बेगूसरायः जिले में गंगा की बाढ़ से व्यापक क्षति हुई है. लोगों की निजी संपत्ति की क्षति के साथ-साथ सरकारी संपत्ति को भी व्यापक नुकसान हुआ है. सरकारी संपत्ति की क्षति का जायजा लेने के लिए पर ईटीवी भारत की टीम ने बाढ़ प्रभावित शादीपुर गांव का दौरा किया. जहां करोड़ों रुपये से बनी कई सरकारी सड़कें ध्वस्त हो चुकी हैं. वहीं, पीसीसी सड़क पर 2 से 3 फीट बालू जमा हो गया है. जिसे हटाने के लिए ग्रामीण श्रमदान और चंदा करके दिन रात काम में लगे हैं.
कई सड़कें पूर्ण रूप से ध्वस्त
जिले में आई बाढ़ की वजह से मटिहानी बलिया ,साहेबपुर कमाल, बछवारा आदि प्रखंडों में निजी और सरकारी संपत्ति को काफी नुकसान हुआ है. बलिया प्रखंड के ग्रामीण इलाके का ईटीवी भारत ने दौरा किया. जिसमें यह पाया गया की निजी संपत्ति के साथ-साथ सरकारी संपत्ति को भी व्यापक नुकसान हुआ है. सरकारी पैसे से बने इंदिरा आवास योजना के घर और शौचालय कई जगह क्षतिग्रस्त हुए हैं. ग्रामीण कार्य विभाग, पंचायत योजना, प्रधानमंत्री सड़क योजना से निर्मित कई सड़कें पूर्ण रूप से ध्वस्त हो चुकी है.
सड़क पर दो से तीन फीट बालू जमा
इन सड़कों को यातायात के लिए बेहतर बनाने के लिए सरकार को दोबारा करोड़ों रुपए खर्च करने पड़ेंगे. वहीं, सबसे बड़ी परेशानी की बात यह है की गांव के निचले इलाकों में पीसीसी सड़क पर दो से तीन फीट बालू जमा हो गया है. जिससे सड़क पर आवागमन बहाल करने के लिए बालू हटाने का काम ग्रामीणों ने शुरू किया है.
अधिकारियों ने नहीं सुनी बात
स्थानीय लोगों ने बताया कि इसके लिए अधिकारियों से कई बार शिकायत भी की गई. साथ ही अनुरोध किया गया की जर्जर सड़क की मरम्मत के साथ सड़क पर जाम बालू को हटवाया जाए, लेकिन अधिकारियों ने इस पर ध्यान देना जरूरी नहीं समझा. इससे तंग आकर ग्रामीणों ने खुद चंदे और शारीरिक श्रम के जरिए सड़कों से बालू हटाने का काम शुरू कर दिया है. ताकि लोगों को आने जाने के लिए सड़क मिल सके.