बेगूसरायः सीपीआई नेता कन्हैया कुमार ने सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ अभी-अभी जन-गण-मन यात्रा पूरी की है. इसके तहत उन्होंने बिहार के सभी जिलों का दौरा किया. अब कन्हैया 27 फरवरी को पटना के गांधी मैदान में 'देश बचाओ-संविधान बचाओ' रैली भी करेंगेैं. माना जा रहा है कि उनकी इस यात्रा के बाद आगामी विधानसभा चुनाव में मुकाबला त्रिकोणीय हो सकता है. इस यात्रा पर सियात भी खूब हो रही है. बीजेपी ने उन्हें लोकसभा चुनाव में मिली हार से सबक लेने की नसीहत दे दी है.
'देश तोड़ने की बात करते हैं कन्हैया'
बीजेपी एमएलसी रजनीश कुमार कन्हैया को बिहार चुनाव में कोई फैक्टर ही नहीं मानते हैं. उन्होंने कहा कि कन्हैया खुद को स्थापित करने के लिए विवादित बयान देते रहते हैं. इस दौरान देश तोड़ने की बात करने से भी वे परहेज नहीं करते. कन्हैया एक ओर संविधान बचाने की बात करते हैं तो दूसरी ओर संसद से पास कानून का पालन करने को तैयार नहीं हैं.
'संविधान का भी करते हैं विरोध'
रजनीश कुमार ने कहा कि जिस बिल को लोकसभा और राज्यसभा से पास होने के बाद राष्ट्रपति की मुहर लग जाती है, वो कानून का रूप ले लेता है. संवैधानिक प्रक्रिया से बने सीएए का विरोध कर कन्हैया किस संविधान की रक्षा की बात कर रहे हैं. एमएलसी ने कहा कि वो कुछ भी कर लें, विधानसभा चुनाव में भी उनका लोकसभा चुनाव जैसा ही हश्र होगा.