भागलपुर: बिहार के भागलपुर में अपराधियों के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि पहले मां को डायन बताकर प्रताड़ित किया. फिर 9 साल के भाई की हत्या जैसे संगीन अपराध को अंजाम दिया और उसके बाद युवक को जान से मारने की धमकी दी जा रही थी. जिस वजह से उसके लिए घर से निकलना भी मुश्किल हो रहा था. आखिरकार अब उस मजदूर को पुलिस प्रोटेक्शन (Police Protection to Laborer in Bhagalpur) देना पड़ा है. युवक ईंट भट्ठे पर मजदूरी काम करता था. गांव के दबंगों के डर से उसने काम छोड़ दिया था. अब वह जब भी काम पर जाएगा, उसके पास बिहार पुलिस का एक पिस्टल धारी सिपाही सुरक्षा के लिए मौजूद रहेगा. जगदीशपुर के रहने वाले संतोष को पटना के हाई कोर्ट में 20 जनवरी को एक बिहार पुलिस गार्ड मिल गया है जो अब उसकी रक्षा करेगा.
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नौ वर्ष के भाई की निर्मम हत्या: दरअसल भागलपुर के जगदीशपुर निवासी मजदूर संतोष कुमार की मां को गांव के कुछ दबंगों द्वारा डायन बताकर प्रताड़ित किया जाता था. जिसके विरोध में संतोष ने केस दर्ज कराया, दबंगों द्वारा केस उठाने को लेकर उस पर दबाव बनाया गया लेकिन संतोष नहीं माना. फिर दबंगों ने उसके 9 साल के छोटे भाई की निर्मम हत्या कर दी, मामला भागलपुर शहर से तकरीबन 26 किलोमीटर दूर जगदीशपुर का है. 7 माह पहले जून 2022 में संतोष के छोटे भाई की निर्मम हत्या से पूरा इलाका सदमे में आ गया था. इसमें कुल 7 लोगों को आरोपी भी बनाया गया था जिसमें एक को ही गिरफ्तार किया जा सका है.
"गांव के ही दबंगों ने मेरे 9 साल के भाई की हत्या कर दी थी. वजह सिर्फ इतनी थी कि मेरी मां को सभी लोग डायन बोल कर प्रताड़ित करते थे और मैंने इसके लिए थाने में केस दर्ज किया था साथ ही मेरा 9 बरस का भाई जगदीशपुर के दबंगों से इस बात को लेकर गिर गया था कि मेरी मां को आप लोग डायन कह कर प्रताड़ित क्यों करते हैं. इसके चलते ही मेरे भाई की भी निर्मम हत्या कर दी गई थी. अभी तत्काल तो मुझे बिहार पुलिस के जवान की सुरक्षा मिल गई है लेकिन फिर भी डर बना हुआ है. दबंग काफी अपराधिक किस्म के हैं, वह कभी भी कुछ भी कर सकते हैं. मैंने कई महीनों से डर के मारे अपना काम छोड़ दिया था जिसके चलते काफी आर्थिक तंगी भी आ गई. अब गार्ड मिला है तो अब फिर से काम शुरू करूंगा.
" -संतोष कुमार, ईंट भट्टा मजदूर
अगस्त 2022 में भी मिली सुरक्षा: एसपी डीएसपी तक न्याय की गुहार लगाते लगाते संतोष थक गया और पटना हाई कोर्ट पहुंचा. जहां से पीड़ित परिवार को सुरक्षा मुहैया करवाया गया लेकिन अब तक अपराधी पुलिस की गिरफ्त से फरार हैं. संतोष के अनुसार उसके भाई की हत्या की घटना के बाद पिछले साल अगस्त में भी भागलपुर एसएसपी की ओर से सुरक्षा गार्ड मुहैया कराई गई थी. हालांकि कुछ ही दिन के बाद उसे वापस ले लिया गया था.