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भागलपुर: बाढ़ पीड़ितों ने राहत कैंप में सुविधाओं में कमी का लगाया आरोप

बाढ़ पीड़ितों का आरोप है कि प्रशासन की ओर से जो व्यवस्था की गई है, वह पर्याप्त नहीं है. उनका कहना है कि यहां लोगों को ठीक से खाना नहीं मिल रहा है और जो मिल रहा है उस खाने में पानी ज्यादा होता है.

राहत शिविर
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Published : Sep 29, 2019, 8:13 PM IST

भागलपुर: प्रदेश में भारी बारिश के बाद बाढ़ के हालात ने लोगों में डर का माहौल पैदा कर दिया है. पानी अब लोंगों के घरों में घुसने लगा है. जिसकी वजह से लोग सरकारी राहत शिविरों में शरण ले रहे हैं. बाढ़ पीड़ितों ने प्रशासन पर आरोप लगाया है कि राहत शिविर में पर्याप्त व्यवस्था नहीं की गई है.

लगातार हो रही बारिश को देखते हुए प्रशासन ने जिले के हवाई अड्डा इलाके में राहत शिविर बनाया है. जहां बाढ़ पीड़ित अपना गुजर बसर कर रहे हैं. लेकिन, प्रशासन पर आरोप है कि जो भी व्यवस्था यहां की गई है, वह ठीक से नहीं की गई है. किसी को खाना नहीं मिल रहा है तो कोई खुले में सोने को मजबूर है.

bhagalpur
बाढ़ राहत शिविर में मवेशी

'व्यवस्था पर्याप्त नहीं'
बाढ़ पीड़ितों का आरोप है कि प्रशासन की ओर से जो व्यवस्था की गई है, वह पर्याप्त नहीं हैं. उनका कहना है कि यहां लोगों को ठीक से खाना नहीं मिल रहा है और जो मिल रहा है उस खाने में पानी ज्यादा है. सिर्फ दो टाइम खाना मिलता है. हालांकि, प्रशासन ने तीन टाइम देने का वायदा किया था. बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि लाइट की सही व्यवस्था भी नहीं की गई है. 10 बजे सब कुछ बंद हो जाता है.

देखिए खास रिपोर्ट

क्या कहते हैं ग्रामीण?
दूसरे बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि यहां पशुओं को रखने का सही इंतजाम नहीं किया गया है. पशुओं को खाने के लिए चारा की कमी हो रही है. उन्होंने कहा कि चारा पूरा नहीं होने से उनकी सेहत पर बुरा असर हो रहा है.

भागलपुर: प्रदेश में भारी बारिश के बाद बाढ़ के हालात ने लोगों में डर का माहौल पैदा कर दिया है. पानी अब लोंगों के घरों में घुसने लगा है. जिसकी वजह से लोग सरकारी राहत शिविरों में शरण ले रहे हैं. बाढ़ पीड़ितों ने प्रशासन पर आरोप लगाया है कि राहत शिविर में पर्याप्त व्यवस्था नहीं की गई है.

लगातार हो रही बारिश को देखते हुए प्रशासन ने जिले के हवाई अड्डा इलाके में राहत शिविर बनाया है. जहां बाढ़ पीड़ित अपना गुजर बसर कर रहे हैं. लेकिन, प्रशासन पर आरोप है कि जो भी व्यवस्था यहां की गई है, वह ठीक से नहीं की गई है. किसी को खाना नहीं मिल रहा है तो कोई खुले में सोने को मजबूर है.

bhagalpur
बाढ़ राहत शिविर में मवेशी

'व्यवस्था पर्याप्त नहीं'
बाढ़ पीड़ितों का आरोप है कि प्रशासन की ओर से जो व्यवस्था की गई है, वह पर्याप्त नहीं हैं. उनका कहना है कि यहां लोगों को ठीक से खाना नहीं मिल रहा है और जो मिल रहा है उस खाने में पानी ज्यादा है. सिर्फ दो टाइम खाना मिलता है. हालांकि, प्रशासन ने तीन टाइम देने का वायदा किया था. बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि लाइट की सही व्यवस्था भी नहीं की गई है. 10 बजे सब कुछ बंद हो जाता है.

देखिए खास रिपोर्ट

क्या कहते हैं ग्रामीण?
दूसरे बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि यहां पशुओं को रखने का सही इंतजाम नहीं किया गया है. पशुओं को खाने के लिए चारा की कमी हो रही है. उन्होंने कहा कि चारा पूरा नहीं होने से उनकी सेहत पर बुरा असर हो रहा है.

Intro:भागलपुर में बाढ़ की भयावह स्थिति है ,लोगों के घरों में पानी घुसने की वजह से लोग अपने घर को छोड़कर सरकारी राहत शिविर में शरण लिए हुए हैं ,लेकिन इस शिविर में प्रशासन की ओर से पर्याप्त व्यवस्था नहीं की गई है । राहत शिविर में रह रहे बाढ़ प्रभावित लोगों को समय से भोजन नहीं मिल रहा है ,लाइट की व्यवस्था जो व्यवस्था की गई है वह रात के 10 बजे बंद कर दिया जाता है वहीं पशुओं को दवा तो मिला है लेकिन चारा नहीं मिल रहा है ,भारी बारिश में भी पशुओं को खुले स्थानों पर रखने के लिए लोग मजबूर हैं ,यह हाल है भागलपुर के हवाई अड्डा स्थित बाढ़ राहत शिविर का । सरकारी शिविर में गाय भैंस बकरी सहित करीब 2000 पशु रह रहे हैं ।
इन पशुओं को जिंदा रखना पशुपालकों के लिए चुनौती बना हुआ है । यहां रह रहे पशुओं की मौत हो रही है । चारा नहीं मिलने के कारण पशुओं की हालत खराब हो रही है ।

पिछले 10 दिनों से विभिन्न बाढ़ राहत शिविरों में बदहाली में लोग रह रहे हैं, यहां रह रहे लोगों को शौचालय के लिए जगह नहीं मिल रही है ,खुले में शौच करने को मजबूर हैं ।


Body:भागलपुर हवाई अड्डा में सरकारी राहत शिविर में रह रहे बाढ़ पीड़ित बासुकी यादव ने बताया कि यहां पर कोई व्यवस्था नहीं है, न खाना समय से मिलता है जो खाना मिलता है वह भी जैसे तैसे दिया जाता है । ना दाल ठीक मिलता है ना सब्जी , सब्जी में अधिक मात्रा में पानी रहता है । उन्होंने बताया कि साफ सफाई की व्यवस्था नहीं की गई है बिना चारे के पशु मर रहे हैं ।

बिंदेश्वरी मंडल ने बताया कि यहां बिजली की व्यवस्था भी नहीं है सफाई भी नहीं है , खाना दिन का एक बार मिलता है। वह भी 2 से 3 के बीच में कभी शाम 4 बजे मिलता है ।

राहत शिविर में रह रहे सचिन कुमार ने बताया कि प्रशासन ने जो दावा किया है वह दावा खोखली है , समय से कुछ भी नहीं मिलता जो मिलता है उसमें भी मिलावट रहता है । दाल मे अधिक मात्रा में पानी मिलता है ,तो सब्जी में पानी अधिक । उन्होंने कहा कि पीने की पानी की व्यवस्था नहीं है । बिजली की व्यवस्था जरनेटर से की गई है जो रात के 10 बजे ही बंद कर दिया जाता है । जिस वजह से पूरा रात अंधेरे में बिताना पड़ता है ।







Conclusion:visual
byte - बासुकी यादव ( बाढ़ पीड़ित )
byte - विंदेश्वरी यादव ( बाढ़ पीड़ित )
byte - सचिन कुमार ( बाढ़ पीड़ित )
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