बांका (कटोरिया): कटोरिया प्रखंड के घोरमारा पंचायत अंतर्गत कड़वामारण सहित 5 गांव के ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से वोट बहिष्कार का ऐलान कर रखा है. आक्रोशित ग्रामीणों को समझाने के उद्देश्य से डीएम सुहर्ष भगत के निर्देश पर सोमवार को जिला पंचायती राज पदाधिकारी रंजन कुमार चौधरी के नेतृत्व में अधिकारियों की टीम कड़वामारण गांव पहुंची
वोट करने की अपील
डीपीआरओ ने ग्रामीणों से विभिन्न बिंदुओं पर बातचीत की. साथ ही विधानसभा चुनाव में मताधिकार का प्रयोग करने की भी अपील की. डीपीआरओ ने कहा कि लोकतंत्र में अपनी बात को कहने का सभी को अधिकार है. स्वस्थ तरीका से विरोध का इजहार करें, ना कि वोट का बहिष्कार करके.
पोस्टर को किया गया जब्त
अधिकारियों ने गांव में जगह-जगह लगाए गए वोट बहिष्कार के बैनर और पोस्टर को भी जब्त कर लिया. डीपीआरओ रंजन कुमार चौधरी के साथ कटोरिया बीडीओ कुमार सौरव, सीओ सागर प्रसाद, घोरमारा मुखिया नीरज कुमार, थाना के सअनि बिपिन प्रसाद यादव दल-बल के साथ शामिल थे.
8 साल से नहीं बना पुल
ग्रामीणों ने बताया कि कड़वामारण और लीलावरण नदी में पिछले 8 साल से पुल निर्माण कार्य अधूरा पड़ा हुआ है. यहां मुख्यमंत्री सेतु योजना के तहत पुल निर्माण का कार्य शुरू हुआ था. लेकिन संवेदक ने आधा अधूरा कार्य करके ही काम बंद कर दिया.
वोट बहिष्कार का ऐलान
पुल और सड़क निर्माण की मांग को लेकर क्षेत्र के ग्रामीणों ने लोकसभा और विधानसभा चुनाव में भी वोट बहिष्कार का ऐलान किया था. लेकिन जिला प्रशासन ने समझा-बुझाकर ग्रामीणों को मताधिकार के लिए राजी कर लिया था. वर्षों बाद भी यहां समस्या जस की तस बनी हुई है.
ग्रामीणों को हो रही परेशानी
कड़वामारण सहित लीलावरण, नीमावरण, धोबनी व तरगच्छा गांव के ग्रामीण विभिन्न कठिनाइयों से जूझने को मजबूर हैं. बूथ संख्या 58 लीलावरण के सभी वोटरों ने वोट बहिष्कार का लिया निर्णय है. बरसात के दिनों में ग्रामीणों की समस्या चार गुना हो जाती है. गर्भवती या बुजुर्ग मरीजों को अस्पताल ले जाना दूभर हो जाता है.
कई अधिकारी रहे मौजूद
कड़वामारण सहित पांच गांवों की हालत टापू जैसी हो जाती है. अधिकारियों को ग्रामीणों ने भी समस्याओं से रूबरू कराया. इस मौके पर ग्रामीण अनिरुद्ध मंडल, रविकांत, शंभू मंडल, नागेश्वर मंडल, रामकिशोर मंडल, नागेश्वर मंडल, हालेश्वर यादव आदि मौजूद रहे.