बांका: ईटीवी भारत चुनावी चौपाल अमरपुर विधानसभा क्षेत्र के महोता गांव में आयोजित हुआ. जेडीयू के वर्तमान विधायक जनार्दन मांझी पर विकास नहीं करने का आरोप लगा है. ग्रामीणों के मुताबिक 10 वर्षों तक जरूर अमरपुर के विधायक रहे, लेकिन उनका दिल हमेशा बौंसी के लिए ही धड़कता रहा. जेडीयू विधायक पर लोगों ने परिवारवाद का भी आरोप लगाया है. परिवारवाद का आरोप सही भी साबित हुआ और अमरपुर विधानसभा क्षेत्र से इस बार उनके बेटे जयंत कुशवाहा को टिकट दिया गया है.
'विधायक ने नहीं किया विकास'
महोता के ग्रामीण अमरनाथ कुमार ने बताया कि विकास कार्यों के मामले में स्थानीय विधायक फेल साबित हुए हैं. सड़क के अभाव में लोग किसी तरह आवाजाही करते हैं. यहां के इंजीनियरिंग कॉलेज और आईटीआई महिला कॉलेज को अपने पैतृक प्रखंड बौंसी लेकर चले गए.
बालू उठाव के चलते पटवन की व्यवस्था हुई ध्वस्त
ग्रामीण जयप्रकाश चौधरी ने बताया कि बालू उठाव के चलते नदी का स्तर काफी नीचे चला गया है. जिससे नहर की ऊंचाई अधिक हो गई और नदी से नहर में पानी आना बंद हो गया. स्थानीय विधायक जनार्दन मांझी ने नहर को दुरुस्त करने और कोल्ड स्टोरेज को भी पुनर्जीवित करने का वादा किया था. इससे किसानों को सीधा फायदा होता और किसान लंबे समय तक फसल को सुरक्षित रख पाते, लेकिन 10 वर्ष तक विधायक रहने के बाद भी वादा पूरा नहीं किया, जो भी वादा करके गए दोबारा लौटकर वापस नहीं आए.
विधायक ने युवाओं के साथ किया छल
युवा नितेश कुमार ने बताया कि स्थानीय विधायक जनार्दन मांझी ने अमरपुर विधानसभा क्षेत्र के युवाओं के साथ बड़ा छल किया है. इस इलाके में इंजीनियरिंग कॉलेज और महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज बनना था. उसे यहां से अपने गृह क्षेत्र बौंसी लेकर चले गए. आजादी के 70 साल बाद भी अमरपुर विधानसभा क्षेत्र में एक भी डिग्री कॉलेज स्थापित नहीं हो सका. हाईस्कूल की भी कमी है. रोजगार संबंधी कोई काम नहीं हो पा रहा है.
विधायक के प्रति लोगों में नाराजगी
ग्रामीण अमरेंद्र शर्मा बताते हैं कि इलाके में बड़े पैमाने पर गन्ने की खेती होती थी, लेकिन जब उचित मूल्य ही नहीं मिलने लगा तो किसानों ने खेती करना बंद कर दिया. विधायक ने कभी ध्यान नहीं दिया. इनको अमरपुर विधानसभा क्षेत्र से मतलब ही नहीं है. इनको सिर्फ अपने गृह क्षेत्र दिखता है और कुछ नहीं. इसलिए विधायक के प्रति लोगों में नाराजगी भी है.
विधायक पर परिवारवाद का लगाया आरोप
ग्रामीण उपेंद्र मंडल ने बताया कि पिछले 10 वर्षों से लगातार एकत्रित वोट देकर जदयू के विधायक को जिताने का काम किया है. अमरपुर विधानसभा क्षेत्र में 80 प्रतिशत लोग कृषि पर निर्भर है. नदी से बेतरतीब आल उठाने पटवन की प्रणाली को चौपट कर दिया. बांका जिले में एक आदर्श पंचायत बनना था. इसके लिए भीखनपुर पंचायत का चयन हुआ था. विधायक ने उसे भी लेकर बौंसी चले गए. वहीं ग्रामीण सुनील कुमार शर्मा ने विधायक पर परिवारवाद का आरोप लगाया. उनका यह कथन सत्य भी हुआ. अमरपुर से विधायक ने इसबार पुत्र जयंत कुशवाहा को जेडीयू ने टिकट दिलवाया है.