बांका: जिले के पांचों विधानसभा क्षेत्रों में समाप्त हुई पहले चरण के चुनाव में नये युवा मतदाता को बुजुर्ग मतदाताओं में काफी उत्साह देखा गया. इनकी संख्या भी वोट देने वालो में अधिक थी. जिले के पांचों विधानसभा क्षेत्रों में संपन्न हुए पहले चरण के मतदान में युवा मतदाता और बुजुर्ग मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक थी. सभी विधानसभा क्षेत्रों में दर्जन से अधिक बूथ ऐसे भी मिले जहां पुरुषों से अधिक महिला मतदाता ही मतदान करने में सबसे आगे रही.
बूथों पर लगी भीड़
ऐसा नजारा सिर्फ मुख्यालय में ही नहीं बल्कि कई ग्रामीण क्षेत्र के बूथों में भी देखने को मिला. कई बुजुर्ग मतदाता भी व्हील चेयर के अभाव में अपने परिवार के लोगो के साथ लाठी, बैशाखी, के अलावे अपने परिवार के लोगो के कंधे का सहारा लेकर भी वोट डालने आयी. कुछ बुजुर्ग महिला का नाम जब वोटर लिस्ट से गायब मिला तो वह बूथ पर ही फूट-फूट कर बूथ पर रो पड़ी. जब रोने का कारण पूछा गया तो जयपुर की एक महिला ने बताया कि वोट नहीं डालने पर उसका पेंशन बंद होने की बात बताई गई थी.
वोट डालने पहुंचे बुजुर्ग
बुजुर्ग महिलाएं शराबबंदी, मुफ्त अनाज, लगातार बिजली की बात कर वोट डालने पहुंची थी. वहीं, चुनाव आयोग और जिला प्रशासन विधानसभा चुनाव के दौरान कोरोना संक्रमण को लेकर पूरी तरह सजग है. चुनाव आयोग का उद्देश्य है कि मतदाताओं से लेकर निर्वाचन कार्य से जुड़े कर्मियों को कोरोना संक्रमण से बचाते हुए निष्पक्ष चुनाव सम्पन्न कराया जाए.