अररिया: बिहार के अररिया सदर अस्पताल (Araria Sadar Hospital) में स्वास्थ्य व्यवस्था का बुरा हाल है. सदर अस्पताल में दी जाने वाली सुविधाओं पर एक बार फिर सवाल खड़े हो रहे हैं. यहां मरीज के साथ उनके परिजनों को भी कुव्यवस्था का शिकार होना पड़ता है.
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अररिया सदर अस्पताल में घायल शख्स को सलाइन चढ़ाने के लिए मरीज के परिजन को स्टैंड के अभाव में घंटे भर हाथ में सलाइन की बोतल पकड़कर खड़े रहना पड़ा है. और तो और घायल मरीज भी बेड के अभाव में स्ट्रेचर पर ही पड़ा रहा.
दरअसल, महिसाकोल निवासी मो.अंसार सड़क हादसे में बुरी तरह घायल हो गया था. जिसे परिजनों के सहयोग से पहले निजी चिकित्सक के पास ले जाया गया. मरीज की हालत में सुधार नहीं होने पर उसे सदर अस्पताल भेज दिया गया. जिसे ड्यूटी पर मौजूद डॉ. बीके मिश्रा ने कुछ मेडिसिन लिखने के बाद एक सलाइन लगाने की सलाह दी.
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सदर अस्पताल में घायल को बेड तो दूर एक सलाइन स्टैंड तक नहीं मिला. ड्यूटी पर तैनात कर्मी ने सलाइन लगाकर परिजन के हाथ में बोतल थमा दी. स्वास्थ कर्मी की माने तो अस्पताल में सिर्फ दो या तीन स्टैंड ही सलाइन लटकाने के लिये हैं. पहले तो सलाइन दीवार में लटकाई जाती थी. जब से ऑक्सीजन पाइप लगाया गया है, तभी से सलाइन लगाने में परेशानी हो रही है. वहीं, अस्पताल प्रबंधक विकास कुमार आनंद ने बताया कि सलाइन लटकाने के लिये स्टैंड पर्याप्त मात्रा में हैं.