नई दिल्ली/अररिया : किशनगढ़ में बच्ची से रेप कर फरार हुए आरोपी मोहम्मद केसर को लगभग दो साल बाद क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है. आरोपी ने पुलिस से बचने के लिए न केवल अपना नाम बदलकर बबलू रख लिया था बल्कि हाथ पर ओम भी गुदवा लिया था. आरोपी पुलिस से बचने के लिए पश्चिम बंगाल चला गया था. उसकी गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था.
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डीसीपी राजेश देव के अनुसार, इनामी बदमाशों की तलाश में क्राइम ब्रांच की टीम लगी हुई थी. इस दौरान इंस्पेक्टर गगन भास्कर की टीम को सूचना मिली कि एक किशोरी से दुष्कर्म का आरोपी फरार चल रहा है. किशनगढ़ थाने में उसके खिलाफ मामला दर्ज हुआ था. इस जानकारी पर पुलिस को पता चला कि वह बिहार के अररिया में छिपा हुआ है. इस जानकारी पर पुलिस टीम ने बिहार से उसे गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में पुलिस को पता चला कि 4 मार्च 2019 को बेर सराय इलाके में रहने वाली बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना हुई थी.
पीड़ित परिवार ने 20 दिन पहले अपने घर में सफेदी करवाई थी. दोपहर के समय परिवार के सदस्यों ने देखा कि उनके घर की 10 वर्षीय बच्ची लापता है. उन्होंने देखा कि उनके घर का एक कमरा अंदर से बंद है. उन्होंने जब खिड़की से झांका तो देखा कि आरोपी बच्ची के साथ दुष्कर्म कर रहा है. उन्होंने उसे पकड़ने की कोशिश की लेकिन वह भागने में कामयाब रहा. इस बाबत किशनगढ़ थाने में मामला दर्ज किया गया था. आरोपी की गिरफ्तारी पर दिल्ली पुलिस की तरफ से 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था. अदालत ने उसे भगोड़ा घोषित कर रखा था.
गिरफ्तार किया गया आरोपी मोहम्मद केसर उर्फ बबलू अनपढ़ है. उसके परिवार में तीन बेटे और एक बेटी है. वह सफेदी का काम करता था. दिल्ली में वह कई वर्षों से काम कर रहा था. वारदात के बाद वह मुंबई भाग गया जहां पर वह प्लंबर का काम करता था. 2 महीने पहले ही वह अपने गांव आया था और वहां भी प्लंबर का काम करता था. पुलिस से बचने के लिए उसने अपने हाथ पर ओम का टैटू गुदवा लिया था और अपना नाम बबलू रख लिया था.
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