ETV Bharat / state

भागलपुर: पढ़ाई है अनमोल रतन, उफनती नदी में नाव के सहारे पढ़ने जाते हैं स्कूली छात्र

भागलपुर में नाव के सहारे बच्चे (Children Go To School By Crossing River) पढ़ने जाते हैं. जिले के इलाके में संत नगर प्राथमिक विद्यालय के छात्र और शिक्षक दोनों ही विद्यालय उफनती गंगा नदी में नाव के सहारे पहुंचते हैं. वह भी बिना किसी सेफ्टी किट के, जिससे किसी भी समय कोई अनहोनी की आशंका बनी रहती है. पढ़ें पूरी खबर...

उफनती नदी में नाव के सहारे विद्यालय जाते हैं छात्र
उफनती नदी में नाव के सहारे विद्यालय जाते हैं छात्र
author img

By

Published : Oct 22, 2022, 6:35 PM IST

भागलपुपर: बिहार के भागलपुर में गंगा नदी (Ganga River In Bhagalpur) एक बार फिर से अपना रौद्र रूप दिखा रही है. जिले में अलग-अलग जगह तो कहीं पक्के मकान को अपनी तेज धारा में बहा ले जा रही है. नदी की उफनती लहरों ने अपनी आगोश में गांव सहित विद्यालय को ले लिया है. ऐसा ही कुछ नाजार संत नगर प्राथमिक विद्यालय सबौर का है. जहां पर एक ही नाव पर छात्र और शिक्षक उफनती हुई नदी में नाव के ऊपर बैठकर बिना किसी सेफ्टी किट के विद्यालय जाते हुए नजर आते हैं. जिससे अगर भविष्य में कोई अनहोनी की घटना हुई तो इससे कोई इंकार नहीं कर सकता है.

ये भी पढे़ं- भागलपुर में गंगा का रौद्र रूप, चंद मिनटों में नदी में समाया आंगनबाड़ी केंद्र

नदी को पार कर स्कूल जाते हैं बच्चे : दरअसल, भागलपुर जिले में गंगा के बढ़ते जलस्तर (Rising Water Level Of Ganga In Bhagalpur) के कारण जिले में दो महीने के भीतर दूसरी बार बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. सबौर इलाको मे जहां कुछ दिनों पहले ही बाढ़ का पानी आया था. बाढ़ के पानी में बढ़ोतरी होने से संतनगर प्राथमिक विद्यालय भी बाढ़ की चपेट में आ गया है. जहां स्कूल में जाने के लिए नाव ही आखरी सहारा है.

छात्र और शिक्षक जान पर खेल कर जाते हैं स्कूल : अब ऐसे में छात्र और शिक्षक एक ही नाव से स्कूल जाते हैं. पिछले दो तीन दिन से वे सभी शिक्षक और बच्चे इसी नाव के सहारे रोजाना स्कूल जा रहे हैं. शिक्षकों के साथ-साथ बच्चे भी जान जोखिम में डालकर नाव के सहारे नदी पर स्कूल जाते हैं. उन्होंने कहा कि- 'ऐसे स्कूल जाने में उन्हें काफी परेशानी हो रही है. साथ ही जान का खतरा भी लग रहा है. जिसको लेकर जिला प्रशासन की ओर से कोई मदद नहीं मिल पा रही है.'

भागलपुपर: बिहार के भागलपुर में गंगा नदी (Ganga River In Bhagalpur) एक बार फिर से अपना रौद्र रूप दिखा रही है. जिले में अलग-अलग जगह तो कहीं पक्के मकान को अपनी तेज धारा में बहा ले जा रही है. नदी की उफनती लहरों ने अपनी आगोश में गांव सहित विद्यालय को ले लिया है. ऐसा ही कुछ नाजार संत नगर प्राथमिक विद्यालय सबौर का है. जहां पर एक ही नाव पर छात्र और शिक्षक उफनती हुई नदी में नाव के ऊपर बैठकर बिना किसी सेफ्टी किट के विद्यालय जाते हुए नजर आते हैं. जिससे अगर भविष्य में कोई अनहोनी की घटना हुई तो इससे कोई इंकार नहीं कर सकता है.

ये भी पढे़ं- भागलपुर में गंगा का रौद्र रूप, चंद मिनटों में नदी में समाया आंगनबाड़ी केंद्र

नदी को पार कर स्कूल जाते हैं बच्चे : दरअसल, भागलपुर जिले में गंगा के बढ़ते जलस्तर (Rising Water Level Of Ganga In Bhagalpur) के कारण जिले में दो महीने के भीतर दूसरी बार बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. सबौर इलाको मे जहां कुछ दिनों पहले ही बाढ़ का पानी आया था. बाढ़ के पानी में बढ़ोतरी होने से संतनगर प्राथमिक विद्यालय भी बाढ़ की चपेट में आ गया है. जहां स्कूल में जाने के लिए नाव ही आखरी सहारा है.

छात्र और शिक्षक जान पर खेल कर जाते हैं स्कूल : अब ऐसे में छात्र और शिक्षक एक ही नाव से स्कूल जाते हैं. पिछले दो तीन दिन से वे सभी शिक्षक और बच्चे इसी नाव के सहारे रोजाना स्कूल जा रहे हैं. शिक्षकों के साथ-साथ बच्चे भी जान जोखिम में डालकर नाव के सहारे नदी पर स्कूल जाते हैं. उन्होंने कहा कि- 'ऐसे स्कूल जाने में उन्हें काफी परेशानी हो रही है. साथ ही जान का खतरा भी लग रहा है. जिसको लेकर जिला प्रशासन की ओर से कोई मदद नहीं मिल पा रही है.'

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.