भागलपुर: पश्चिम बंगाल में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल पर सियासत तेज हो गई है. हड़ताल का आज छठा दिन है. ऐसे में केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने बंगाल की स्थिति पर चिंता जताई है. उन्होंने कहा कि बंगाल में डॉक्टरों के साथ जो हुआ वो उचित नहीं हुआ. यहां के मेडिकल एसोसिएशन भी इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं.
हड़ताल से बंगाल की स्थिति खराब
अश्विनी चौबे ने कहा कि मेडिकल एसोसिएशन के प्रेसिडेंट तृणमूल कांग्रेस के नेता हैं. जिस वजह से मुख्यमंत्री की कार्रवाई से डर गया है. डॉक्टरों की हड़ताल से बंगाल में अराजकता की स्थिति बन गई है. जिसका असर पूरे भारत में पड़ रहा है.
हर्षवर्धन से करेंगे बात- चौबे
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि बंगाल के मामले को लेकर आज भागलपुर के डॉक्टरों ने भी विरोध करते हुए मुझसे बातचीत की. बंगाल में सैकड़ों डॉक्टर रिजाइन दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि वे इस मामले में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से बात करेंगे. डॉक्टरों को लेकर जो उचित होगा वो किया जाएगा. साथ ही मेडिकल स्टेबल बिल भी अन्य राज्यों में लागू कराने के लिए हम लोग प्रयास कर रहे हैं, ताकि डॉक्टरों का भी प्रोटेक्शन होगा और मरीजों की सुरक्षा पर ध्यान दिया जाएगा.
ये है मामला
बता दें कि पश्चिम बंगाल के एनआरएस मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान एक 75 वर्षीय बुजुर्ग की मौत के बाद परिजनों ने डॉक्टरों पर हमला कर दिया था. इस हमले में दो डॉक्टर घायल हो गए थे. उसके बाद से डॉक्टर्स हड़ताल पर चले गए हैं.