बांकाः तीनों कृषि कानूनों (Three Agricultural Laws) के खिलाफ भारत बंद का बांका में आंशिक असर दिखा. विभिन्न किसान संगठनों की ओर से भारत बंद का आह्वान किया गया है. बंद को महागठबंधन के राजद, कांग्रेस, सीपीआई सहित अन्य पार्टियों ने भी समर्थन दिया है.
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भारत बंद के दौरान बांका शहर के गांधी चौक पर बंद समर्थक एकत्रित हुए. बंद कराने में किसान संगठन के सदस्यों के साथ-साथ विभिन्न राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता शामिल थे. बंद समर्थकों ने सड़कों पर उतर कर बाजार बंद करवाया. इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. हालांकि बाजार बंद का असर कुछ ही देर तक देखने को मिला. उसके बाद स्थिति सामान्य हो गई.
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कांग्रेस जिलाध्यक्ष संजीव कुमार सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों को परेशान कर रही है. कृषि कानून लाकर सरकार किसानों की कमर तोड़ रही है. इस कानून से किसानों को कोई लाभ नहीं होने वाला है. किसान लगभग दस महीने से लगातार आंदोलन कर रहे हैं. लेकिन उनका कोई सुनने वाला नहीं है. उन्होंने केंद्र सरकार से तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की. कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने किसानों की लड़ाई में आम लोगों के साथ-साथ व्यवसायियों से भी दुकान और प्रतिष्ठान बंद रखने की अपील की.
वहीं, युवा राजद के जिलाध्यक्ष विशाल यादव ने कहा कि महागठबंधन किसानों के साथ मजबूती से खड़ा है. केंद्र की एनडीए सरकार किसान विरोधी है और पूंजीपतियों का हितैषी है. देश में मंहगाई चरम पर है. केंद्र सरकार रोजगार देने व मंहगाई कम करने में विफल साबित हुई है. तीनों कृषि कानून किसानों के लिए कतई हितकारी नहीं है.