बांका: जिले के अमरपुर विधानसभा क्षेत्र से जेडीयू के वर्तमान विधायक जनार्दन मांझी के खिलाफ कार्यकर्ताओं के तेवर तल्ख हो गए हैं. कार्यकर्ता विधायक पर न सिर्फ परिवारवाद का आरोप लगा रहे हैं. साथ ही कार्यकर्ताओं का आरोप है कि वर्तमान विधायक ने विकास जनता से किया अपना कोई वादा पूरा नहीं किया.
जनता से किए वादे नहीं किए पूरे
जेडीयू मीडिया सेल के जिला संयोजक पंकज कुमार दास ने बताया कि विधायक जनार्दन मांझी के विरोध की एक नहीं कई वजह है. पांच साल के कार्यकाल में विधायक की न तो लोगों के बीच भागीदारी रही है, और न ही यहां की जनता से किए वादों को ही उन्होंने पूरा किया है. अमरपुर में बायपास निर्माण, चंसार पोखर का सौंदर्यीकरण, अमरपुर में आईआईटी कॉलेज खोलने सहित कई ऐसे वादे जनता से किए गए थे लेकिन, एक भी पूरे नहीं हुए.
भाई-भतीजावाद की करते हैं राजनीति
जेडीयू नेता पंकज कुमार दास ने बताया कि विधायक की राजनीति भाई भतीजावाद के साथ-साथ जाति विशेष पर आधारित है. उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक ने संगठन के चुनाव में भी अपने बेटे को राज्य परिषद का सदस्य बना दिया. इससे पहले उन्होंने अपने चहेते को प्रखंड अध्यक्ष बना दिया, संगठन में उनकी पकड़ काफी कमजोर हो गई है.
स्थानीय लोग हो उम्मीदवार
जेडीयू नेता ने कहा कि इसी वजह से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर आग्रह किया है कि किसी भी जाति के लोग को टिकट दें लेकिन, वो व्यक्ति अमरपुर विधानसभा क्षेत्र का ही रहने वाला हो. अगर वर्तमान विधायक को टिकट दिया जाता है तो उनकी उनकी हार निश्चित है, क्योंकि लोगों में वर्तमान विधायक के खिलाफ भारी विरोध है.
'अमरपुर के प्रति विधायक का सौतेला व्यवहार'
बीजेपी नेता मृत्युंजय शर्मा ने बताया कि स्थानीय विधायक जनार्दन मांझी अमरपुर के विधायक जरूर हैं, लेकिन इनको सिर्फ बौंसी ही नजर आता है. अमरपुर के प्रति उनका सौतेला व्यवहार रहा है. 10 साल विधायक रहने के बाद भी क्षेत्र के विकास के बारे में कभी नहीं सोचा. विधायक ने अमरपुर में बनने वाले इंजीनियरिंग कॉलेज, पॉलिटेक्निक कॉलेज और विद्युत ग्रिड को बौंसी और बांका शिफ्ट कर दिया. विधायक ने यहां के लोगों और युवाओं के साथ घोर अन्याय किया है.