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राजौरी में LoC के पास विस्फोट, सीमा की रक्षा कर रहा बिहार का लाल शहीद - लाइन ऑफ कंट्रोल

जम्मू कश्मीर में लाइन ऑफ कंट्रोल के पास हुए विस्फोट की चपेट में आकर लेफ्टिनेंट ऋषि कुमार और जवान मंजीत सिंह शहीद हो गए. ऋषि कुमार बिहार के बेगूसराय के रहने वाले थे. पढ़ें पूरी खबर...

Rishi kumar
लेफ्टिनेंट ऋषि कुमार
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Published : Oct 30, 2021, 10:20 PM IST

Updated : Oct 30, 2021, 10:34 PM IST

राजौरी/बेगूसराय: भारत-पाकिस्तान के बीच स्थित लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) के पास शनिवार को हुए विस्फोट (Blast Near LoC) में सेना के एक अधिकारी और एक जवान शहीद हो गए. धमाका जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले के नौशेरा के कलाल इलाके में हुआ.

यह भी पढ़ें- पटना एयरपोर्ट पहुंचा शहीद प्रदीप कुमार का पार्थिव शरीर, अधिकारियों ने दी श्रद्धांजलि

नौशेरा के लाम सेक्टर के फॉर्वार्ड एरिया (अग्रिम क्षेत्र) में रुटीन पेट्रोलिंग के दौरान धमाका हुआ. सूत्रों के अनुसार इसे माइन ब्लास्ट माना जा रहा है. धमाके की चपेट में आकर लेफ्टिनेंट ऋषि कुमार और जवान मंजीत सिंह शहीद हो गए. ऋषि कुमार बिहार के बेगूसराय के रहने वाले थे. दोनों को गंभीर स्थिति में नजदीकी सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी.

  • GOC, White Knight Corps and all ranks salute bravehearts Lt Rishi Kumar and Sep Manjit Singh, who made the supreme sacrifice in line of duty along the Line of Control in Naushera sector today and offer deep condolences to their families: White Knight Corps pic.twitter.com/NaFJRg25Pq

    — ANI (@ANI) October 30, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

धमाका उस समय हुआ जब सैनिकों की एक टीम सीमा पार से आतंकवादियों की घुसपैठ की रोकथाम संबंधी उपायों का जायजा लेने के लिए गश्त कर रही थी. जिस जगह धमाका हुआ उस जगह सीमा पार से घुसपैठ रोकने के लिए सेना ने बारूदी सुरंगें बिछाई हुई हैं. धमाका किस तरह का था. इसके बारे में जांच की जा रही है. गश्ती दल को निशाना बनाने के लिए आतंकवादियों द्वारा आईईडी लगाने की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता.

बता दें कि जम्मू कश्मीर से आतंकवाद को खत्म करने के लिए पुलिस और सुरक्षा बलों के द्वारा लगातार अभियान चलाया जा रहा है. वहीं, एनआईए साल 2017 से ही कश्मीर में उग्रवाद और अलगाववादियों के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई कर रही है. साथ ही फंडिंग और उग्रवाद के मामलों में दर्जनों नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है.

इसके अलावा एनआईए ने हाल ही में नागरिकों की हत्याओं की जांच भी शुरू की है. इस मामले में 13 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. अनौपचारिक अनुमानों के अनुसार, एनआईए ने पिछले चार महीनों में जम्मू-कश्मीर में लगभग 130 छापे मारे हैं.

यह भी पढ़ें- अमित शाह ने पुलवामा हमले में शहीद हुए CRPF जवानों को दी श्रद्धांजलि

राजौरी/बेगूसराय: भारत-पाकिस्तान के बीच स्थित लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) के पास शनिवार को हुए विस्फोट (Blast Near LoC) में सेना के एक अधिकारी और एक जवान शहीद हो गए. धमाका जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले के नौशेरा के कलाल इलाके में हुआ.

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नौशेरा के लाम सेक्टर के फॉर्वार्ड एरिया (अग्रिम क्षेत्र) में रुटीन पेट्रोलिंग के दौरान धमाका हुआ. सूत्रों के अनुसार इसे माइन ब्लास्ट माना जा रहा है. धमाके की चपेट में आकर लेफ्टिनेंट ऋषि कुमार और जवान मंजीत सिंह शहीद हो गए. ऋषि कुमार बिहार के बेगूसराय के रहने वाले थे. दोनों को गंभीर स्थिति में नजदीकी सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी.

  • GOC, White Knight Corps and all ranks salute bravehearts Lt Rishi Kumar and Sep Manjit Singh, who made the supreme sacrifice in line of duty along the Line of Control in Naushera sector today and offer deep condolences to their families: White Knight Corps pic.twitter.com/NaFJRg25Pq

    — ANI (@ANI) October 30, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

धमाका उस समय हुआ जब सैनिकों की एक टीम सीमा पार से आतंकवादियों की घुसपैठ की रोकथाम संबंधी उपायों का जायजा लेने के लिए गश्त कर रही थी. जिस जगह धमाका हुआ उस जगह सीमा पार से घुसपैठ रोकने के लिए सेना ने बारूदी सुरंगें बिछाई हुई हैं. धमाका किस तरह का था. इसके बारे में जांच की जा रही है. गश्ती दल को निशाना बनाने के लिए आतंकवादियों द्वारा आईईडी लगाने की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता.

बता दें कि जम्मू कश्मीर से आतंकवाद को खत्म करने के लिए पुलिस और सुरक्षा बलों के द्वारा लगातार अभियान चलाया जा रहा है. वहीं, एनआईए साल 2017 से ही कश्मीर में उग्रवाद और अलगाववादियों के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई कर रही है. साथ ही फंडिंग और उग्रवाद के मामलों में दर्जनों नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है.

इसके अलावा एनआईए ने हाल ही में नागरिकों की हत्याओं की जांच भी शुरू की है. इस मामले में 13 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. अनौपचारिक अनुमानों के अनुसार, एनआईए ने पिछले चार महीनों में जम्मू-कश्मीर में लगभग 130 छापे मारे हैं.

यह भी पढ़ें- अमित शाह ने पुलवामा हमले में शहीद हुए CRPF जवानों को दी श्रद्धांजलि

Last Updated : Oct 30, 2021, 10:34 PM IST
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