न्यूयॉर्क : गूगल में हालिया छंटनी से बचे कर्मचारी चिंतित हैं. उन्होंने शीर्ष अधिकारियों के साथ हाल ही में हुई बैठक के दौरान आश्वासन मांगा है कि कंपनी द्वारा उनकी छंटनी नहीं की जाएगी. न्यूयॉर्क पोस्ट के मुताबिक, जैसा कि गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट ने वैश्विक स्तर पर अपने छह प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी कर दी, यूके में स्थित एक कर्मचारी ने प्रबंधन से कहा कि 'मानसिक सुरक्षा सर्वोपरि है'. कर्मचारी, जिसे अपने कई सहयोगियों की तरह छंटनी के समाचारों से परेशानी हुई, ने कहा : "हम कभी सुरक्षित कैसे महसूस कर सकते हैं?"
रिपोर्ट के अनुसार, टेक दिग्गज द्वारा निकाले गए भारतीयों सहित 12000 लोगों में से अधिकांश उच्च प्रदर्शन करने वाले और इमिग्रेशन वीजा वाले लोग थे. अगर वे टिकने के लिए कोई दूसरा विकल्प नहीं खोज पाते हैं, तो H1 B Visa वाले पेशेवरों को 60 दिनों में देश छोड़ना होगा. दूसरे कर्मचारी ने कहा, "क्या मुझे अत्यधिक मेहनत करते रहना चाहिए? क्या इससे कोई फर्क पड़ता है?" जिन लोगों को गुलाबी पर्ची दी गई, उनमें वे कर्मचारी थे जिन्हें 'पहले उच्च प्रदर्शन समीक्षाएं मिली थीं' या जिनके पास 500,000 डॉलर से 10 लाख डॉलर का वार्षिक मुआवजा पैकेज था.
सोचे-समझकर की गई छंटनी
न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी के आंतरिक संदेश प्रणाली के माध्यम से गूगल के शीर्ष अधिकारियों को भेजे गए पत्र में एक कर्मचारी ने लिखा, "प्रतीत होता है, छंटनी का फैसला बिना सोचे-समझे लिया है." अल्फाबेट और गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ( Google CEO Sundar Pichai ) ने इस बात से इनकार किया था कि छंटनी 'बिना सोचे-समझे' की गई, उन्होंने कहा कि उन्हें कार्यबल को कम करने के लिए 'गहरा खेद' है. पिचाई ने एक ईमेल में कर्मचारियों से कहा, "मैं उन फैसलों की पूरी जिम्मेदारी लेता हूं , जो हमें यहां तक ले आए." गूगल यूएस में पूर्ण अधिसूचना अवधि (न्यूनतम 60 दिन) के दौरान कर्मचारियों को भुगतान करेगा और गूगल में प्रत्येक अतिरिक्त वर्ष के लिए 16 सप्ताह के वेतन के साथ दो सप्ताह से शुरू होने वाला सिवरेंस पैकेज भी देगा.
(आईएएनएस)
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