भागलपुर: राजधानी पटना के बाद सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमण का मामला भागलपुर से सामने आया है. लेकिन प्रशासनिक स्तर पर किसी भी तरह की व्यवस्था नहीं की गई है. यहां आम दिनों की तरह पूरे शहर में लोगों का हुजूम इकट्ठा होता है.
जिले के मुख्य बाजार मारवाड़ी टोला में भी कोरोना के संक्रमित मरीज मिले हैं. जिसके बाद भागलपुर शहरी क्षेत्र के लगभग आधा दर्जन से ज्यादा इलाकों को कंटेनमेंट जोन बनाकर सील कर दिया गया. इसके बावजूद यहां बेरोकटोक लोगों का आना-जाना जारी है.
6 नए मामले की हुई पुष्टि
जिले में लगातार मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. शनिवार को भी 6 नए मरीजों की पुष्टि हुई है. नए मामले सामने आने के बाद यहां कुल एक्टिव मामले 85 हो गए हैं. जबकि 321 मरीज ठीक होकर घर चले गए हैं. नए मरीजों को मेडिकल टीम की ओर से भागलपुर के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के एमसीएच विंग में कोविड-19 सेंटर में भर्ती कराया गया है. वर्तमान में जिले में कुल संक्रमित मरीज 406 हो गए हैं. इनमें से सभी संक्रमित मरीज में से ज्यादातर मरीज श्रमिक और उनके परिजन हैं.
लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या
जिला प्रशासन बढ़ते संक्रमण को लेकर गंभीर नहीं दिख रहा है. शहर में लोगों की बढ़ती भीड़ प्रशासनिक व्यवस्थाओं की पोल खोल रही है. लेकिन जिस तरह से कोरोना का संक्रमण लगातार पूरे जिले में काफी तेजी से बढ़ रहा है. ऐसी परिस्थिति में प्रशासन को गंभीरता पूर्वक कदम उठाकर बाजार में बढ़ती भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल की तैनाती करनी चाहिए. लेकिन जिले के प्रशासनिक अधिकारियों पर इसका कोई खास असर होता नहीं दिख रहा है. जबकि जिले के प्रशासनिक महकमे के एक बीडियो भी तीन प्रखंड कर्मचारियों के साथ कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे.