ETV Bharat / state

ये कैसी ममता! लॉकडाउन के सन्नाटे में सड़क पर छोड़ गई नवजात - लावारिस मिला नवजात बच्चा

बांका के रजौनी में ममता एक बार फिर तार-तार हुई है. गुरुवार की सुबह मेहता लाइन होटल के पास झाड़ियों में नवजात मिला. स्थानीय लोगों ने नवजात की सूचना पुलिस को दी.

banka
banka
author img

By

Published : Apr 30, 2020, 5:36 PM IST

बांका: भागलपुर-दुमका स्टेट हाइवे पर मेहता लाइन होटल के पास किसी ने अपने नवजात बच्चे को लावारिस हालत में झाड़ियों के बीच फेंक दिया. सुबह टहलने निकले लोग वहां से गुजर रहे थे तभी बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी. लोगों ने पास जाकर देखा तो एक नवजात बच्चा लावारिस पड़ा था. उसके बाद इसकी सूचना रजौन थाने को दी गई.

नवजात को देखने जुटे लोग

भागलपुर-दुमका मुख्य सड़क मार्ग पर पुनसिया में सड़क पर टहलने निकले युवक अजय कुमार ने बताया कि सुबह जब वह मेहता लाइन होटल के पास से गुजर रहे थे, तभी एक बच्चे की रोने की आवाज उनके कानों तक पहुंची. जब नजदीक आकर देखा तो एक जिंदा नवजात झाड़ी में फेंका हुआ था. नवजात को देखने के लिए घटनास्थल पर लोगों की भीड़ जमा हो गई. इस दौरान स्थानीय विवेकानंद ने बच्चे को उठा कर कपड़े में लपेटकर गोद में रख लिया. एंबुलेंस के साथ पहुंची पुलिस नवजात को इलाज के लिए अस्पताल ले गई.

पुलिस कर रही जांच

रजौन के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. ब्रजेश कुमार ने बताया कि नवजात बच्चे को एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल लाया गया है. यहां उसकी स्वास्थ्य की जांच की गई है. नवजात पूरी तरह से स्वस्थ है. रजौन थानाध्यक्ष नीरज कुमार तिवारी ने बताया कि फिलहाल अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि यह बच्चा किसका है और इस हालत में बच्चे को किसने और क्यों फेंका. स्थानीय पुलिस मामले की जांच कर रही है.

बांका: भागलपुर-दुमका स्टेट हाइवे पर मेहता लाइन होटल के पास किसी ने अपने नवजात बच्चे को लावारिस हालत में झाड़ियों के बीच फेंक दिया. सुबह टहलने निकले लोग वहां से गुजर रहे थे तभी बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी. लोगों ने पास जाकर देखा तो एक नवजात बच्चा लावारिस पड़ा था. उसके बाद इसकी सूचना रजौन थाने को दी गई.

नवजात को देखने जुटे लोग

भागलपुर-दुमका मुख्य सड़क मार्ग पर पुनसिया में सड़क पर टहलने निकले युवक अजय कुमार ने बताया कि सुबह जब वह मेहता लाइन होटल के पास से गुजर रहे थे, तभी एक बच्चे की रोने की आवाज उनके कानों तक पहुंची. जब नजदीक आकर देखा तो एक जिंदा नवजात झाड़ी में फेंका हुआ था. नवजात को देखने के लिए घटनास्थल पर लोगों की भीड़ जमा हो गई. इस दौरान स्थानीय विवेकानंद ने बच्चे को उठा कर कपड़े में लपेटकर गोद में रख लिया. एंबुलेंस के साथ पहुंची पुलिस नवजात को इलाज के लिए अस्पताल ले गई.

पुलिस कर रही जांच

रजौन के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. ब्रजेश कुमार ने बताया कि नवजात बच्चे को एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल लाया गया है. यहां उसकी स्वास्थ्य की जांच की गई है. नवजात पूरी तरह से स्वस्थ है. रजौन थानाध्यक्ष नीरज कुमार तिवारी ने बताया कि फिलहाल अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि यह बच्चा किसका है और इस हालत में बच्चे को किसने और क्यों फेंका. स्थानीय पुलिस मामले की जांच कर रही है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.