अरवल: पुरुष प्रधान समाज में नारियों ने अलग-अलग क्षेत्रों में अपना कीर्तिमान स्थापित किया है. जिले के एसडीएम ने भी दुनिया की चुनौतियों को स्वीकार करते हुए समाज में कीर्तिमान स्थापित किया है. नवंबर 2017 में जिले की पहली महिला एसडीएम किरण सिंह का आगमन हुआ था. उस समय अरवल जिले में नक्सली गतिविधियां चरम पर थी. उस समय एसडीएम ने लोगों को जागरूक कर मुख्य धारा में जोड़ने की कोशिश की.
'लगन और मेहनत से की सिविल सर्विस की तैयारी'
एसडीएम किरण सिंह ने महिलाओं के उत्थान के लिए कई कार्यक्रम चलाए. एसडीएम अपने बारे में बताते हुए कहती हैं कि स्नातकोत्तर परीक्षा के दौरान महिला जज से मुलाकात के बाद सिविल सर्विस में जाने का मन बना लिया था. उन्होंने कहा कि वे अपने घर में विपरीत परिस्थितियों से जूझते हुए सिविल सर्विस की तैयारी काफी लगन और मेहनत के साथ की. इसके बाद उनकी मेहनत रंग लाई और अरवल जिले में पहली महिला एसडीएम के रूप में उनकी तैनाती की गई.
'जागरुकता फैलाने की जरुरत'
महिला दिवस पर छात्राओं एवं खासकर महिलाओं को संबोधित करते हुए एसडीएम किरण सिंह ने बताया कि महिलाओं को अपने अनुसार क्षेत्रों का चयन करना होगा. उन्होंने कहा कि किस में क्षेत्र में उनकी रुचि ज्यादा है उसी के अनुसार तैयारी करनी होगी. साथ उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से भी कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, जो खासकर छात्राओं और महिलाओं के लिए है. उस कार्यक्रम की भी पूरी जानकारी रखकर आसपास के लोगों में भी जागरुकता फैलाने का काम करें.
आपको बता दें कि एसडीएम किरण सिंह पिछले 2 साल से अधिक से अरवल में अनुमंडल पदाधिकारी के रूप में तैनात हैं. खासकर महिलाओं के बीच में एसडीएम एक आदर्श के रूप में जानी जाती हैं.