नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने इस बार कुल 106 पद्म सम्मानों का ऐलान हुआ है, जिसमें खेल जगत से जुड़े तीन नाम भी हैं. मार्शल आर्ट्स कोच आरडी प्रसाद, पूर्व क्रिकेटर गुरचरण सिंह और मार्शल आर्ट्स 'थांग-ता' के कोच के. शानाथोएबा को यह सम्मान दिया गया है. तीनों को पद्मश्री पुरस्कार दिया गया है. भारत सरकार ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कारों की घोषणा की.
इन्हें दिया गया सम्मान
देश का दूसरा सबसे बड़ा सम्मान पद्म विभूषण इस बार छह दिग्गजों को मिला है. वहीं नौ शख्सियतों को पद्म भूषण से सम्मानित किया जाएगा. इनके अलावा अलग-अलग क्षेत्रों से जुड़े 91 लोगों को पद्मश्री से नवाजा जाएगा. आरडी प्रसाद (RD Prasad) को भी पद्मश्री दिया जाएगा. वो भारत के पारंपरिक वॉरफेयर कलरीपायट्टु (Kalaripayattu) के कोच हैं. वो केरल के रहने वाले हैं. उन्होंने इस कला को जीवित रखने में अहम योगदान दिया है. मार्शल आर्ट के क्षेत्र में योगदान के लिए उन्हें साल 2016 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था.
केएस शर्मा को भी सम्मान
थांग-ता के कोच के. शानाथोएबा शर्मा को भी पद्मश्री पुरस्कार दिया गया है. केएस शर्मा (KS Sharma) मणिपुर की प्रसिद्ध मार्शल आर्ट थांग ता (Thang Ta) के कोच हैं. थांग ता भी एक प्राचीन युद्ध कला है. जिसमें तलवार और भालों समेत अन्य हथियारों का प्रयोग होता है. केएस शर्मा के अनुसार थांग-ता की मदद से ही पूर्वजों ने मणिपुर को विदेशी हमलों से बचाया था.
पूर्व क्रिकेटर गुरचरण सिंह का भी नाम
क्रिकेट के क्षेत्र से गुरचरण सिंह को पद्मश्री दिया गया है. गुरचरण सिंह देश के बेहतरीन कोच में से एक हैं. वो साल 1986 से 1987 तक भारतीय टीम के कोच रहे हैं. उन्हें द्रोणाचार्य पुरस्कार मिल चुका है. गुरचरण सिंह ने कई खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दिया है, जिसमें अजय जडेजा, कीर्ति आजाद और मुरली कार्तिक जैसे बड़े खिलाड़ी हैं. गुरचरण ने 37 प्रथम श्रेणी मैचों में 1198 रन बनाए. इनमें एक शतक और सात अर्धशतक शामिल हैं. उनका उच्चतम स्कोर 122 रन रहा है. इसके अलावा उन्होंने 44 विकेट भी लिए हैं.