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Banka News: मास्टर साहब हुए गिरफ्तार, फर्जी प्रमाण पत्र पर 7 साल से कर रहे थे नौकरी

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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Sep 9, 2023, 3:20 PM IST

बिहार के बांका में फर्जी शिक्षक की गिरफ्तारी का मामला सामने आया है. फर्जी दस्तावेज पर उम्र में 15 साल कम कर नौकरी प्राप्त की थी. इसका खुलासा होने पर 7 साल के नौकरी कर रहे शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया गया है. पढ़ें पूरी खबर...

बांका में फर्जी शिक्षक गिरफ्तार
बांका में फर्जी शिक्षक गिरफ्तार

बांकाः बिहार के बांका में फर्जी शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई (Fake teacher arrested in Banka) की गई. मामला जिले के धोरैया प्रखंड का है. उम्र की हेरफेर कर फर्जी दस्तावेज के बनाकर शिक्षक की नौकरी हासिल करने का मामला सामने आया है. इसके बाद उक्त शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया गया है.

यह भी पढ़ेंः अब छपरा में 1900 नियोजित शिक्षकों की नौकरी पर संकट के बादल

7 साल से कर रहा था नौकरीः शिक्षक बटसार पंचायत के उर्दू प्राथमिक विद्यालय बालमचक में एक शिक्षक फर्जी दस्तावजों के जरिए सात साल से नौकरी कर रहा था. आरटीआई के तहत मिली जानकारी में शिक्षक के फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है, लेकिन शिक्षा विभाग बांका की ओर से शिक्षक के खिलाफ किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई.

2016 में हुई थी पोस्टिंगः धनकुंड थाना क्षेत्र के बबुरा निवासी इसराइल के पुत्र हैदर पंचायत के संविदा शिक्षक के रूप में उर्दू प्राथमिक विद्यालय बालमचक में सहायक शिक्षक के पद पर कार्यरत था. साल 2016 के फरवरी महीने में हैदर की पोस्टिंग हुई थी. तत्कालीन बटसार पंचायत के मुखिया व पंचायत सेवक के द्वारा हैदर की नियुक्ति हुई थी. हैदर ने नियुक्ति के समय दिए दस्तावेज में अपना उम्र वर्ष 1988 दर्शाया है.

उम्र को 15 साल कम कियाः बिहार विद्यालय परीक्षा समिति पटना, परीक्षा बोर्ड से दिए मैट्रिक परीक्षा में इसका उम्र वर्ष 1973 अंकित है. बड़ी चालाकी से उम्र में 15 वर्ष की हेराफेरी कर फर्जी ढंग से शिक्षक बन गया. इस फर्जीवाड़े का खुलासा बांका के आरटीआई से सूचना प्राप्त कर मोहम्मद अशफाक ने किया है. इसके पूर्व भी इस शिक्षक के फर्जीवाड़ा के खिलाफ शिक्षा विभाग को आवेदन दिया गया था, लेकिन उसे हमेशा सही बता कर मामले को दबा दिया जाता था, लेकिन इस बार शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया गया है.

बांकाः बिहार के बांका में फर्जी शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई (Fake teacher arrested in Banka) की गई. मामला जिले के धोरैया प्रखंड का है. उम्र की हेरफेर कर फर्जी दस्तावेज के बनाकर शिक्षक की नौकरी हासिल करने का मामला सामने आया है. इसके बाद उक्त शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया गया है.

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7 साल से कर रहा था नौकरीः शिक्षक बटसार पंचायत के उर्दू प्राथमिक विद्यालय बालमचक में एक शिक्षक फर्जी दस्तावजों के जरिए सात साल से नौकरी कर रहा था. आरटीआई के तहत मिली जानकारी में शिक्षक के फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है, लेकिन शिक्षा विभाग बांका की ओर से शिक्षक के खिलाफ किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई.

2016 में हुई थी पोस्टिंगः धनकुंड थाना क्षेत्र के बबुरा निवासी इसराइल के पुत्र हैदर पंचायत के संविदा शिक्षक के रूप में उर्दू प्राथमिक विद्यालय बालमचक में सहायक शिक्षक के पद पर कार्यरत था. साल 2016 के फरवरी महीने में हैदर की पोस्टिंग हुई थी. तत्कालीन बटसार पंचायत के मुखिया व पंचायत सेवक के द्वारा हैदर की नियुक्ति हुई थी. हैदर ने नियुक्ति के समय दिए दस्तावेज में अपना उम्र वर्ष 1988 दर्शाया है.

उम्र को 15 साल कम कियाः बिहार विद्यालय परीक्षा समिति पटना, परीक्षा बोर्ड से दिए मैट्रिक परीक्षा में इसका उम्र वर्ष 1973 अंकित है. बड़ी चालाकी से उम्र में 15 वर्ष की हेराफेरी कर फर्जी ढंग से शिक्षक बन गया. इस फर्जीवाड़े का खुलासा बांका के आरटीआई से सूचना प्राप्त कर मोहम्मद अशफाक ने किया है. इसके पूर्व भी इस शिक्षक के फर्जीवाड़ा के खिलाफ शिक्षा विभाग को आवेदन दिया गया था, लेकिन उसे हमेशा सही बता कर मामले को दबा दिया जाता था, लेकिन इस बार शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया गया है.

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