बेगूसरायः राज्य में केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन ने अपनी प्रमुख मांगों को लेकर तीन दिवसीय हड़ताल का आयोजन किया है. इसका असर जिले में भी देखने को मिला. यहां शहर से लेकर गांव तक सभी दवा दुकानदारों ने हड़ताल को सफल बनाने के लिए दुकानें बंद रखी. दुकानदारों का कहना है कि सरकार जब तक अपने आदेश को वापस नहीं लेती तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
परेशान दिखे मरीज
हड़ताल के समर्थन में दुकानदारों ने शहर में प्रदर्शन किया और प्रतिरोध मार्च निकाला. हड़ताल कर रहे दुकानदारों का कहना है कि सरकार ने दवा की दुकान का लाइसेंस तो दे दिया, लेकिन अब फार्मासिस्ट के नाम पर हम लोगों का आर्थिक शोषण किया जा रहा है. बहरहाल जो भी हो दवा दुकानदारों और सरकार की रार के बीच मरीज और उनके परिजन दवा के लिए इधर-उधर परेशान दिखे.
फार्मासिस्ट के नाम पर आर्थिक शोषण
प्रदर्शन कर रहे दुकानदार ए.के. सिंह ने कहा कि बिहार में मात्र 7 हजार फार्मासिस्ट हैं जबकि दुकानों की संख्या 40 हजार है. ऐसे में फार्मासिस्ट के नाम पर दुकानों के लाइसेंस को रद्द किया जा रहा है. इसके साथ ही दुकानदारों का आर्थिक शोषण भी किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यदि सरकार हमारी मांगों पर विचार नहीं करती है तो आगे भी आंदोलन जारी रहेगा.