भागलपुरः बरसात का मौसम आते ही गंगा के तटवर्ती इलाके के लोगों की मुश्किलें बढ़ जाती है. जिले के कहलगांव अनुमंडल के टपुआ दियारा, तौफिल दियारा और अंठावन दियारा में रह रहे लोग एक बार फिर कटाव का दंश झेल रहे हैं. गौरतलब है कि इन दिनों गंगा में पानी काफी बढ़ गया है, जिससे पिछले 4-5 दिनों से यहां कटाव की स्थिति बनी हुई है. इस कटाव में कई घर गंगा में विलीन हो गए हैं.
दर्जनों घरों पर कटाव का खतरा
कटाव में जिनका घर गंगा में समा गया उनका परिवार जहां-तहां आश्रय लेकर गुजर-बसर कर रहा है. पीड़ित लोगों ने कहा कि वे लोग सुरक्षित स्थान की तलाश कर रहे हैं. प्रशासन की ओर से कोई मदद नहीं मिल रही है. तटवर्ती इलाके में दर्जनों घरों पर अब भी कटाव का खतरा मंडरा रहा है. स्थानीय लोगों ने बताया कि मन में हमेशा भय बना रहता है कि उनका घर कभी भी कटाव का शिकार हो सकता है. इस डर से वो रात में सो नहीं पाते हैं.
सुरक्षित स्थानों की तलाश
घर तोड़कर ईंट निकाल रहे कैलाश मंडल ने बताया कि घर उन्हें इंदिरा आवास में मिला था. जमीन तो कटाव में चली ही जाएगी, कोशिश है कि घर की ईंट, दरवाजा, खिड़की और घरेलू सामानों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दें. तौफिल दियारा की लक्ष्मी देवी ने बताया कि उनका गांव भी कटाव के मुहाने पर है. 20 दिन पहले ही प्रशासन ने बालू की बोरी लाकर रखा है लेकिन उसे अब तक गंगा के किनारे डाला नहीं गया है. कटाव से कभी भी पूरा गांव गंगा की जद में आ सकता है.
दिया जाएगा मुआवजा
वहीं, अनुमंडल अधिकारी सुजय कुमार सिंह ने कहा कि टपुआ दियारा के इलाके में ज्यादा कटाव हो रहा है. वहां पर एसडीओ और सहायक अभियंता कैंप कर रहे हैं. कटाव में जिसका भी नुकसान हुआ है, उन्हें उचित मुआवजा दिया जाएगा.