अररिया: बिहार के अररिया में दारोगा का रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल (Video of inspector taking bribe goes viral) हो रहा है. बताया जा रहा है कि दरोगा केस से नाम हटाने और अभियुक्त को थाने से ही जमानत देने के नाम पर 50 हजार रुपये की वसूली कर रहा था. वीडियो में रुपये के लेन-देन को साफ देखा जा सकता है. मामला जोकीहाट प्रखंड के महलगांव थाना का है. ईटीवी भारत वायरल वीडियो के साथ किए जा रहे दावे की पुष्टि नहीं करता है.
ये भी पढ़ें- दरभंगा में पुलिस का रिश्वत लेते वीडियो वायरल, अधिकारी बोले- जांच के बाद होगी कार्रवाई
रिश्वत लेते हुए दारोगा का वीडियो वायरल: सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल (Video of inspector taking bribe in Araria) हो रहा है. जिसमें दावा किया जा रहा है कि महलगांव थाना के एएसआई कन्हैया साह केस से नाम हटाने और अभियुक्त को थाने से ही जमानत देने के नाम पर अभियुक्त से 50 हजार रुपये का रिश्वत (Video viral of inspector taking money in Araria) ले रहे हैं. वायरल वीडियो में साफ नजर आर रहा है कि कांड के अनुसंधानकर्ता एएसआई कन्हैया साह बाइक पर बैठे हैं और पैसै ले रहे हैं. घटना के संबंध में पीड़ित सलीम ने बताया कि 'विगत जुलाई महीने की 14 तारीख को डुमरिया निवासी अनवारुल से बिजली का तार काटने को लेकर उसका मारपीट हुआ था. इस मारपीट में मुझे काफी चोट भी आई थी. जिसके बाद इस घटना को लेकर मेरे भाई अब्दुल कलाम ने अररिया नगर थाना में कांड संख्या 591/22 दर्ज कराया था. इसी के आक्रोश में दूसरे पक्ष ने महलगांव थाना में हमलोगों के विरुद्ध झूठा मामला दर्ज कराया था. महलगांव थाना के अनुसंधानकर्ता एएसआई कन्हैया साह ने मुझपर दवाब डालकर केस से दो नाम को हटाने और मुझे थाना से ही जमानत देने के नाम पर 60 हजार रुपये की मांग की'.
जमानत के बाद पीड़ित ने खोली दारोगा की पोल: पीड़ित सलीम ने आवेदन में बताया कि दारोगा के दबाव के कारण किसी तरह उसने 50 हजार रुपये दारोगा को दिए और बाकी रुपये माफ कर देने की बात कही. लेकिन दारोगा नहीं माने और उसे जेल भेज दिया. 19 दिनों बाद जेल से जमानत मिलने पर दारोगा बार-बार उससे रुपये की मांग कर रहा है. पीड़ित ने बताया कि रुपये की लेन-देन का वीडियो 26 जुलाई 2022 को डुमरिया दियारी पूल पर का है. जेल से बाहर आने के बाद पीड़ित सालीम ने इस मामले में न्याय दिलाने को लेकर अररिया डीएम, एसपी सहित अपराध नियंत्रण इकाई पटना, पुलिस महानिदेशक, पुलिस महानिरीक्षक पूर्णियां, न्यायमूर्ति उच्चन्यायालय पटना, मुख्यमंत्री, गृह सचिव पटना, विधिक सेवा प्राधिकार पटना को आवेदन और वीडियो भेजा है.
"काफी दवाब के बाद मैंने किसी तरह से 50 हजार रुपया का बन्दोदस्त कर कन्हैया साह को दिया था. बाकी रुपया माफ कर देने की बात कही लेकिन वो नहीं माने और मुझ निर्दोष को जेल भेज दिया. जेल से 19 दिनों बाद जमानत पर जब बाहर आया तो उनके द्वारा बार बार रुपये की मांग की जा रही है. कहा जा रहा है कि अगर बाकी रुपया नहीं दोगे तो किसी भी केस में या शराब मामले में फिर जेल भेज देंगे"- सलीम, पीड़ित
"मुझ पर लगाया गया सारा आरोप बेबुनियाद है. इस केस के सिलसिले में मेरी उनसे कई बार बात हुई. लेकिन मुझ पर रुपये के लेन-देन की बात कही जा रही है वह निराधार है और मैं निर्दोष हूं" -एएसआई कन्हैया साह, अनुसंधानकर्ता
ये भी पढ़ें- रिश्वत लेते CO कार्यालय की महिला ऑपरेटर कैमरे में कैद, Video Viral