बांका: वैश्विक महामारी कोरोना के बीच जिले में धान की बंपर उत्पादन को लेकर किसान से लेकर कृषि विभाग भी खुश है. जिले में मानसून आधारित खेती होती है. इस बार मानसून ने किसानों को पूरा साथ दिया है. यही वजह है कि जिले के कुछ हिस्से में भनभनियाँ बीमारी को छोड़कर किसान के चेहरे खिले हुए हैं.
किसानों ने धान की कटाई के साथ-साथ फसल की तैयारी भी शुरू कर दी है. जिले में इस बार 96 हजार हेक्टेयर से अधिक भूमि में धान की खेती की गई थी. जिला कृषि कार्यालय तीन लाख मीट्रिक टन उत्पादन का लक्ष्य रखा है. जिला कृषि पदाधिकारी विष्णुदेव कुमार रंजन ने बताया कि इस बार लक्ष्य से अधिक धान उत्पादन होने की उम्मीद है.
खेतों में फसल देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि इस बार लक्ष्य अधिक धान की उपज होगी. हालांकि आंशिक तौर पर भनभनियाँ बीमारी ने फसल को नुकसान पहुंचाया है. इसके बावजूद उत्पादन के लक्ष्य में कोई कमी नहीं आने की उम्मीद है.