अररिया: जिले में मूसलाधार बारिश की वजह से दर्जनों नदियां उफान पर है. कई इलाकों में नदी के कटान से लोग बेघर हो गए हैं. बारिश ने आवागमन को पूरी तरह से बाधित कर दिया है. अररिया प्रखंड में स्थित सतभीटा गांव कटाव की वजह से नदी में समाता जा रहा है. यहां ऐसी स्थिति है कि लोगों के पास अपनी जमीन तक नहीं रह गई है.
नदी के कटाव से खतरा बढ़ा
जिले में लगातार हो रही बारिश की वजह से परमान, बकरा, कनकई, भुलवा, कोसी जैसी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. यही नहीं, कई इलाकों में कटाव भी शुरू हो गया, जिसकी वजह से खतरा और भी बढ़ गया है. सतभीटा गांव का 12 और 13 नंबर वार्ड पूरी तरह नदी में समाता जा रहा है. स्थानीय लोगों की मानें तो पिछले कई सालों से यहां की स्थिति ऐसी ही है. हर साल बकरा नदी से उनके गांव में कटाव बढ़ता जा रहा है, जिसकी वजह से लोग विस्थापित होकर भागते जा रहे हैं.
सरकार से लगाई मदद की गुहार
गांव के लोगों ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है. गांव से बाहर जाने के रास्ते बकरा नदी में समा गए हैं. इस वजह से खाने-पीने की भी काफी दिक्कत हो गई है. लोग कटान भरे रास्ते से जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे हैं. महिलाओं ने बताया कि वे सभी डर-डरकर रात बिता रही हैं. सभी को इस बात का डर सता रहा है कि कभी भी उनका मकान कटकर नदी में समा सकता है.
लोगों में आक्रोश
इस बाबत गांव के लोगों में प्रशासन को लेकर काफी आक्रोश है. लोगों ने कहा है कि कई बार कटाव की सूचना देने के बाद भी प्रशासन ने अबतक कोई कार्रवाई नहीं की है. स्थानीय जनप्रतिनिधि भी सिर्फ चुनाव के समय वोट मांगने आते हैं, और सिर्फ वादे करके चले जाते हैं. वहीं, चुनाव जीतने के बाद अपने सारे वादे भूल जाते हैं.