ETV Bharat / state

नेपाल में भारत के मेडिकल छात्रों के साथ भेदभाव, इंसाफ के लिए PM मोदी से लगाई गुहार

भारतीय छात्र ने बताया कि स्थानीय छात्रों को पास किया जा रहा है. जबकि कुछ चीन समर्थक प्रोफेसर के द्वारा 2011 से लगातार भारतीय 134 छात्रों को डिग्री से वंचित रखा जा रहा है.

author img

By

Published : Jun 30, 2019, 8:53 AM IST

Updated : Jun 30, 2019, 9:26 AM IST

पीएम से लगाई गुहार

नेपाल/अररिया: नेपाल में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्रों से भेदभाव का मामला सामने आय़ा है. भारतीय छात्र सरकार से इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं. छात्रों का कहना है कि काठमांडू यूनिवर्सिटी के कुछ अधिकारी छात्रों का भविष्य बर्बाद करने में तुले हैं.

napal
विरोध प्रदर्शन करते मेडिकल स्टूडेंट

भारतीय छात्रों के खिलाफ साजिश
काठमांडू यूनिवर्सिटी में हो रहे भेदभाव पर छात्रों ने जगह-जगह आवेदन भी दिया. लेकिन छात्रों की कोई सुनने वाला नहीं है. नेपाल में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे सैकड़ों भारतीय छात्रों ने चीन के द्वारा भारत विरोधी गतिविधि चलाने की बात कह रहे हैं. इसके माध्यम से भारतीय छात्रों का भविष्य बर्बाद करने की गहरी साजिश रची जा रही है. भारतीय छात्रों ने अपनी बात भारतीय दूतावास से लेकर देश के पीएम तक पहुंचाई है. इस मामले में भारतीय दूतावास ने काठमांडू विश्वविद्यालय को तलब किया. जिसके बाद यूनिवर्सिटी के एक अधिकारी द्वारा छात्र को धमकी देने की बात कही जा रही है.

पीएम से गुहार लगाते भारतीय मेडिकल स्टूडेंट

डिग्री से रखा जा रहा वंचित
नेपाल में लगातार बढ़ रही चीन की गतिविधि के बीच भारतीय स्टूडेंट को निशाना बनाया जा रहा है. गौरतलब है कि काठमांडू विश्वविद्यालय के अंतर्गत कुल दस मेडिकल कॉलेज हैं. भारतीय छात्र ने बताया कि स्थानीय छात्रों को पास किया जा रहा है. जबकि कुछ चीन समर्थक प्रोफेसर के द्वारा 2011 से लगातार भारतीय 134 छात्रों को डिग्री से वंचित रखा जा रहा है. आंकड़ों के मुताबिक अलग-अलग मेडिकल कॉलेजों में कुल 3,435 छात्र पढ़ाई कर रहे हैं. 2015 में कोर्स कम्पलीट होने के बाद भी अभी तक किसी को डिग्री नहीं मिला है. छात्रों ने इस संदर्भ में नेपाल सरकार, भारत सरकार, भारतीय विदेश मंत्री, नेपाल अवस्थित भारतीय दूतावास, नेपाल गृह मंत्री, और भी कई जगहों पर भेज चुका है. सभी छात्र अपनी मांग को लेकर कॉलेज में एकजुट होकर अपने प्रदर्शन कर रहे हैं.

नेपाल/अररिया: नेपाल में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्रों से भेदभाव का मामला सामने आय़ा है. भारतीय छात्र सरकार से इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं. छात्रों का कहना है कि काठमांडू यूनिवर्सिटी के कुछ अधिकारी छात्रों का भविष्य बर्बाद करने में तुले हैं.

napal
विरोध प्रदर्शन करते मेडिकल स्टूडेंट

भारतीय छात्रों के खिलाफ साजिश
काठमांडू यूनिवर्सिटी में हो रहे भेदभाव पर छात्रों ने जगह-जगह आवेदन भी दिया. लेकिन छात्रों की कोई सुनने वाला नहीं है. नेपाल में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे सैकड़ों भारतीय छात्रों ने चीन के द्वारा भारत विरोधी गतिविधि चलाने की बात कह रहे हैं. इसके माध्यम से भारतीय छात्रों का भविष्य बर्बाद करने की गहरी साजिश रची जा रही है. भारतीय छात्रों ने अपनी बात भारतीय दूतावास से लेकर देश के पीएम तक पहुंचाई है. इस मामले में भारतीय दूतावास ने काठमांडू विश्वविद्यालय को तलब किया. जिसके बाद यूनिवर्सिटी के एक अधिकारी द्वारा छात्र को धमकी देने की बात कही जा रही है.

पीएम से गुहार लगाते भारतीय मेडिकल स्टूडेंट

डिग्री से रखा जा रहा वंचित
नेपाल में लगातार बढ़ रही चीन की गतिविधि के बीच भारतीय स्टूडेंट को निशाना बनाया जा रहा है. गौरतलब है कि काठमांडू विश्वविद्यालय के अंतर्गत कुल दस मेडिकल कॉलेज हैं. भारतीय छात्र ने बताया कि स्थानीय छात्रों को पास किया जा रहा है. जबकि कुछ चीन समर्थक प्रोफेसर के द्वारा 2011 से लगातार भारतीय 134 छात्रों को डिग्री से वंचित रखा जा रहा है. आंकड़ों के मुताबिक अलग-अलग मेडिकल कॉलेजों में कुल 3,435 छात्र पढ़ाई कर रहे हैं. 2015 में कोर्स कम्पलीट होने के बाद भी अभी तक किसी को डिग्री नहीं मिला है. छात्रों ने इस संदर्भ में नेपाल सरकार, भारत सरकार, भारतीय विदेश मंत्री, नेपाल अवस्थित भारतीय दूतावास, नेपाल गृह मंत्री, और भी कई जगहों पर भेज चुका है. सभी छात्र अपनी मांग को लेकर कॉलेज में एकजुट होकर अपने प्रदर्शन कर रहे हैं.

Intro:नेपाल में एमबीबीएस की पढ़ाई कर भारतीय छात्रों के भेदभाव कर रही है सरकार, इंसाफ़ की गुहार लगा रहे हैं छात्र, छात्रों ने बताया चाइना की दलाली कर रहे काठमांडू यूनिवर्सिटी के कुछ अधिकारियों से बच्चों का भविष्य बर्बाद होता दिख रहा है। जब छात्र इस मामले को लेकर कई जगहों पर आवेदन दे कर बताया तो उसने मामले से पलड़ा झड़ते हुए खुद को अलग किया। इससे भारत नेपाल संधी को लेकर बड़ा झटका लग सकता है। डोकलाम से नाकाम चाइना इन दिनों भारत विरोधी गतिविधियों के तहत अब वहां डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहे छात्रों को निशाना बना रहा है। नेपाल में काठमांडू विश्वविद्यालय के अंतर्गत कुल दस मेडिकल कॉलेज हैं जिसमें नेपाली छत्रों को विधि सम्मत पास कर दिया जा रहा है, काठमांडू विश्वविद्यालय में कुछ चाइना समर्थक प्रोफेसर के दुवारा वर्ष 2011 से लगातार 134 छात्रों को डिग्री से वंचित दिया गया है। वर्तमान आंकड़ों के अंतर्गत अलग अलग मेडिकल कॉलेजों में कुल 3,435 छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। सभी का कोर्स 2015 में कम्पलीट हो चुका है पर अभी तक किसी को डिग्री नहीं मिला है। इस संदर्भ में छात्रों ने नेपाल सरकार, भारत सरकार, भारतीय विदेश मंत्री, नेपाल अवस्थित भारतीय दूतावास नेपाल गृह मंत्री, और भी कई जगहों पर भेज चुका है। इसको लेकर छात्र कॉलेज में एक जुट होकर अपने हक़ लेने के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं।


Body:नेपाल में डॉक्टर की पढ़ाई कर रहे सैकड़ों भारतीय छात्रों को चाइना के दुवारा चलाए जा रहे भारत विरोधी गतिविधियों के तहत उनका भविष्य बर्बाद करने की गहरी साजिश का भारतीय छात्रों ने भंडाफोड़ किया। न्याय के लिए भटक रहे भारतीय छात्रों ने विरोध स्वरूप भारत के प्रधानमंत्री सहित नेपाल अवस्थित भारतीय दूतावास का भी दरवाज़ा खटखटाया है। जब इस मामले को लेकर भारतीय दूतावास ने काठमांडू विश्वविद्यालय को तलब किया तो तिलमिला उठे और काठमांडू यूनिवर्सिटी के किसी अधिकारी ने छात्र को जान से मारने का धमकी दे दिया।


Conclusion:ऐसे में यह देखना होगा कि नेपाल के इस रवैए से भारतीय सरकार का क्या रुख़ होता है।
नोबेल कॉलेज का विसुअल, भारतीय छात्रों का
बाइट भारतीय छात्रों का
पीटीसी
Last Updated : Jun 30, 2019, 9:26 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.