अरवल: अग्निपथ योजना को लेकर आज विपक्ष और छात्र संगठनों द्वारा बुलाए गए बिहार बंद (Bihar Bandh Agnipath scheme protest) का असर अरवल में भी देखने को मिला. यहां सुबह से उपद्वी सड़कों पर उतर आए और विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान अरवल जिले के इमामगंज बाजार में उपद्रवियों ने एंबुलेंस पर हमला (attack an ambulance in arwal) बोल दिया. इस हमले में एंबुलेंस चालक और मरीज गंभीर रूप से घायल हो गए.
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अरवल में एंबुलेंस पर हमला : बताया जाता है कि बिहार के अरवल जिले के इमामगंज बाजार में उपद्रवियों ने कुर्था थाना क्षेत्र के कोदमरई गांव के मरीज सरस्वती कुमारी इलाज कराने जा रही थी. इसी दौरान अरवल सीमा पर इमामगंज बाजार में उपद्रवियों ने एंबुलेंस पर हमला बोल दिया. इस हमले में एंबुलेंस चालक और मरीज गंभीर चोट आई है, जिन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती करया गया है.
बिहार के कई जिलों में तोड़फोड़ और आगजनी: सेना की नई अग्निपथ योजना के खिलाफ बिहार के छात्र-युवा संगठन आईसा-इनौस, रोजगार संघर्ष संयुक्त मोर्चा और सेना भर्ती जवान मोर्चा ने शनिवार को बिहार बंद की घोषणा की है. बंद को लेकर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध के दावे किए गए हैं. इधर, बंद की सुबह ही शरारती तत्व सक्रिय हो गए और जहानाबाद जिले में एक खड़ी बस और ट्रक में आग लगा दिया. मुंगेर में उपद्रवियों ने तारापुर में प्रखंड विकास पदाधिकारी की गाड़ी में तोड़फोड़ की. वहीं मसौढ़ी में उग्र प्रदर्शनकारियों द्वारा जमकर पथराव किया गया. मसैढ़ी में सभी दुकानें बंद हो गई. मसौढ़ी और तरेगना रेलवे स्टेशन पर भी पथराव की सूचना है.
'अंग्निपथ स्कीम' से क्यों नाराज है छात्र : दरअसल, 2020 से आर्मी अभ्यर्थियों की कई परीक्षाएं हुई थी. किसी का मेडिकल बाकी था तो किसी का रिटेन. ऐसे सभी अभ्यर्थियों की योग्यता एक झटके में रद्द कर दी गई. पहले ये नौकरी स्थाई हुआ करती थी. मतलब सरकारी नौकरी का ख्वाब इससे नौजवान पूरा करते थे. नई स्कीम की तहत बताया गया कि अब चार साल की नौकरी होगी. इसमें सिर्फ 25 प्रतिशत अग्निवीरों को स्थाई किया जाएगा. 75 प्रतिशत चार साल बाद रिटायर हो जाएंगे. उनको पेंशन समेत बाकी सुविधाएं नहीं मिलेंगी. बिहार जैसे राज्य में जहां ज्यादातर युवाओं का एक ही लक्ष्य कह लीजिए या सपना सरकारी नौकरी होता है, ऐसे में सपना टूटता देख छात्र सड़कों पर उतर गए.
क्या है 'अग्निपथ' योजना : आइये जानते है कि आखिर क्या है अग्निपथ योजना (what is agneepath scheme) केंद्र की अग्निपथ योजना के तहत इस साल 46 हजार युवाओं को सहस्त्र बलों में शामिल किया जाना है. योजना के मुताबिक युवाओं की भर्ती चार साल के लिए होगी और उन्हें ‘अग्निवीर’ कहा जाएगा. अग्निवीरों की उम्र 17 से 23 वर्ष के बीच होगी और 30-40 हजार प्रतिमाह वेतन मिलेगा. योजना के मुताबिक भर्ती हुए 25 फीसदी युवाओं को सेना में आगे मौका मिलेगा और बाकी 75 फीसदी को नौकरी छोड़नी पड़ेगी.
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