भागलपुर : बिहार के भागलपुर (Bhagalpur) के कहलगांव के भदेर पहाड़ पर 2014 से अवैध खनन शुरू हो गया था. हरियाली मिशन (Hariyali Mission) के तहत जिला प्रशासन द्वारा पहाड़ पर मनरेगा द्वारा मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने के तहत वृक्षारोपण कराया गया. अब पहाड़ पर अवैध खनन (Illegal Mining) पूरी तरह बंद है. पहाड़ अब हरा भरा दिखने लगा है.
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कहलगांव प्रखंड के सलेमपुर सैनी पंचायत के भदेर पहाड़ पर करीब 10 से 15 एकड़ में फैले पहाड़ पर 14,000 से अधिक पौधे लगाए गए हैं. पहाड़ पर सागवान, महोगनी, नींबू, नीम, जामुन के अलावा अन्य फलदार पौधे लगाए गए हैं. वृक्ष को जीवित रखने के लिए समरसेबल भी कराया गया है. जिससे वृक्ष की सिंचाई की जा रही है. इसके अलावा पौधों की देखरेख सही तरीके से हो, इसके लिए 100 से अधिक मजदूर को भी शिफ्ट में लगाया गया है.
वहीं, पहाड़ पर रंग बिरंगे पत्थर आकर्षण का केंद्र है. पहाड़ हरा भरा होने के कारण धीरे-धीरे पर्यटक स्थल के रूप में भी विकसित होने लगा है. भागलपुर जिले के अलावा झारखंड के गोड्डा और साहिबगंज से लोग पहाड़ पर घूमने पहुंच रहे हैं. इस दौरान पहाड़ के बीचोंबीच स्थित प्रसिद्ध बाबा भदेश्वर नाथ का दर्शन भी कर रहे हैं.
'2014 से पहाड़ पर अवैध खनन रुक गया है. जब से पहाड़ पर पौधारोपण किया गया है और देखरेख के लिए स्थानीय बेरोजगार लोगों को लगाया है. तब से एक तो लोगों को रोजगार मिल गया, साथ ही साथ पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए पौधारोपण भी हो गया. अवैध खनन भी पूरी तरह से रुक गया है. सैकड़ों मजदूर यहां काम करते हैं. जिन्हें बारी-बारी से ड्यूटी पर लगाया जाता है.' :- विपिन कुमार, वन पोषक
वहीं, कहलगांव के मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी कौशल राय ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) की दूरगामी सोच का परिणाम दिखाई देने लगा है. उन्होंने कहा कि हरियाली मिशन (Hariyali Mission) के तहत वृक्षारोपण राज्य भर में शुरू हुआ. मनरेगा के तहत भी वृक्षारोपण किया जा रहा है. कहलगांव के सलेमपुर सैनी पंचायत के भदेर पहाड़ पर वृक्षारोपण करवाया गया.
'पहाड़ पर वृक्षारोपण से अवैध खनन अब पूरी तरह से रुक गया है. वर्तमान में पहाड़ पर किसी तरह का खनन नहीं हो रहा है. दुरगामी सोच का ही परिणाम है कि एक तो पहाड़ को संरक्षित कर रहे हैं. दूसरा स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिल रहा है. यहां 14,000 पौधे लगाए गए हैं. जिसमें कुछ फलदार पौधे भी हैं.' :- कौशल राय, मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी
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बता दें कि सीएम नीतीश कुमार ने 2012 में हरियाली मिशन की शुरुआत की थी. उस समय 24 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया था. जिसमें करीब 22 करोड़ पौधे लगाए जा चुके हैं. अब राज्य का हरित आवरण 15% से अधिक हो चुका है. बिहार का बंटवारा होने के बाद राज्य में हरित आवरण 9% रह गया था. 2012 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 15% का लक्ष्य रखा था जो अब बढ़कर 17% हो गया है. 2020 में दो करोड़ का 51 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा था. उससे ज्यादा तीन करोड़ 94 लाख वृक्षारोपण किया गया. इस बार 2021 में 5 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है. जो पूरे राज्य भर मनरेगा जीविका सहित अन्य संगठनों द्वारा पौधारोपण करवाया जा रहा है.