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बेगूसराय के निजी क्लीनिक में नवजात शिशु की मौत, आक्रोशित परिजनों ने काटा बवाल - Newborn dies in Begusarai

बेगूसराय के निजी क्लीनिक में नवजात शिशु की मौत (Newborn died in Begusarai) के बाद परिजनों जमकर हंगामा मचाया. परिजनों ने डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया. हंगामा देख सदर अंचलाधिकारी मौके पर पहुंचे और लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया. पढ़ें पूरी खबर...

नवजात की इलाज के दौरान मौत
नवजात की इलाज के दौरान मौत
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Published : Nov 2, 2022, 7:18 AM IST

बेगूसराय: बिहार के बेगूसराय में एक निजी क्लीनिक में नवजात शिशु की मौत (newborn baby Died in Begusarai private hospital) के बाद परिजनो ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया. इस दौरान बच्चे के परिजन सड़क पर हंगामा करते हुए बीच सड़क पर ही धरना पर बैठ गए. जिससे क्लीनिक के सामने काफी देर तक अफरा-तफरी का माहौल बना रहा. घटना नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत विष्णुपुर रोड स्थित निजी क्लीनिक का है. मृत नवजात बच्चा खगरिया जिला के अलौली थाना क्षेत्र अंतर्गत वार्ड संख्या 14 स्थित सुंभा गाछी घाट निवासी अमरजीत राम का पूत्र था.

ये भी पढ़ें- आरा सदर अस्पताल में नवजात शिशु की मौत के बाद हंगामा, परिजनों ने डॉक्टर पर लगाया गंभीर आरोप

परिजनों ने डॉक्टर पर लगाया लापरवाही का आरोप: परिजनों के मुताबिक 29 अक्टूबर को बखरी पीएचसी में बच्चे का जन्म हुआ था. जहां नवजात की तबीयत खराब देखकर उसे बेगूसराय रेफर किया गया था. जहां इलाज के दौरान करीब दो लाख रुपए खर्च हुए. इसके बावजूद बच्चे की मौत (Newborn dies in Begusarai) हो गई. घटना के बाद बच्चे के परिजन ने बीच सड़क पर हंगामा किया. परिजनों को चीखते चिल्लाते देख सदर अंचलाधिकारी मौके पर पहुंचे और लोगों को समझा कर मामला शांत कराया और नगर थाने जाकर जाने की सलाह दी. थाने में परिजनों ने डॉक्टर पर इलाज के दौरान लापरवाही का आरोप लगाया.

"नवजात को बेहतर इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया था. जहां आज बच्चे की मौत हो गई. इस दौरान परिजनों से इलाज के रूप मे तकरीबन दो लाख रुपया लिया गया. बाबजूद इसके आज बच्चे की मौत हो गई. डॉक्टरों की इलाज एवं मौत के बाद उसे घर जाने के लिए किराया तक नहीं बचा हैं".- मालती देवी, परिजन

डॉक्टर ने आरोपों से पल्ला झाड़ा: नवजात की मौत के बाद परिजनों के द्वारा लगाए जा रहे आरोप पर निजी संस्थान के प्रबंधक विनय कुमार ने आरोपों से पल्ला झाड़ लिया है. प्रबंधक ने बताया कि 30 अक्टूबर को गंभीर स्थिति में नवजात शिशु को वेंटीलेटर पर रखा गया था. उसकी हालत नाजुक थी. परिजनों की लिखित शिकायत के बाद उसे वेंटीलेटर से हटाकर परिजनों को सौंपा गया. जिसके बाद नवजात की मौत हो गई.

"30 अक्टूबर को गंभीर स्थिति में नवजात शिशु को वेंटीलेटर पर रखा गया था. नवजात वेंटीलेटर पर था और परिजन नवजात को दूसरी जगह ले जाने की बात कर रहे थे. जबकि घरवालों को समझाया गया था की वेंटीलेटर से हटते ही बच्चे की मौत हो जाएगी. बावजूद इसके परिजनों की लिखित स्वीकारोक्ति के बाद उसे वेंटीलेटर से हटाकर परिजनों को सौंपा गया. तभी तक़रीबन आधे घंटे के बाद मासूम की मौत हो गई".- विनय कुमार, अस्पताल प्रबंधक

ये भी पढ़ें- खगड़िया सदर अस्पताल में मरीज की मौत के बाद हंगामा, परिजनों ने डॉक्टर को पीटा

बेगूसराय: बिहार के बेगूसराय में एक निजी क्लीनिक में नवजात शिशु की मौत (newborn baby Died in Begusarai private hospital) के बाद परिजनो ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया. इस दौरान बच्चे के परिजन सड़क पर हंगामा करते हुए बीच सड़क पर ही धरना पर बैठ गए. जिससे क्लीनिक के सामने काफी देर तक अफरा-तफरी का माहौल बना रहा. घटना नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत विष्णुपुर रोड स्थित निजी क्लीनिक का है. मृत नवजात बच्चा खगरिया जिला के अलौली थाना क्षेत्र अंतर्गत वार्ड संख्या 14 स्थित सुंभा गाछी घाट निवासी अमरजीत राम का पूत्र था.

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परिजनों ने डॉक्टर पर लगाया लापरवाही का आरोप: परिजनों के मुताबिक 29 अक्टूबर को बखरी पीएचसी में बच्चे का जन्म हुआ था. जहां नवजात की तबीयत खराब देखकर उसे बेगूसराय रेफर किया गया था. जहां इलाज के दौरान करीब दो लाख रुपए खर्च हुए. इसके बावजूद बच्चे की मौत (Newborn dies in Begusarai) हो गई. घटना के बाद बच्चे के परिजन ने बीच सड़क पर हंगामा किया. परिजनों को चीखते चिल्लाते देख सदर अंचलाधिकारी मौके पर पहुंचे और लोगों को समझा कर मामला शांत कराया और नगर थाने जाकर जाने की सलाह दी. थाने में परिजनों ने डॉक्टर पर इलाज के दौरान लापरवाही का आरोप लगाया.

"नवजात को बेहतर इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया था. जहां आज बच्चे की मौत हो गई. इस दौरान परिजनों से इलाज के रूप मे तकरीबन दो लाख रुपया लिया गया. बाबजूद इसके आज बच्चे की मौत हो गई. डॉक्टरों की इलाज एवं मौत के बाद उसे घर जाने के लिए किराया तक नहीं बचा हैं".- मालती देवी, परिजन

डॉक्टर ने आरोपों से पल्ला झाड़ा: नवजात की मौत के बाद परिजनों के द्वारा लगाए जा रहे आरोप पर निजी संस्थान के प्रबंधक विनय कुमार ने आरोपों से पल्ला झाड़ लिया है. प्रबंधक ने बताया कि 30 अक्टूबर को गंभीर स्थिति में नवजात शिशु को वेंटीलेटर पर रखा गया था. उसकी हालत नाजुक थी. परिजनों की लिखित शिकायत के बाद उसे वेंटीलेटर से हटाकर परिजनों को सौंपा गया. जिसके बाद नवजात की मौत हो गई.

"30 अक्टूबर को गंभीर स्थिति में नवजात शिशु को वेंटीलेटर पर रखा गया था. नवजात वेंटीलेटर पर था और परिजन नवजात को दूसरी जगह ले जाने की बात कर रहे थे. जबकि घरवालों को समझाया गया था की वेंटीलेटर से हटते ही बच्चे की मौत हो जाएगी. बावजूद इसके परिजनों की लिखित स्वीकारोक्ति के बाद उसे वेंटीलेटर से हटाकर परिजनों को सौंपा गया. तभी तक़रीबन आधे घंटे के बाद मासूम की मौत हो गई".- विनय कुमार, अस्पताल प्रबंधक

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