बांका: जिले के अमरपुर में नल जल योजना में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है. यहां योजना में भ्रष्टाचार को लेकर पिछले 15 जनवरी से अनशन पर बैठे समाजसेवी को अमरपुर बीडीओ सरस्वती कुमारी ने जांच का आश्वासन देकर अनशन समाप्त करवाया.
पिछले 15 जनवरी से थे अनशन पर
सरकार की महत्वाकांक्षी योजना में बंदरबांट को देखकर समाजसेवी नारायण शर्मा सलिल पिछले 15 जनवरी से आमरण अनशन पर थे. जिसके बाद मामले को तूल पकड़ता देख स्थानीय बीडीओ ने जांच का आश्वासन देकर समाजसेवी को जूस पिलाकर अनशन समाप्त करवाया.
'स्थानीय जनप्रतिनिधि की मिलीभगत का आरोप'
अनशनकारी नारायण शर्मा सलिल ने बताया कि अमरपुर प्रखंड के भिखनपुर पंचायत में लोगों को इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा था. इस योजना में मुखिया और वार्ड क्रियान्वयन समिति की मिलीभगत से राशि की बंदरबांट हो रही थी. वे इसकी लागातर जांच करवाने की मांग कर रहे थे, लेकिन उनकी बातों को नहीं सुना जा रहा था. जिसके बाद उन्होंने अनशन का रास्ता अख्तियार किया. नारायण शर्मा बताते हैं कि ये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बहुत महत्वपूर्ण योजना है, ये योजना मुझे आदर्श लगता है, लेकिन प्रशासन की लापरवाही के कारण लोगों को इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है.
'लोगों के साथ किया गया भेदभाव'
समाजसेवी ने बताया कि अमरपुर प्रखंड के भिखनपुर पंचायत में दलित, महादलित, पिछड़ा आदि जाति के लोगों के साथ भेदभाव कर योजना से वंचित रखा गया है. नल जल योजना का काम मानक के अनुरूप नहीं हुआ है. एमबी के अनुरूप धरातल पर काम नहीं किया गया है. योजना में कहीं जल मीनार टूटकर गिरा है, तो कहीं पर पाइप लाइन को सड़क पर ही बिछा दिया गया है. इस योजना में सरकारी राशि की बड़े पैमाने पर लूट हुई है.
'सही तरीके से हो जांच'
समाजसेवी ने बताया कि योजना में सरकारी राशि की बंदरबांट हुई है. प्राकलन और एमबी के खिलाफ जांच की जाए. उन्होंने कहा कि राशि गबन करने वाले लोगों के खिलाफ न्यायिक और दंडात्मक कार्रवाई की जाए और योजना में सुधार कर इसे समुचित तरीके से लागू किया जाए, जिससे सभी आम और खास को इस योजना का लाभ मिल सके.
बीडीओ ने समाप्त करवाया अनशन
योजना के खिलाफ अनशन के बाद मामला धीरे-धीरे तूल पकड़ने लगा. जिसके बाद बीपीआरओ हिमांशु शेखर ने अनशन समाप्त करवाने के लिए हरसंभव प्रयास किया. लेकिन समाजसेवी उचित कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे. जिसके बाद अमरपुर बीडीओ सरस्वती कुमारी ने जांच कर कार्रवाई का भरोसा देते हुए समाजसेवी को जूस पिलाकर उनका आमरण समाप्त करवाया.