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चरम सीमा पर अपराधियों का खौफ, लोग कह रहे- लगता है छोड़ना पड़ेगा बिहार

क्या नीतीश कुमार की सरकार व प्रशासन पर पकड़ ढ़िली हो गई है? क्या नीतीश कुमार अब 'सुशासन बाबू' की छवि खोते जा रहे हैं? आप सोच रहे होंगे कि ये सवाल क्यों? क्योंकी, 'सुशासन बाबू' के नाम से मशहूर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राज में अपराध का ग्राफ नीचे उतर ही नहीं रहा है. आज हम बात कर रहे हैं बेगूसराय की. यहां पिछले कुछ दिनों से अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ा है. जिसके चलते लोगों में खौफ है.

अपराधियों का खौफ
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Published : Oct 14, 2019, 8:03 AM IST

Updated : Oct 14, 2019, 8:32 AM IST

बेगूसराय: बिहार में नीतीश कुमार सुशासन बाबू कहे जाते हैं. सुशासन का मतलब अच्छा शासन. लेकिन, बिहार में तेजी से बढ़ते अपराध के बीच नीतीश सरकार के सुशासन की पोल खुलती नजर आ रही है. प्रदेश में बढ़ते अपहरण, लूटपाट, हत्या, छेड़खानी, महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटनाओं में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. सरकार को आइना दिखाने के लिए ईटीवी भारत की टीम आम लोगों से बात कर रही है. आइए जानते हैं प्रदेश की जनता लॉ एंड ऑर्डर पर क्या बोलती है.

राष्ट्रकवि दिनकर की जन्मभूमि बेगूसराय में अपराध चरम पर है. हाल ही में दुर्गा पूजा के दौरान युवकी की गोली मारकर हत्या हो या महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना, यहां लोग खौफजदा हैं. यही नहीं, अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वो छोटी सी छोटी बात पर गोली मार देते हैं. जी हां, बखरी थाना क्षेत्र में तो माचिस मांगने मात्र पर एक युवक को गोली मार दी गई. वहीं, 10 अक्टूबर को 10 साल की मासूम के साथ हुई दुष्कर्म की घटना ने शर्मसार कर दिया.

बिहार में बढ़ते अपराध पर ईटीवी भारत की स्पेशल रिपोर्ट

'सूरज ढलते ही घर जाना पड़ता है'
अपराधियों के ताबड़तोड़ अपराध के चलते लोगों में डर है. इस बाबत जब नगर निगम के डिप्टी मेयर राजीव कुमार से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि हम लोग जनप्रतिनिधि हैं और देर रात तक लोगों से मिलना-जुलना होता है. पहले 11 से 12 बजे तक हम लोग घर लौटते थे. लेकिन अभी जिस तरीके से हालात बदले हैं और लगातार अपराध हो रहे हैं. मुझे भी लगता है कि मैं शाम ढलने से पहले घर पहुंच जाऊं.

डिप्टी मेयर राजीव कुमार
डिप्टी मेयर राजीव कुमार

कोई सुनता ही नहीं है- अधिवक्ता
बढ़ते अपराध को लेकर अधिवक्ताओं में भी डर है. अधिवक्ता आशुतोष सिंह बताते हैं कि अपराध बढ़ने की मूल वजह स्थानीय थाना पुलिस की शिथिलता है. नीचे स्तर पर थाना लोगों की बात नहीं सुनता, जिस वजह से आपराधिक वारदातों में अत्यधिक वृद्धि हुई है. वहीं, व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ता शशिभूषण यादव का कहना है कि एक साल में आपराधिक वारदातों में इजाफा हुआ है. रंगदारी, अवैध शराब का कारोबार बढ़ गया है.

अधिवक्ता शशिभूषण यादव
अधिवक्ता शशिभूषण यादव

पलायन का मूड बना रहे व्यवसायी
स्थानीय दवा व्यवसायी की मानें तो अब घर से निकलते ही लगता है कि कहीं किसी अपराधी का शिकार न हो जाए. घर सुरक्षित लौटना, भाग्य की बात हो गई है. बेगूसराय व्यवसाय के दृष्टिकोण से अब सुरक्षित नहीं रह गया है. जिस तरीके से अपराध बढ़े हैं और अपराधियों के सॉफ्ट टारगेट पर बिजनेसमैन हैं. ऐसे में हम लोगों को लगता है कि अब बिहार से पलायन कर जाना चाहिए.

विनय कुमार विवेक, दवा व्यापारी
विनय कुमार विवेक, दवा व्यापारी

'बढ़ती बेरोजगारी अपराध की वजह'
सिहमा विद्यालय के प्रधानाचार्य संजीव कुमार का मानना है कि बढ़ते अपराध को रोकने के लिए पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई के साथ-साथ जागरूकता फैलाने की भी आवश्यकता है. अपराध की मुख्य वजह बिहार में बेरोजगारी है. अगर बेरोजगारी खत्म हो जाए, तो अपराध खुद-ब-खुद खत्म हो जाएगा.

'खेला जा रहा खूनी खेल'
सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. रजनीश कुमार का कहना है कि दिनकर की इस पवित्र भूमि पर जो अभी खूनी खेल खेला जा रहा है, उससे बेगूसराय के लोग काफी व्यथित हैं. सुबह अखबार पढ़ें या टीवी देखे, तो आपको जिले के हर एक कोने से आपराधिक वारदातों की सूचना मिलेगी. इससे आम लोगों में दहशत है.

सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. रजनीश कुमा
सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. रजनीश कुमार

सीएम नीतीश से इस्तीफे की मांग
कुल मिलाकर बिहार में कुछ भी ठीक नहीं है. लोगों में आक्रोश इतना है कि एक सीमेंट व्यवसाई ने तो सीएम नीतीश कुमार से इस्तीफा तक मांग लिया. व्यवसाई का कहना है कि बेगूसराय ही नहीं पूरे बिहार में अपराधी बेलगाम हो गए हैं. सीएम नीतीश कुमार को नैतिकता के आधार पर अब इस्तीफा दे देना चाहिए.

फाइनेंस कंपनी के कर्मी से 2 लाख की लूट
अनुपम अनु, सीमेंट व्यवसायी

एक महीने की बड़ी आपराधिक वारदातें...

  • जिले के नगर थाना के महमदपुर मोहल्ले में युवक की गला रेतकर हत्या.
  • बखरी थाना क्षेत्र के रामपुर गांव अपराधियों ने महज एक माचिस के लिए एक व्यक्ति को गोली मार दी.
  • शराब माफिया ने पत्रकार पर किया जानलेवा हमला.
  • 10 साल की बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म की वारदात.
  • डंडारी थाना क्षेत्र के तुरकिया गांव में युवक की गोली मारकर हत्या.
  • महिला के साथ दुष्कर्म. ई-रिक्शा के ड्राइवर और उसके दोस्तों ने दिया वारदात को अंजाम.
  • सिंघौल थाना में दुर्गा पूजा देखने गए युवक को मारी गई गोली.
  • बलिया थाना क्षेत्र के नगर पंचायत स्थित चकमक्खन टोला के पास दिनदहाड़े फाइनेंस कंपनी के कर्मी से 2 लाख की लूट
    बिहार की क्राइम रिपोर्ट
    बिहार का क्राइम रिपोर्ट

बिहार पुलिस का क्राइम रिकॉर्ड
अब अगर बिहार पुलिस के जुलाई तक के क्राइम रिकॉर्ड पर गौर करें तो जुलाई 2019 तक 893 दुष्कर्म की घटना दर्ज की गई है. वहीं 1,853 हत्या के मुकदमे लिखे जा चुके हैं. ऐसे में सवाल जस के तस हैं कि आखिर कब सुरक्षित होंगी बिहार में बेटियां. आखिर कब अपराध मुक्त बनेगा बिहार क्योंकि इतनी घटनाओं के बाद भी अब तक पुलिस प्रशासन की अंतरात्मा नहीं जागी है. तो दूसरी तरफ लोग पूछ रहे हैं कि कहां हैं सुशासन बाबू?

बेगूसराय: बिहार में नीतीश कुमार सुशासन बाबू कहे जाते हैं. सुशासन का मतलब अच्छा शासन. लेकिन, बिहार में तेजी से बढ़ते अपराध के बीच नीतीश सरकार के सुशासन की पोल खुलती नजर आ रही है. प्रदेश में बढ़ते अपहरण, लूटपाट, हत्या, छेड़खानी, महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटनाओं में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. सरकार को आइना दिखाने के लिए ईटीवी भारत की टीम आम लोगों से बात कर रही है. आइए जानते हैं प्रदेश की जनता लॉ एंड ऑर्डर पर क्या बोलती है.

राष्ट्रकवि दिनकर की जन्मभूमि बेगूसराय में अपराध चरम पर है. हाल ही में दुर्गा पूजा के दौरान युवकी की गोली मारकर हत्या हो या महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना, यहां लोग खौफजदा हैं. यही नहीं, अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वो छोटी सी छोटी बात पर गोली मार देते हैं. जी हां, बखरी थाना क्षेत्र में तो माचिस मांगने मात्र पर एक युवक को गोली मार दी गई. वहीं, 10 अक्टूबर को 10 साल की मासूम के साथ हुई दुष्कर्म की घटना ने शर्मसार कर दिया.

बिहार में बढ़ते अपराध पर ईटीवी भारत की स्पेशल रिपोर्ट

'सूरज ढलते ही घर जाना पड़ता है'
अपराधियों के ताबड़तोड़ अपराध के चलते लोगों में डर है. इस बाबत जब नगर निगम के डिप्टी मेयर राजीव कुमार से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि हम लोग जनप्रतिनिधि हैं और देर रात तक लोगों से मिलना-जुलना होता है. पहले 11 से 12 बजे तक हम लोग घर लौटते थे. लेकिन अभी जिस तरीके से हालात बदले हैं और लगातार अपराध हो रहे हैं. मुझे भी लगता है कि मैं शाम ढलने से पहले घर पहुंच जाऊं.

डिप्टी मेयर राजीव कुमार
डिप्टी मेयर राजीव कुमार

कोई सुनता ही नहीं है- अधिवक्ता
बढ़ते अपराध को लेकर अधिवक्ताओं में भी डर है. अधिवक्ता आशुतोष सिंह बताते हैं कि अपराध बढ़ने की मूल वजह स्थानीय थाना पुलिस की शिथिलता है. नीचे स्तर पर थाना लोगों की बात नहीं सुनता, जिस वजह से आपराधिक वारदातों में अत्यधिक वृद्धि हुई है. वहीं, व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ता शशिभूषण यादव का कहना है कि एक साल में आपराधिक वारदातों में इजाफा हुआ है. रंगदारी, अवैध शराब का कारोबार बढ़ गया है.

अधिवक्ता शशिभूषण यादव
अधिवक्ता शशिभूषण यादव

पलायन का मूड बना रहे व्यवसायी
स्थानीय दवा व्यवसायी की मानें तो अब घर से निकलते ही लगता है कि कहीं किसी अपराधी का शिकार न हो जाए. घर सुरक्षित लौटना, भाग्य की बात हो गई है. बेगूसराय व्यवसाय के दृष्टिकोण से अब सुरक्षित नहीं रह गया है. जिस तरीके से अपराध बढ़े हैं और अपराधियों के सॉफ्ट टारगेट पर बिजनेसमैन हैं. ऐसे में हम लोगों को लगता है कि अब बिहार से पलायन कर जाना चाहिए.

विनय कुमार विवेक, दवा व्यापारी
विनय कुमार विवेक, दवा व्यापारी

'बढ़ती बेरोजगारी अपराध की वजह'
सिहमा विद्यालय के प्रधानाचार्य संजीव कुमार का मानना है कि बढ़ते अपराध को रोकने के लिए पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई के साथ-साथ जागरूकता फैलाने की भी आवश्यकता है. अपराध की मुख्य वजह बिहार में बेरोजगारी है. अगर बेरोजगारी खत्म हो जाए, तो अपराध खुद-ब-खुद खत्म हो जाएगा.

'खेला जा रहा खूनी खेल'
सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. रजनीश कुमार का कहना है कि दिनकर की इस पवित्र भूमि पर जो अभी खूनी खेल खेला जा रहा है, उससे बेगूसराय के लोग काफी व्यथित हैं. सुबह अखबार पढ़ें या टीवी देखे, तो आपको जिले के हर एक कोने से आपराधिक वारदातों की सूचना मिलेगी. इससे आम लोगों में दहशत है.

सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. रजनीश कुमा
सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. रजनीश कुमार

सीएम नीतीश से इस्तीफे की मांग
कुल मिलाकर बिहार में कुछ भी ठीक नहीं है. लोगों में आक्रोश इतना है कि एक सीमेंट व्यवसाई ने तो सीएम नीतीश कुमार से इस्तीफा तक मांग लिया. व्यवसाई का कहना है कि बेगूसराय ही नहीं पूरे बिहार में अपराधी बेलगाम हो गए हैं. सीएम नीतीश कुमार को नैतिकता के आधार पर अब इस्तीफा दे देना चाहिए.

फाइनेंस कंपनी के कर्मी से 2 लाख की लूट
अनुपम अनु, सीमेंट व्यवसायी

एक महीने की बड़ी आपराधिक वारदातें...

  • जिले के नगर थाना के महमदपुर मोहल्ले में युवक की गला रेतकर हत्या.
  • बखरी थाना क्षेत्र के रामपुर गांव अपराधियों ने महज एक माचिस के लिए एक व्यक्ति को गोली मार दी.
  • शराब माफिया ने पत्रकार पर किया जानलेवा हमला.
  • 10 साल की बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म की वारदात.
  • डंडारी थाना क्षेत्र के तुरकिया गांव में युवक की गोली मारकर हत्या.
  • महिला के साथ दुष्कर्म. ई-रिक्शा के ड्राइवर और उसके दोस्तों ने दिया वारदात को अंजाम.
  • सिंघौल थाना में दुर्गा पूजा देखने गए युवक को मारी गई गोली.
  • बलिया थाना क्षेत्र के नगर पंचायत स्थित चकमक्खन टोला के पास दिनदहाड़े फाइनेंस कंपनी के कर्मी से 2 लाख की लूट
    बिहार की क्राइम रिपोर्ट
    बिहार का क्राइम रिपोर्ट

बिहार पुलिस का क्राइम रिकॉर्ड
अब अगर बिहार पुलिस के जुलाई तक के क्राइम रिकॉर्ड पर गौर करें तो जुलाई 2019 तक 893 दुष्कर्म की घटना दर्ज की गई है. वहीं 1,853 हत्या के मुकदमे लिखे जा चुके हैं. ऐसे में सवाल जस के तस हैं कि आखिर कब सुरक्षित होंगी बिहार में बेटियां. आखिर कब अपराध मुक्त बनेगा बिहार क्योंकि इतनी घटनाओं के बाद भी अब तक पुलिस प्रशासन की अंतरात्मा नहीं जागी है. तो दूसरी तरफ लोग पूछ रहे हैं कि कहां हैं सुशासन बाबू?

Intro:एंकर- बेगूसराय और अपराध जैसे लगता है ये दोनों एक दूसरे के पर्यायवाची शब्द बन कर रह गए हैं, जिस तरीके से बेगूसराय जिले में बेखौफ अपराधी लगातार बड़े अपराध कर पुलिस को बौना साबित करने में लगे हैं वैसे में आम लोग दहशत में हैं और इन्हें अब सुशासन सरकार जंगलराज पार्ट 2 दिखने लगा है।


Body:vo- बेगूसराय जिले में एक के बाद एक ताबड़तोड़ आपराधिक वारदातों को अपराधी अंजाम दे रहे हैं ।एक तरफ व्यबसाई, बैंक कर्मी, सरकारी कर्मचारी इत्यादि लोग अपराधियों की गोली के शिकार हो रहे हैं। वहीं दूसरी ओर मासूम बच्चियों और औरतों के साथ हो रहे रेप और गैंगरेप की वारदात ने ना सिर्फ जिले को शर्मसार किया है, बल्कि खौफ का मंजर यह है कि महिलाएं और लड़कियां अब घर से निकलने के पहले सौ बार सोचने लगी हैं, जिससे ना सिर्फ उनकी शिक्षा-दीक्षा पर असर पड़ रहा है बल्कि अपने पैर पर खड़े होने का हुनर भी दम तोड़ने लगा है। बढ़ते अपराध की वजह कोई स्थानीय प्रशासन की कार्यशैली को दे रहा है तो कोई शराब के अवैध कारोबार को दे रहा है वही कुछ लोग स्थानीय प्रशासन के अलावे नीतीश सरकार की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं लोगों का कहना है कि नीतीश कुमार के शासनकाल का यह सबसे बुरा दौर है और यह लालू यादव के तथाकथित जंगलराज की तुलना में कहीं ज्यादा है खौफ पैदा करने वाला समय है जिसमें ना सिर्फ बेगूसराय के लोग जी रहे हैं पूरे बिहार के लोग कमोबेश उसी हालात से मुकाबला कर रहे हैं।
ईटीवी भारत की टीम ने बढ़ते अपराध और और गैंगरेप जैसी शर्मसार करने वाली वारदात के मुद्दे पर जिले के हर वर्ग हर तबके के लोगों से उनकी राय जानने का प्रयास किया, जिसमें हर तबके के लोगों ने अपने आप को असुरक्षित बताया और दावा किया कि बेगूसराय में कोई यह नहीं कह सकता कि वह सुबह घर से निकला है तो शाम में घर सुरक्षित लौट ही जाएगा लोग दहशत में हैं और प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है।
vo- सीमेंट कारोबारी अनुपम अनु बताते हैं की बेगूसराय ही नहीं पूरे बिहार में अपराधी बेलगाम हो गए हैं सरकार को नैतिकता के आधार पर अब इस्तीफा दे देना चाहिए।
1 अनुपम अनु,सीमेंट कारोबारी
vo- नगर निगम के डिप्टी मेयर बताते हैं कि हम लोग जनप्रतिनिधि हैं और देर रात तक लोगों से मिलना जुलना होता है पूर्व के समय में 11-12 बजे तक हम लोग घर लौटते थे लेकिन अभी जिस तरीके से हालात बदले हैं और लगातार अपराध हो रहे हैं मैं भी प्रयास करता हूं कि शाम ढलने के पहले अपने घर पहुंच जाऊं।
2 राजीव कुमार,डिप्टी मेयर,नगर निगम
vo- सिहमा विद्यालय के प्रधानाचार्य संजीव कुमार बताते हैं कि बढ़ते अपराध को रोकने के लिए पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई के साथ-साथ जागरूकता फैलाने की भी आवश्यकता है। तथा अपराध की मुख्य वजह बिहार में बेरोजगारी है अगर बेरोजगारी खत्म हो जाए तो अपराध स्वतह खत्म हो जाएंगे।
3-संजीव कुमार,एच एम,सिहमा विद्यालय
vo- अधिवक्ता आशुतोष सिंह बताते हैं कि अपराध बढ़ने की मूल वजह स्थानीय थाना पुलिस की शिथिलता और संवेदन शून्यता है। नीचे स्तर पर थाना लोगों की बात नहीं सुनता जिस वजह से अपराधिक वारदातों में अत्यधिक वृद्धि हुई है
4-आशुतोष सिंह,अधिवक्ता।
vo- दवा व्यवसाई विनय विवेक बताते हैं कि बेगूसराय व्यवसाय के दृष्टिकोण से अब सुरक्षित नहीं रह गया है ,जिस तरीके से अपराध बढ़े हैं और अपराधियों के सॉफ्ट टारगेट पर बिजनेस मैन हैं, वैसे में हम लोगों को लगता है कि अब बिहार से पलायन कर जाना चाहिए।
5-विनय विवेक,दवा ब्यापारी
vo- व्यवहार न्यायालय बेगूसराय के अधिवक्ता शशिभूषण यादव बताते हैं कि बीते 1 वर्ष के दौरान जिस तरीके से आपराधिक वारदातों में इजाफा हुआ है, उससे यह बातें तो स्पष्ट हो गई कि स्थानीय थाना गरीबों की बात नहीं सुनता ।पैसे वाले लोग थाना चला रहे हैं तथा शराब का कारोबार जिले में चरम पर है, जिसमें छोटे छोटे बच्चे भी शामिल हैं।
6-शशिभूषण यादव,अधिवक्ता
vo- बैंक कर्मी विनोद सिंह बताते हैं कि लोगों की प्रशासन से काफी अपेक्षा होती है लेकिन बेगूसराय में प्रशासन लोगों की अपेक्षा पर खरा नहीं उतर रहा। जिस तरीके से रेप और हत्या की वारदातें बढ़ी हैं हर आम और खास ब्यक्तिआज दहशत में है।
7-विनोद सिंह,बैंक कर्मी।
vo- पंचायत समिति सदस्य अजीत कुमार बताते हैं कि जिले में अपराध की मुख्य वजह अवैध शराब का कारोबार है ।अवैध शराब के कारोबार में कई लोग शामिल हैं जो अपराध की मुख्य वजह है और शराब की बिक्री कहीं बंद नही हुई।
8-अजित कुमार,पंचायत समिति सदस्य।
vo- सामाजिक कार्यकर्ता डॉ रजनीश कुमार बताते हैं कि दिनकर की इस पवित्र भूमि पर जो अभी खूनी खेल खेला जा रहा है उससे बेगूसराय के लोग काफी व्यथित हैं ।सुबह अखबार पढ़ें या टीवी देखे तो आपको जिले के हर एक कोने से आपराधिक वारदातों की सूचना मिलेगी ,जिससे आम लोग दहशत में हैं।
9-डॉ रजनीश कुमार,सामाजिक कार्यकर्ता।
vo- वही शिक्षाविद इंतखाब अहमद ख़ान बताते हैं कि अब लोग कहीं सुरक्षित नहीं हैं दुर्गा पूजा मेला में भी लोग अगर घर से निकले तो डरे और सहमे हुए। पुलिस वहां भी सुरक्षा नहीं दे पाई और नीतीश कुमार जिस जंगलराज का खौफ दिखाकर सत्ता में आए अभी बिहार में उससे भी खराब स्थिति हो गई है
10-इंतकाब अहमद खान,शिक्षाविद


Conclusion:fvo-नोट विसुअल्स या कट वे में कुछ अनावश्यक लगे या बाइट में तो उसे एडिट कर लें ।कृपया चेक कर लिया जाय।
सर से बात कर इसमें जो अन्य विसुअल्स जोड़ना हो जोड़ दें ।आपराधिक घटनाओं की हाल की विसुअल्स वहां उपलब्ध है ही दिक्कत हो तो बताया जाएगा मैं उपलब्ध करवा दूंगा।
Last Updated : Oct 14, 2019, 8:32 AM IST
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