अररियाः राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह के आखिरी दिन समाहरणालय सभा भवन में जिलाधिकारी के नेतृत्व में बैठक बुलाया गई. इस बैठक का मुख्य उद्देश्य लोगों को ट्रैफिक नियमों के बारे में जागरूक करना रहा. बैठक में इस बात पर चर्चा की गई कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को कैसे जागरूक किया जाए.
सड़क सुरक्षा पर चर्चा
सड़क सुरक्षा नियमों जैसे सड़क पार करने वाले लोगों को दोनों ओर देखकर गुजरना, साथ ही बाइक चलाने वाले व्यक्ति को हेलमेट और जूता का इस्तेमाल को लेकर चर्चा की गई. वहीं, सड़क हादसों को लेकर चर्चा हुई कि कैसे रोड एक्सीडेंट को कम किया जा सकता है.
घायल व्यक्तियों को अस्पताल पहुंचाने वालों को किया गया सम्मानित
रोड एक्सीडेंट के बाद प्राथमिक उपचार को लेकर बैठक में खास चर्चा हुई. अक्सर ऐसा होता है कि हादसे में जख्मी हुआ यात्री सड़क पर घंटों तड़पता रहता है और लोग मदद करने के लिए आगे नहीं आते हैं. इसको लेकर भी लोगों को जागरुक किया गया. वहीं, सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्तियों को अस्पताल पहुंचाने और रक्तदाता को सम्मानित किया गया.
चित्रांकन और भाषण से जागरूकता फैलाने का काम
भाषण प्रतियोगिता और चित्रांकन प्रतियोगिता से लोगों को जागरूक करने के लिए जिलापदाधिकारी ने प्रशस्ति पत्र और मोमेंटो के साथ स्कूली बच्चों और शिक्षकों को भी सम्मानित किया.
सुरक्षा को लेकर दिए गए सुझाव
सड़क सुरक्षा को लेकर कुछ सुझाव भी दिए गए. जिसमें बगैर हेलमेट के पेट्रोल पंप पर फ्यूल न देना, होटल और शोरूम के पास कट को बंद कर देना, बड़े वाहन चालक सीट बेल्ट बांधे जैसे नियम शामिल हैं. मौके पर डीडीसी एनामुल हक अंसारी, एसडीपीओ कुमार देवेंद्र सिंह, डीटीओ सबल कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता, स्कूली शिक्षक और बच्चे मौजूद रहे.