भागलपुर: पुलिस पदाधिकारी और जवान अब विधि-व्यवस्था संधारण (Maintenance of Law and Order) के साथ-साथ गजल और कहानी भी लिखेंगे. इसके जरिए वे लेखन में भी दक्षता का प्रदर्शन करेंगे. अगर कोई पुलिस के जवान फोटोग्राफी भी बेहतर करते हैं तो वह फोटो उस पुलिस वाले की अलग पहचान बनाएगी. दरअसल बिहार पुलिस (Bihar Police) का अपना न्यूजलेटर प्रकाशित होने वाला है. पुलिस के उपयोग के लिए यह 'न्यूज लेटर' त्रमासिक पत्रिका (Quarterly Magazine) होगा. इसके लिए भागलपुर सहित सभी जिले के पुलिस पदाधिकारी और पुलिसकर्मियों से उनका कृति लेखन और गजल मांगा गया है.
ये भी पढ़ें: भागलपुर में झमाझम बारिश के बीच चौथे चरण का मतदान जारी, वोटरों में दिख रहा उत्साह
पुलिस मुख्यालय ने सभी पुलिस महानिरीक्षक को पत्र लिखकर लेखन गजल और फोटोग्राफी की मांग की है. पुलिस मुख्यालय ने महानिरीक्षक को पत्र में लिखा है कि अपने रैंज के सभी जिले के एसपी और वहां के पुलिस वालों से लेखनी और फोटोग्राफ इकट्ठा कर भेजें.
पुलिस वालों को अपनी फोटो गजल और कहानी भेजने के लिए सुविधा भी दी गई है. वह अंग्रेजी के रोमन फॉन्ट (Roman Font) और हिंदी में लिख सकते हैं. कई इच्छुक पुलिस वालों ने इसके लिए हिंदी के कृतिदेव (Kruti Dev) सॉफ्टवेयर की मांग भी की गई है. इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि लेखन सामग्री के साथ-साथ संबंधित पुलिस वाले की फोटो भी भेजी जाए. न्यूज लेटर में जिस पुलिस पदाधिकारी या पुलिस कर्मी की लेख, कविता या गजल प्रकाशित होंगे, उसमें उस पुलिस वाले की फोटो भी प्रकाशित होगी. जिससे उन्हें अलग पहचान भी मिल सकेगी.
ये भी पढ़ें: भागलपुर क्षेत्र के सभी दार्शनिक और धार्मिक स्थलों के लिए चलेंगी अब CNG बसें, ऐसा होगा सफर
इस संबंध में भागलपुर रेंज के डीआईजी सुजीत कुमार ने कहा है कि मुख्यालय से उन्हें लेटर मिला है. पत्र के अनुसार रेंज के 3 जिलों के एसपी को निर्देश दिया गया है कि वे अपने-अपने जिले से पुलिस वालों के लेखन और सामग्री को जल्द मुख्यालय भिजवाएं.
पुलिस विभाग के न्यूजलेटर को लेकर बनाई गई एडिटोरियल बोर्ड की बीते दिनों बैठक भी हो चुकी है. बैठक में भी यह निर्णय लिया गया है कि न्यूज लेटर को लेकर सभी जिलों में पुलिस कर्मियों के बीच व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाएगा, ताकि पुलिस पदाधिकारी और पुलिस को पता भी चल सके कि एक ऐसा प्लेटफार्म उपलब्ध है, जहां पुलिस अपनी लेखन क्षमता और फोटोग्राफी का प्रदर्शन कर सकते हैं. इससे विभाग के अंदर उनकी क्षमता का नमूना भी सभी देख सकेंगे और उनकी एक अलग पहचान भी पुलिस से हटकर होगी. त्रैमासिक प्रकाशित होने वाले न्यूजलेटर का एक अंक प्रकाशित होने के बाद अगले अंक के लिए प्रकाशित होने वाली सामग्री इकट्ठा करने की तैयारी शुरू की जाएगी.