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सीएम नीतीश का बांका दौरा रद्द, चांदन नदी में मिले अवशेषों को देखने आने वाले थे

पूर्व विधायक जनार्दन मांझी ने बताया कि मुख्यमंत्री का नहीं आना बड़ी क्षति है. उन्हें यहां लाने की आगे भी कोशिश की जाएगी. मांझी ने बताया कि चांदन नदी में मिले अवशेष के लिए एक संग्रहालय बनाने की आवश्यकता है, ताकि प्राचीन अवशेषों को सहेज कर रखा जा सके.

सीएम नीतीश
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Published : Dec 11, 2020, 6:13 PM IST

Updated : Dec 15, 2020, 2:36 PM IST

बांकाः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार को बांका के अमरपुर प्रखंड स्थित भदरिया आने वाले थे. लेकिन खराब मौसम के चलते उनका आना रद्द हो गया है. प्रमंडलीय आयुक्त वंदना किन्नी ने जानकारी देते हुए बताया कि चांदन नदी में मिले पुरातात्विक अवशेष को देखने के लिए मुख्यमंत्री आने वाले थे. लेकिन मौसम प्रतिकूल रहने की वजह से उनका दौरा रद्द हो गया है. मुख्यमंत्री के नहीं आने से स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ आम लोगों को भी मायूस होना पड़ा. सुबह से ही लोग मुख्यमंत्री का एक झलक पाने के लिए हेलीपैड के समीप मंडराने लगे थे. लेकिन उनकी हसरतें अधूरी रह गई और भदरिया के ग्रामीणों को भी निराशा ही हाथ लगी.

'मुख्यमंत्री का नहीं आना बड़ी क्षति'
पूर्व विधायक जनार्दन मांझी ने बताया कि मुख्यमंत्री के नहीं होने से क्षेत्र के सभी जनता मायूस हैं. वे यहां आते तो इस इलाके के विकास का रास्ता साफ होता. लेकिन लोगों को निराशा हाथ लगी है. मौसम खराब रहने की वजह से मुख्यमंत्री का दौरा रद्द हुआ है. मुख्यमंत्री का नहीं आना बड़ी क्षति है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का इस इलाके में दौरा हो इसके लिए प्रयास किया जाएगा.

चांदन नदी में बरामद अवशेष
चांदन नदी में बरामद अवशेष

मांझी ने बताया कि चांदन नदी में जो अवशेष मिले हैं उसके लिए एक संग्रहालय बनाने की आवश्यकता है. ताकि प्राचीन अवशेषों को सहेज कर रखा जा सके और स्थानीय लोगों के साथ बाहर से आने वाले लोग पुरातात्विक अवशेष को संग्रहालय में देख सकेंगे.

ये भी पढ़ेंः बिहार में आने वाली है नौकरी की बहार! जोर-शोर से लगे हैं नीतीश कुमार

खराब मौसम के चलते मुख्यमंत्री का दौरा हुआ रद्द
वहीं, भागलपुर प्रमंडल के आयुक्त वंदना किन्नी ने बताया कि मौसम खराब रहने की वजह से मुख्यमंत्री का प्रोग्राम रद्द हुआ है. बाद में वे आएंगे या नहीं इस पर कुछ कहा नहीं जा सकता है. लेकिन शुक्रवार को होने वाला प्रोग्राम रद्द हो गया है. साथ ही बताया कि चांदन नदी में जो प्रारंभिक अवशेष मिले हैं,, अभी उसका सही अंदाजा लगा पाना मुश्किल है. खुदाई होने के बाद और पुरातत्व विभाग के जांच के बाद मालूम पड़ेगा कि यह अवशेष कितना पुराना है. हालांकि पुरातत्वविद ने प्रारंभिक जांच के क्रम में बताया कि जो अवशेष मिले हैं वह कुषाण कालीन है.

बांकाः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार को बांका के अमरपुर प्रखंड स्थित भदरिया आने वाले थे. लेकिन खराब मौसम के चलते उनका आना रद्द हो गया है. प्रमंडलीय आयुक्त वंदना किन्नी ने जानकारी देते हुए बताया कि चांदन नदी में मिले पुरातात्विक अवशेष को देखने के लिए मुख्यमंत्री आने वाले थे. लेकिन मौसम प्रतिकूल रहने की वजह से उनका दौरा रद्द हो गया है. मुख्यमंत्री के नहीं आने से स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ आम लोगों को भी मायूस होना पड़ा. सुबह से ही लोग मुख्यमंत्री का एक झलक पाने के लिए हेलीपैड के समीप मंडराने लगे थे. लेकिन उनकी हसरतें अधूरी रह गई और भदरिया के ग्रामीणों को भी निराशा ही हाथ लगी.

'मुख्यमंत्री का नहीं आना बड़ी क्षति'
पूर्व विधायक जनार्दन मांझी ने बताया कि मुख्यमंत्री के नहीं होने से क्षेत्र के सभी जनता मायूस हैं. वे यहां आते तो इस इलाके के विकास का रास्ता साफ होता. लेकिन लोगों को निराशा हाथ लगी है. मौसम खराब रहने की वजह से मुख्यमंत्री का दौरा रद्द हुआ है. मुख्यमंत्री का नहीं आना बड़ी क्षति है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का इस इलाके में दौरा हो इसके लिए प्रयास किया जाएगा.

चांदन नदी में बरामद अवशेष
चांदन नदी में बरामद अवशेष

मांझी ने बताया कि चांदन नदी में जो अवशेष मिले हैं उसके लिए एक संग्रहालय बनाने की आवश्यकता है. ताकि प्राचीन अवशेषों को सहेज कर रखा जा सके और स्थानीय लोगों के साथ बाहर से आने वाले लोग पुरातात्विक अवशेष को संग्रहालय में देख सकेंगे.

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खराब मौसम के चलते मुख्यमंत्री का दौरा हुआ रद्द
वहीं, भागलपुर प्रमंडल के आयुक्त वंदना किन्नी ने बताया कि मौसम खराब रहने की वजह से मुख्यमंत्री का प्रोग्राम रद्द हुआ है. बाद में वे आएंगे या नहीं इस पर कुछ कहा नहीं जा सकता है. लेकिन शुक्रवार को होने वाला प्रोग्राम रद्द हो गया है. साथ ही बताया कि चांदन नदी में जो प्रारंभिक अवशेष मिले हैं,, अभी उसका सही अंदाजा लगा पाना मुश्किल है. खुदाई होने के बाद और पुरातत्व विभाग के जांच के बाद मालूम पड़ेगा कि यह अवशेष कितना पुराना है. हालांकि पुरातत्वविद ने प्रारंभिक जांच के क्रम में बताया कि जो अवशेष मिले हैं वह कुषाण कालीन है.

Last Updated : Dec 15, 2020, 2:36 PM IST
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