के जिलों के लोग भी हैं, जिन्हें अस्थाई क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखकर चरणबद्ध तरीके से गंतव्य स्थल पर भेजा जा रहा है, जहां पर पूर्ण रूप से क्वॉरेंटाइन करने की सलाह दी जा रही है.