बांका: जिले की शिक्षिका रूबी कुमारी ने वैदिक पद्धति अपनाकर गणित को अद्भुत और सरल तरीके से पढ़ाने की कला विकसित की है. बच्चों को पढ़ाने के लिए रूबी कुमारी नए-नए इनोवेटिव आइडियाज तैयार करती हैं. इस टीचर ने उंगलियों से गुणा करने की एक ट्रिक बच्चों को बताई, जिसका वीडियो भी खूब वायरल हुआ. वैदिक पद्धति से पढ़ाने की इस कला के फिल्मस्टार शाहरुख खान से लेकर उद्योगपति आनंद महिंद्रा भी कायल हुए.
वैदिक पद्धति से बच्चों को पढ़ाती हैं रूबी
जिले के बौंसी प्रखंड स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय सरौनी की शिक्षिका रूबी कुमारी वैदिक पद्धति से बच्चों को पढ़ाती हैं. ये पद्धति अपनाकर उन्होंने गणित, अंग्रेजी जैसे अन्य विषयों को अद्भुत और सरल तरीके से बच्चों को पढ़ाने की कला विकसित की है. शिक्षिका की इस कला का पूरा देश मुरीद हो गया है.
रूबी कुमारी ने जताई खुशी
रूबी कुमारी ने बताया कि सोशल मीडिया पर 'टीचर्स ऑफ बिहार चेंजमेकर' नाम का ग्रुप नवाचार का एक बड़ा प्लेटफार्म है. वे इस ग्रुप से दिसंबर में जुड़ी हैं. स्कूल में बच्चों को वैदिक तकनीक से गणित पढ़ाते हुए वीडियो बनाकर इस ग्रुप में पोस्ट किया था. उस वीडियो को सभी टीचर्स ने पसंद किया. रूबी ने कहा कि इस बात की खुशी है कि उद्योगपति आनंद महिंद्रा और शाहरुख खान ने भी वैदिक पद्धति से पढ़ाने की कला को सराहा.
इनोवेटिव आइडियाज से बच्चों को देती है शिक्षा
शिक्षिका रूबी कुमारी ने बताया कि वे रोजाना नए-नए इनोवेटिव आईडियाज के साथ बच्चों को शिक्षा देती हैं. उन्होंने बताया कि बचपन में जो वैदिक पद्धति सीखी थी, वहीं अब बच्चों को पढ़ाने में कारगर साबित हो रही है. बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुझान पैदा करने के लिए रुबी रोजाना वैदिक पद्धति का ही इस्तेमाल करती हैं. बच्चों को इनोवेटिव आइडियाज के साथ पढ़ाने के लिए पहले वे घर में खुद को तैयार करती हैं.
वैदिक गणित को नहीं कहा जा सकता है शॉर्टकट
रूबी ने उत्क्रमित मध्य विद्यालय सरौनी के सभी बच्चों को 10 उंगलियों के जरिए 1 से 10 तक के अंक को गुणा करने का आसान तरीका सिखाया है. वैदिक पद्धति से बच्चों को जो भी सिखाया जाता है, बच्चे भी उत्साहित होकर सीखते हैं. बच्चों को यह पद्धति काफी पसंद आ रही है. रुबी कहती है कि वैदिक गणित को शॉर्टकट नहीं कहा जा सकता, शंकराचार्य की लिखी वैदिक गणित दुर्लभ है और इसकी मोटी मोटी किताबें आती है.
बच्चों को हो रहा है फायदा
इस वैदिक पद्धति से बच्चे काफी लाभान्वित हो रहे हैं. बच्चों को सबसे बड़ा फायदा गणित और अंग्रेजी में हो रहा है, क्योंकि इन दोनों विषयों से बच्चे काफी डरते हैं. वैदिक पद्धति को अपनाकर बच्चों के जेहन से डर को खत्म कर दिया गया है. अब बच्चे डरते नहीं है और कठिन से कठिन प्रश्नों को हल कर देते हैं. रोजाना नई नई चीजों से सीखने के लिए बच्चे उत्सुक रहते हैं. रूबी ने इच्छा जाहिर की है कि इस पद्धति को देशभर के स्कूलों में लागू किया जाए, ताकि बच्चे नवाचार की पद्धति के माध्यम से सरल तरीके से पढ़ाई कर सके.
अंग्रेजी में ग्रेजुएट हैं रूबी
उत्क्रमित मध्य विद्यालय सरौनी बौंसी में शिक्षिका रूबी ने अंग्रेजी से ग्रेजुएशन किया है और इसी विषय की टीचर भी हैं. उनका मायका भी बांका जिले के मिश्राचक, डहुआ, बौंसी में है. रूबी के पति का नाम पंकज मिश्रा है. खास बात ये है कि वो जिस स्कूल में पढ़ाती हैं उसमें कुछ विषयों के शिक्षक नहीं हैं, ऐसे में रूबी खुद ही अंग्रेजी के साथ-साथ गणित और संस्कृत भी बच्चों को पढ़ातीं हैं.
लॉकडाउन में ऑनलाइन पढ़ा रही हैं रूबी
लॉकडाउन में स्कूल बंद है. ऐसे में रूबी पिछले डेढ़ महीने से अपने घर से ही बच्चों को ऑनलाइन पढ़ा रही है. बता दें कि कि 13 अप्रैल से टीचर्स ऑफ बिहार के स्कूल ऑन मोबाइल फेसबुक लाईव के माध्यम से हजारों छात्र लाभान्वित हो रहे हैं. राज्य के 18 शिक्षक स्कूल ऑन मोबाइल फेसबुक लाईव पर वर्ग छह से आठ तक के बिहार बोर्ड के छात्र-छात्राओं की पढ़ाई पूरी करा रहे हैं. इसमें जिला के भी तीन शिक्षकों में उनका भी चयन हुआ है.