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Flood In Begusarai: बाढ़ से भारी तबाही, जिलाधिकारी ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का किया दौरा

बेगूसराय (Begusarai) में गंगा नदी के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी के कारण जिले के कई प्रखंडों में बाढ़ का पानी घुस गया है. जिससे लोगों की परेशानी बढ़ गई है. जिलाधिकारी और एसपी ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया. पढ़ें पूरी खबर..

बेगूसराय जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा
बेगूसराय जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा
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Published : Aug 13, 2021, 7:38 AM IST

बेगूसराय: बारिश के चलते बिहार (Bihar) की कई नदियां इन दिनों उफान पर हैं. बेगूसराय (Begusarai) में गंगा नदी (Ganga River) के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी जारी है. गंगा में पानी बढ़ने से जिले के कई प्रखंड बाढ़ (Flood) की चपेट में आ गए हैं. बाढ़ के चलते लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं. लोग अपने घरों को छोड़कर जरूरी सामानों के साथ सुरक्षित स्थान पर जाने को मजबूर हैं.

ये भी पढ़ें:मुंगेर में गंगा ने छोड़ा किनारा, गांवों में घुसा बाढ़ का पानी, रेस्क्यू में जुटी NDRF

गंगा में बढ़ते जलस्तर के बीच जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा और एसपी अकाश कुमार ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और वहां के हालात को जाना. इस दौरान जिलाधिकारी ने अपने सहकर्मियों को बाढ़ से निपटने के लिए कई आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी किये.

देखें ये वीडियो

इस संबंध में जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा ने बताया कि जिले में गंगा का जलस्तर वर्ष 2019 का आंकड़ा पार कर गया है. एक दो दिनों में वर्ष 2016 का आंकड़ा भी पार कर जाने की संभावना है. बाढ़ से निपटने के लिए जिला प्रशासन की पैनी नजर है और हर तरह की व्यवस्था की जा रही है. जिससे बाढ़ पीड़ितों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो.

जिलाधिकारी ने बताया कि जिले के बलिया, मटिहानी, साहेबपुरकमाल, तेघड़ा, बछवाड़ा, बरौनी और शामहो प्रखंड का इलाका बाढ़ से प्रभावित है. जिले में कुल 70 नाव को बाढ़ पीड़ितों को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाने के लिए लगाया गया है और जरूरत के हिसाब से और नावों की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है.

डीएम ने बताया कि बुधवार से दो कम्यूनिटी किचेन चलाया गया है जबकि 26 और कम्युनिटी किचन चलाने का निर्दश दिया है. इसके अलावा जरूरत के हिसाब से पन्नी का भी वितरण किया जा रहा है. पशुचारा के संबंध में डीएम ने बताया कि पशुचारा का लौट आने वाला है. जिसके बाद उसका वितरण किया जाएगा.

इसके अलावा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मेडिकल टीम को भी लगाया गया है. खासतौर पर गर्भवती महिलाओं को चिन्हित करने का निर्देश दिया गया है ताकि उनके लिए खास व्यवस्था की जा सके. वहीं पशु चिकित्सकों को भी प्रतिनियुक्त किया गया है. जिले में अबतक 250 शरणार्थी केंद्र बनाये गए हैं.

वहीं बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेने के बाद एसपी अवकाश कुमार ने बताया कि जिले में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है और आने वाले दिनों में जलस्तर और बढ़ने की उम्मीद है. एसपी ने बताया कि जिलाधिकारी और उनके द्वारा बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया गया. उन्होंने कहा कि कहीं भी विधि व्यवस्था की समस्या ना हो इस पर नजर रखी जा रही है.

एसपी ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से राहत के लिए सभी तरह के काम किए जा रहे हैं. अगर किसी भी लोगों को कुछ समस्या है तो वह अपने समीप के थाना बीडियो या सीओ से संपर्क स्थापित कर सकते हैं. एक सवाल के जवाब में एसपी अवकाश कुमार ने बताया कि बांध पर जो मवेशी रह रहे हैं उसके लिए पशु चारा की व्यवस्था की गई है.

वहीं बाढ़ प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थान पर रखने कर लिए स्कूल को चिन्हित किया गया है और उनके भोजन के लिए कम्यूनिटी किचन चलाया जा रहा है. एसपी ने बताया कहा कि सुरक्षा की दृष्टिकोण से जगह-जगह पुलिस बल तैनात किए गए हैं.

गौरतलब है कि जिले में गंगा नदी के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. साल 2019 की तुलना में बाढ़ इस साल ज्यादा है. वहीं अगर जलस्तर में इसी तरह से बढ़ोतरी होती रही तो आने वाले दिनों साल 2016 का रिकॉर्ड टूट जाएगा. बताते चलें कि 2016 में बाढ़ ने बेगुसराय में भाड़ी तबाही मचाई थी.

ये भी पढ़ें:गंगा की चपेट में आया आशियाना, मवेशियों संग पलायन को मजबूर हुए लोग, 1500 बाढ़ पीड़ित फंसे

बेगूसराय: बारिश के चलते बिहार (Bihar) की कई नदियां इन दिनों उफान पर हैं. बेगूसराय (Begusarai) में गंगा नदी (Ganga River) के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी जारी है. गंगा में पानी बढ़ने से जिले के कई प्रखंड बाढ़ (Flood) की चपेट में आ गए हैं. बाढ़ के चलते लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं. लोग अपने घरों को छोड़कर जरूरी सामानों के साथ सुरक्षित स्थान पर जाने को मजबूर हैं.

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गंगा में बढ़ते जलस्तर के बीच जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा और एसपी अकाश कुमार ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और वहां के हालात को जाना. इस दौरान जिलाधिकारी ने अपने सहकर्मियों को बाढ़ से निपटने के लिए कई आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी किये.

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इस संबंध में जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा ने बताया कि जिले में गंगा का जलस्तर वर्ष 2019 का आंकड़ा पार कर गया है. एक दो दिनों में वर्ष 2016 का आंकड़ा भी पार कर जाने की संभावना है. बाढ़ से निपटने के लिए जिला प्रशासन की पैनी नजर है और हर तरह की व्यवस्था की जा रही है. जिससे बाढ़ पीड़ितों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो.

जिलाधिकारी ने बताया कि जिले के बलिया, मटिहानी, साहेबपुरकमाल, तेघड़ा, बछवाड़ा, बरौनी और शामहो प्रखंड का इलाका बाढ़ से प्रभावित है. जिले में कुल 70 नाव को बाढ़ पीड़ितों को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाने के लिए लगाया गया है और जरूरत के हिसाब से और नावों की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है.

डीएम ने बताया कि बुधवार से दो कम्यूनिटी किचेन चलाया गया है जबकि 26 और कम्युनिटी किचन चलाने का निर्दश दिया है. इसके अलावा जरूरत के हिसाब से पन्नी का भी वितरण किया जा रहा है. पशुचारा के संबंध में डीएम ने बताया कि पशुचारा का लौट आने वाला है. जिसके बाद उसका वितरण किया जाएगा.

इसके अलावा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मेडिकल टीम को भी लगाया गया है. खासतौर पर गर्भवती महिलाओं को चिन्हित करने का निर्देश दिया गया है ताकि उनके लिए खास व्यवस्था की जा सके. वहीं पशु चिकित्सकों को भी प्रतिनियुक्त किया गया है. जिले में अबतक 250 शरणार्थी केंद्र बनाये गए हैं.

वहीं बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेने के बाद एसपी अवकाश कुमार ने बताया कि जिले में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है और आने वाले दिनों में जलस्तर और बढ़ने की उम्मीद है. एसपी ने बताया कि जिलाधिकारी और उनके द्वारा बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया गया. उन्होंने कहा कि कहीं भी विधि व्यवस्था की समस्या ना हो इस पर नजर रखी जा रही है.

एसपी ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से राहत के लिए सभी तरह के काम किए जा रहे हैं. अगर किसी भी लोगों को कुछ समस्या है तो वह अपने समीप के थाना बीडियो या सीओ से संपर्क स्थापित कर सकते हैं. एक सवाल के जवाब में एसपी अवकाश कुमार ने बताया कि बांध पर जो मवेशी रह रहे हैं उसके लिए पशु चारा की व्यवस्था की गई है.

वहीं बाढ़ प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थान पर रखने कर लिए स्कूल को चिन्हित किया गया है और उनके भोजन के लिए कम्यूनिटी किचन चलाया जा रहा है. एसपी ने बताया कहा कि सुरक्षा की दृष्टिकोण से जगह-जगह पुलिस बल तैनात किए गए हैं.

गौरतलब है कि जिले में गंगा नदी के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. साल 2019 की तुलना में बाढ़ इस साल ज्यादा है. वहीं अगर जलस्तर में इसी तरह से बढ़ोतरी होती रही तो आने वाले दिनों साल 2016 का रिकॉर्ड टूट जाएगा. बताते चलें कि 2016 में बाढ़ ने बेगुसराय में भाड़ी तबाही मचाई थी.

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