भागलपुर: एकलव्य प्रतियोगिता के दूसरे दिन तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय स्टेडियम में खेले जा रहे कबड्डी प्रतियोगिता में 2 टीम आपस में भीड गईं. मामला गाली गलौज और हाथापाई तक पहुंच गया. एक टीम ने दूसरी टीम पर बेईमानी का आरोप लगाते हुए मैच खेलने से मना कर दिया.
भागलपुर में खेले जा रहे कबड्डी मैच में पूर्णिया टीम ने बेईमानी का आरोप लगाते हुए खेलने से इनकार कर दिया. पूर्णिया टीम के खिलाड़ी और कोच का आरोप था कि मैच में रेफरी, अंपायर और स्कोरर भागलपुर यूनिवर्सिटी के थे. इस वजह से मैच का निर्णय पक्षपातपूर्ण दिया जा रहा था, इस बात की लिखित शिकायत पूर्णिया टीम के खिलाड़ी और कोच मैनेजर ने भागलपुर विश्वविद्यालय के खेल सचिव को की.
पूर्णिया टीम की कप्तान ने लगाया आरोप
पूर्णिया महिला कबड्डी टीम की कप्तान नेहा कुमारी झा ने बताया कि पूर्णिया यूनिवर्सिटी और भागलपुर यूनिवर्सिटी के बीच मैच चल रहा था. मैच में अंपायर और रेफरी शुरू से ही पक्षपातपूर्ण निर्णय दे रहे थे. हम लोग कई दफा इसके बारे में रेफरी और अंपायर को बताया भी लेकिन वह कुछ सुनने को तैयार नहीं हुए. लगातार बेईमानी करते रहे. जब हम लोगों ने निर्णय के खिलाफ मैच खेलने से मना कर दिया तो भागलपुर टीम के खिलाड़ियों ने गाली-गलौज की. मेरे टीम के कोच के साथ हाथापाई गई. उन्होंने कहा कि नियम के खिलाफ यहां पर अंपायर और रेफरी को मैच कराने की जिम्मेदारी दी गई थी.
प्रतियोगिता का बहिष्कार
पूर्णिया यूनिवर्सिटी के कबड्डी के कोच अमर प्रताप ने बताया कि पूर्णिया यूनिवर्सिटी और भागलपुर यूनिवर्सिटी के साथ में चल रहा था, मैच में अंपायर, रेफरी और स्कोरर भागलपुर यूनिवर्सिटी के थे, जो नियम के खिलाफ है. रेफरी पक्षपातपूर्ण निर्णय दे रहे थे, जिसे हम लोग असंतुष्ट हैं. उन्होंने कहा कि लोकल टीम के खिलाड़ियों ने पूर्णिया यूनिवर्सिटी के खिलाड़ी और कोच के साथ गाली गलौज की. उन्होंने कहा कि इस रवैया के कारण हम लोग इस प्रतियोगिता से बैक हो रहे हैं. इस प्रतियोगिता में हम लोग नहीं खेलेंगे.
क्रीडा सचिव ने खारिज किए आरोप
तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के क्रीड़ा सचिव प्रोफेसर सदानंद झा ने कहा कि भागलपुर और पूर्णिया यूनिवर्सिटी के बीच हुए खेल में विवाद की जानकारी नहीं है. ना ही किसी टीम ने लिखित में आवेदन दिया है. आवेदन मिलने पर उस पर गठित टीम निर्णय लेगी. उन्होंने कहा कि खेल में लोकल रेफरी और अंपायर नहीं थे. पूरे बिहार भर के अंपायर और रेफरी को यहां मैच कराने के लिए बुलाए गया है. उन्होंने कहा कि भागलपुर और पूर्णिया यूनिवर्सिटी के बीच खेले गए मैच में यहां के कोई रेफरी, अंपायर और स्कोरर नहीं थे.