भागलपुर: विषहरी महारानी केंद्रीय पूजा समिति भागलपुर की ओर से अंग प्रदेश की लोक गाथा पर आधारित विषहरी पूजा को लेकर केंद्रीय कार्यालय लालूचक स्थित मनसा विवाह भवन में बैठक हुई. क्षेत्र का लोक पर्व विषहरी पूजा पर भी कोरोना का साया है. इस बार विभिन्न समितियों के अधिकारियों और मेढ़पतियों ने केंद्रीय पूजा समिति की ओर से बुलाई गई बैठक में सर्व सहमति से मनसा देवी की प्रतिमा स्थापित नही करने का फैसला लिया. उन्होंने यह भी निर्णय लिया कि बाला बिहुला की छोटी प्रतिमा के साथ मंदिर के पास औपचारिक बारात निकाली जाएगी और शादी और सर्पदंश का भी औपचारिक आयोजन किया जाएगा. इस दौरान आवश्यक रूप से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी किया जाएगा.
विषहरी पूजा को लेकर बैठक
बैठक के बारे में जानकारी देते हुए केंद्रीय विषहरी पूजा समिति के सचिव प्रदीप कुमार ने बताया कि 95 प्रतिशत मेढ़तियों ने प्रतिमा स्थापित नहीं करने का सुझाव दिया, लेकिन सादगी पूर्वक परंपरा निर्वहन करने पर विचार विमर्श हुआ है. कुछ समितियों ने प्रतिमा निर्माण की भी बात कही. मार्गदर्शन के अभाव में कई स्थानों पर प्रतिमा निर्माण भी कर लिया गया है, हालांकि मेला नहीं लगाने पर सहमति बन गई है. उन्होंने कहा कि बैठक में प्रतिमा की जगह पर फ्लेक्स का आकर्षक कैलेंडर बनाकर मंदिर में लगाया जाएगा और कलश की स्थापना कर पूजा की जाएगी. डलिया भी चढ़ाया जाएगा.
इनकी रही मौजूदगी
वहीं, इस दौरान वालंटियर और पूजा समिति के लोग ही डलिया को कूपन सिस्टम से मंदिर में चढ़ायेंगे. किसी भी भक्त को मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा. बैठक की अध्यक्षता भोला प्रसाद मंडल ने की. बैठक में श्यामल किशोर मिश्र, दिनेश मंडल, संरक्षक शरद कुमार बाजपेई, शशि शंकर राय, राजीव शर्मा, मनोज कुमार, वकील पंडित, योगेश पांडे और भगवान यादव मौजूद रहे. बैठक में सभी ने बारी-बारी से अपना विचार रखा जिस पर आम सहमति बनी.